अग्निपथ के खिलाफ फूटा युवाओं का गुस्सा, कई राज्यों में मचा बवाल
सेना में भर्ती के लिए मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं का प्रदर्शन. बिहार, राजस्थान में सड़क पर युवाओं ने किया प्रदर्शन.

अग्निपथ. भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई स्कीम. बीते दिन यानी 14 जून को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा की. इस योजना के तहत युवाओं को 4 साल के लिए सेना भर्ती किया जाएगा. 4 साल के बाद 25 फीसद को ही सेना में स्थायी जॉइनिंग मिलेगी. केंद्र सरकार की इस योजना का कहीं स्वागत हो रहा है तो कहीं विरोध हो रहा है. आज बिहार समेत देश के कई हिस्सों में युवाओं ने सड़क पर उतरकर इस स्कीम का विरोध किया.
आजतक की खबर के मुताबिक, बक्सर में युवाओं ने ट्रेन पर पथराव किया और जमकर नारेबाजी भी की. इसके अलावा, मुजफ्फरपुर में भी सड़कों पर हंगामे की सूचना मिली है. जयपुर, हरियाणा में भी अग्निपथ योजना से नाराज़ युवाओं ने प्रदर्शन कर विरोध जताया. वहीं कई जगहों पर चक्का जाम की भी खबरें सामने आईं. राजस्थान के जयपुर और सीकर में भी युवाओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना है कि चार साल पूरे होने के बाद दसवीं या बारहवीं पास करके अग्निवीर बने 75 फीसदी युवाओं के पास क्या विकल्प होगा? उन्हें दूसरी नौकरी के लिए सरकार के पास क्या स्कीम है?
अग्निपथ योजना पर क्या सवाल उठ रहे हैं ?अग्निपथ के अंतर्गत युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा. इस योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के युवाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा. ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी. चार साल के आखिर में लगभग 75 फीसदी सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा और उन्हें आगे के रोजगार के अवसरों के लिए सशस्त्र बलों से सहायता दी जाएगी. सिर्फ चार साल पूरे होने पर 25 फीसदी को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा. हालांकि इसकी कोई गारंटी नहीं है, यह तभी संभव होगा जब उस समय सेना की भर्तियां निकली हों.