2014 से मिजोरम से कोई नहीं बना IAS, सरकार ने कर दिया बड़ा ऐलान
इस योजना में शामिल होने के लिए कुल 575 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करा दिया है

UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. मिजोरम सरकार UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए ‘Super IAS 40’ नाम से नई योजना शुरू कर रही है. मिजोरम सरकार इसके लिए 40 अभ्यर्थियों को स्पॉन्सर करेगी.
IAS अधिकारियों की कमी के कारण लिया फैसलामिजोरम सरकार ने ये फैसला राज्य में IAS अधिकारियों की भारी कमी होने के कारण लिया है. ‘Super IAS 40’ के तहत राज्य सरकार प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू का आयोजन करेगी. इसमें सफल होने वालों को दिल्ली के प्रतिष्ठित संस्थानों में कोचिंग मिलेगी, जिसका खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. मिजोरम यूथ कमीशन (MYC) इसकी देखरेख करेगा.
मिजोरम सरकार ने क्या बताया?इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक MYC के अध्यक्ष और विधायक वनलालतनपुइया ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया,
प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए कुल 575 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है. परीक्षा राज्य भर में और दिल्ली में पांच केंद्रों पर आयोजित की गई थी. लिखित परीक्षा के परिणाम 27 जून को घोषित किए जाएंगे. इसके बाद पर्सनल इंटरव्यू 28 जून और 29 जून को होंगे. लिखित परीक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को पर्सनल इंटरव्यू के लिए चुना जाएगा. इसी के आधार पर अंतिम सूची जारी की जाएगी.
वनलालतनपुइया ने आगे बताया,
एक साल की स्पॉन्सरशिप मिलेगीकार्यक्रम में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को केंद्र या राज्य सरकार द्वारा आयोजित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में तब तक बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि वे कम से कम दो यूपीएससी प्री परीक्षा में शामिल नहीं हो जाते. अध्यक्ष ने कहा कि MYC उम्मीदवारों की प्रगति पर बारीकी से निगरानी रखेगा. अगर उम्मीदवारों की परफॉरमेंस अच्छी नही हुई तो उनकी स्पॉंसरशिप रोकी जा सकती है या उनसे रीपेमेंट के लिए भी कहा जा सकता है.
इस कार्यक्रम के तहत मिजोरम सरकार दिल्ली स्थित वाजीराम और रवि, विजन आईएएस और एएलएस आईएएस जैसे कोचिंग संस्थानों में 40 उम्मीदवारों को 1 साल के लिए स्पॉंसर करेगी. वनलालतनपुइया ने कहा,
2014 के बाद नहीं बना कोई IASकोचिंग की स्पॉन्सरशिप के लिए केवल मेधावी छात्रों का चयन किया जाएगा. उपयुक्त उम्मीदवार नहीं मिलने पर सरकार सभी 40 सीटों में से कुछ को खाली भी छोड़ सकती है. इससे पहले मिजोरम सरकार ने 2020-2021 में 'सुपर आईएएस 20' कार्यक्रम शुरू किया था. इसके तहत दिल्ली में छह महीने के क्रैश कोर्स के लिए छात्रों को स्पॉन्सरशिप प्रदान की गई थी. लेकिन, चयनित उम्मीदवारों में से किसी ने भी 2021 की सिविल सेवा परीक्षा पास नहीं की.
बता दें कि देश में दूसरा सबसे अधिक साक्षर राज्य होने का गौरव हासिल करने के बावजूद, मिजोरम ज्यादा आईएएस अधिकारी पैदा करने में विफल रहा है. राज्य के पूर्व मुख्य सचिव वन्हेला पचुआउ की बेटी ग्रेस लालरिंदिकी पचुआउ UPSC परीक्षा में पास होने वाली राज्य की आखिरी शख्स थीं. वह 2014 में आईएएस में शामिल हुई थीं.