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रेलवे ने अपना ये वादा तोड़ दिया, 3 साल बीत भी गए!

रेलवे ने आश्वासन दिया था कि RRB JE 2018 के स्टैंडबाई कैंडिडेट्स को नौकरी मिलेगी.

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Railway Recruitment
इस मामले में कई मंत्रियों ने केंद्र सरकार और रेल मंत्री को पत्र भी लिखे हैं (फोटो- आज तक)
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प्रशांत सिंह
19 सितंबर 2022 (Updated: 19 सितंबर 2022, 04:28 PM IST) कॉमेंट्स
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एक सरकारी नौकरी के लिए भर्ती निकलती है. बाकायदा नोटिफिकेशन आता है, लिखित परीक्षा होती है. लिखित परीक्षा पास करने वालों के दस्तावेज मांगे जाते हैं, उनकी जांच होती है. उनका मेडिकल फिटनेस टेस्ट भी होता है. चुने गए उम्मीदवारों की लिस्ट भी तैयार की जाती है. एक स्टैंडबाई लिस्ट भी बनती है, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी स्टैंडबाई लिस्ट के एक भी उम्मीदवार की जॉइनिंग नहीं करवाई जाती है. ये सरकारी नौकरी थी रेलवे की. रेलवे जूनियर इंजीनियरिंग भर्ती (RRB JE 2018) की.

पूरी कहानी क्या है? उम्मीदवारों का क्या कहना है? इस खबर में इसी पर बात करेंगे.

2018 में आई थी RRB JE की वैकेंसी 

रेलवे ने साल 2018 में दो वैकेंसी निकाली थी. एक भर्ती थी CEN 01/2018. ये भर्ती असिस्टेंट लोको पायलेट (ALP) और टेक्नीशियन के पदों के लिये थी. दूसरी भर्ता थी CEN 03/2018. ये जूनियर इंजीनियर के लिये थी. जूनियर इंजीनियर की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन 12 दिसंबर, 2018 को जारी किया गया था. लिखित परीक्षा दो स्टेज (CBT 1, CBT 2) में हुई. पहले स्टेज की परीक्षा 27 मई, 2019 को कराई गई. वहीं दूसरे स्टेज की परीक्षा अगस्त, 2019 में आयोजित हुई. इसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ और फिर मेडिकल फिटनेस टेस्ट. फाइनली सेलेक्टेड कैंडिडेट्स को जॉइनिंग दी गई.

सेलेक्टेड कैंडिडेट्स की लिस्ट में से एक और लिस्ट तैयार की जाती है. इस लिस्ट को स्टैंडबाई या वेटिंग लिस्ट कहा जाता है. दरअसल बहुत सारे कैंडिडेट्स ऐसे होते हैं जो किसी और नौकरी को जॉइन कर लेते हैं या बाद में मेडिकली अनफिट हो जाते हैं. इनकी पोस्ट खाली होने पर स्टैंडबाई लिस्ट से कैंडिडेट्स को जॉइनिंग दी जाती है. इसी स्टैंडबाई लिस्ट में शामिल कैंडिडेट्स अपनी जॉइनिंग की मांग करे रहे हैं. लल्लनटॉप से बात करते हुए एक कैंडिडेट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, 

एग्जाम का सारा प्रोसेस 2019 में पूरा कर लिया गया था. इसके बाद रेलवे बोर्ड ने कोरोना की वजह से जॉइनिंग देने से मना कर दिया था. लेकिन तब से अब तक तीन साल बीत गये हैं और सारे कैंडिडेट्स ऐसे ही बैठे हैं. कई सारे कैंडिडेट्स तो अब अगली भर्ती के लिए ओवरएज हो गये हैं. इन कैंडिडेट्स के लिये ये भर्ती ही एक उम्मीद है.

रेलवे बोर्ड ने कही थी जॉइनिंग देने की बात  

रेलवे बोर्ड ने 3 जून 2022 को एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में असिस्टेंट लोको पायलेट (CEN 01/2018) के पदों पर कैंडिडेट्स को जॉइनिंग की बात की गई थी. इसके लिये अलग-अलग रेलवे बोर्ड ने अपनी वेकेंसी जारी की थी. बोर्ड ने ये भी कहा था कि स्टैंडबाई लिस्ट के सभी एलिजिबल कैंडिडेट्स को जॉइनिंग दी जायेगी.

रेलवे बोर्ड की नोटिस

इसके बाद 30 जून 2022 को रेलवे बोर्ड ने एक और नोटिस जारी किया. ये नोटिस टेक्नीशियन और जूनियर इंजीनियर भर्ती (CEN 03/2018) से जुड़ा था. इसमें रेलवे ने कहा था कि जूनियर इंजीनियर के पदों पर स्टैंडबाई लिस्ट में शामिल कैंडिडेट्स को ALP कैंडिडेट्स की तर्ज पर जॉइनिंग दी जाएगी. यानी 3 जून  को जारी नोटिस के आधार पर. इसका मतलब ये हुआ कि स्टैंडबाई लिस्ट में शामिल सभी एलिजिबल कैंडिडेट्स को जॉइनिंग दी जाएगी.

रेलवे बोर्ड की नोटिस
बोर्ड ने मांगी थी वेकेंसी डिटेल्स

रेलवे बोर्ड ने 30 जून को जारी किये गये नोटिफिकेशन में सभी रेलवे जोन से वैकेंसी की डिटेल्स भी देने को कहा था. बोर्ड ने टेक्नीशियन और जूनियर इंजीनियर के पदों पर 31 दिसंबर, 2022 तक आने वाली वेकेंसी की पूरी डिटेल्स मांगी थी. रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल बोर्ड्स को 1 जुलाई, 2022 तक ये जानकारी साझा करने को बोला था. वेकेंसी डिटेल्स आने के बाद 14 जुलाई, 2022 को बोर्ड ने एक और नोटिस जारी किया. इस नोटिफिकेशन के मुताबिक, टेक्नीशियन पोस्ट पर 6 हजार 770 पद खाली हैं. वहीं जूनियर इंजीनियर के पोस्ट पर 3 हजार 839 पद खाली हैं.

इतने पद खाली होने के बावजूद भी स्टैंडबाई कैंडिडेट्स को अभी तक जॉइनिंग नहीं मिल पाई है. गौर करने वाली बात ये है कि कई सारे जोन ऐसे हैं जहां एक भी पोस्ट खाली नहीं है. उत्तर-पश्चिम रेलवे, चितरंजन लोकोमोटिन वर्क्स (CLV), इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF), रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड्स  ऑर्गनाईजेशन (RDSO) और रेल व्हील प्लांट (RWP) में जूनियर इंजीनियर का एक भी पद खाली नहीं हैं. लल्लनटॉप से बात करते हुये एक कैंडिडेट ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, 

अब तो वेकेंसी की डिटेल्स भी सामने है फिर भी हमें अभी तक जॉइनिंग नहीं दी गई है. हमारे ऊपर मानसिक तनाव है. हमने हमेशा से रेलवे में नौकरी करने का सोचा था. ऐसा कैसे हो सकता है कि किसी जोन में एक भी वेकेंसी न हो. क्या कोई तीन सालों में रिटायर नहीं हुआ होगा? ये बात समझ से परे है.

नेताओं ने लिखे रेल मंत्री को पत्र, फिर भी ज्वाइनिंग नहीं

जूनियर इंजीनियर पदों पर स्टैंडबाई कैंडिडेट्स की जॉइनिंग के लिये कई नेताओं ने केंद्र सरकार और रेल मंत्री को पत्र भी लिखे हैं. सांसद चिराग पासवान, अक्षयबर लाल गोंड, संजय सिंह, राधा मोहन सिंह, व अन्य ने रेल मंत्री को पत्र लिख ये आग्रह किया कि इन कैंडिडेट्स को जल्द से जल्द जॉइनिंग दी जाये. 

   

मामले में ज्यादा जानकारी के लिये हमने RDSO से संपर्क करने की भी कोशिश की, पर कोई जवाब नहीं मिला. इस पर कोई भी जानकारी आते ही हम इस खबर को अपडेट कर देंगे. 

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