The Lallantop
Advertisement

BPSC: लाठीचार्ज और बवाल के बाद सरकार ने प्रीलिम्स एग्जाम पर लिया बड़ा फैसला

BPSC ने पेपर लीक होने के बाद दोबारा हो रही प्रीलिम्स परीक्षा के फॉर्मेट में बदलाव किया था. जिसका अभ्यर्थी विरोध कर रहे थे.

Advertisement
BPSC 67th Exam
8 मई को परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया था (फोटो- )
1 सितंबर 2022 (Updated: 1 सितंबर 2022, 18:26 IST)
Updated: 1 सितंबर 2022 18:26 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

BPSC 67वां एग्जाम. BPSC की प्रिलिम्स परीक्षा अब एक ही शिफ्ट में कराई जायेगी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक हाई लेवल बैठक में ये फैसला लिया है. आयोग ने ये परीक्षा दो शिफ्ट में कराने को कहा था जिसका विरोध हो रहा था. विरोध प्रदर्शन के दौरान कल पुलिस ने उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज किया था. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद के साथ बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये फैसला लिया.  

BPSC उम्मीदवारों पर हुआ था लाठीचार्ज

बुधवार 31 अगस्त को BPSC उम्मीदवार अपनी मांगे लेकर आयोग पहुंचे थे. BPSC अध्यक्ष ने उम्मीदवारों को एग्जाम से जुड़े बदलावों पर बात करने के लिये बुलाया था. लेकिन आयोग के बाहर उम्मीदवारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसके बाद ट्विटर पर #BPSC_PT_IN_ONE_SHIFT ट्रेंड करने लगा.

BPSC 67वीं परीक्षा

BPSC यानी बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन. ये आयोग बिहार में विभिन्न विभागों के एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट पर भर्ती निकालता है. जैसे बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्रर, बिहार एजुकेशन सर्विस, रेवेन्यू ऑफिसर और अन्य. इन्हीं पदों पर भर्ती के लिये आयोग ने पिछले साल नोटिफिकेशन जारी किया था. भर्ती थी BPSC 67वीं. इसके लिये नोटिफिकेशन 24 सितंबर 2021 को जारी किया गया था. यह एग्जाम कुल 726 पदों के लिये होना था. इनमें 228 पद महिलाओं के थे. एग्जाम के लिये रजिस्ट्रेशन 30 सितंबर से शुरू हआ था और लास्ट डेट 19 नवंबर थी.

पेपर लीक हुआ, फिर किये गये बदलाव

67वीं BPSC एग्जाम का प्रीलिम्स 12 दिसंबर 2021 को आयोजित होना था. लेकिन आयोग ने इसे स्थगित कर दिया और 23 जनवरी 2022 को कराने की बात कही. इसके बाद एग्जाम को फिर पोस्टपोन किया गया और 30 अप्रैल को कराने की बात कही गई. फाइनली एग्जाम 8 मई 2022 को आयोजित कराया गया. एग्जाम बिहार के 38 जिलों में 1083 सेंटर पर आयोजित कराया गया था. लेकिन 8 मई को परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया था. इसके बाद आयोग ने पेपर लीक की जांच के आदेश दिये थे. लेकिन इसी बीच आयोग के अध्यक्ष ने BPSC एग्जाम में कुछ बदलावों की घोषणा कर दी. आयोग के अध्यक्ष के मुताबिक ये बदलाव परीक्षा को निष्पक्ष रखने के लिये किये गये हैं.

आयोग द्वारा जारी किया गया नोटिफिकेशन

आयोग ने परीक्षा का प्रिलिम्स एग्जाम दो शिफ्ट में कराने का फैसला किया था. लेकिन साल 2021 में जारी किये गये नोटेफिकेशन में प्रिलिम्स परीक्षा एक शिफ्ट कराने की बात कही गई थी. 8 मई को हुआ प्री एग्जाम एक शिफ्ट में ही कराया गया था. लेकिन पेपर लीक होने के बाद आयोग ने परीक्षा को ‘निष्पक्ष’ रखने के लिये इन बदलावों की बात कही. BPSC एग्जाम देने वाले एक कैंडिडेट उतकर्ष ने दी लल्लनटॉप को बताया था,

“आयोग ने बिना कोई नोटिस जारी किए इन बदलावों की घोषणा कर दी. ऐसे कैसे कोई एग्जाम के बीच में नियमों को बदल सकता है. जब नोटिफिकेशन में एक शिफ्ट में परीक्षा कराने की बात लिखी है तो इसे दो शिफ्ट में कराने को क्यों कहा जा रहा है. ये भी तब हो रहा है जब 8 मई को एग्जाम हुआ और लीक हो गया. खेल के बीच में कैसे कोई खेल के नियम बदल सकता है. ये तो हमारे साथ धोखा है.”

BPSC प्रिलिम्स एग्जाम 20 और 22 सितंबर को कराने की बात आयोग के अध्यक्ष ने कही थी. उम्मीदवार इसका भी विरोध कर रहे हैं. उम्मीदवारों का कहना है कि UPSC सिविल सर्विस एग्जाम की मेंस परीक्षा भी इसी बीच हो रही है. उत्कर्ष ने बताया कि कई ऐसे उम्मीदवार हैं जो BPSC प्रीलिम्स एग्जाम और UPSC का मेंस एग्जाम दोनों दे रहे हैं.  

पर्सेंटाइल स्कोरिंग का विरोध

आयोग अध्यक्ष ने जिन बदलावों की बात की थी उनमें से एक बदलाव स्कोरिंग को लेकर भी था. उन्होंने एग्जाम रिजल्ट पर्सेंटाइल स्कोर पर जारी करने की बात कही थी. लेकिन एग्जाम के नोटिफिकेशन में ऐसा कुछ भी नहीं था. उत्कर्ष ने इसपर बताया,

“2021 में आए नोटिफिकेशन में सब कुछ पहले जैसा होना था. रिजल्ट भी नंबरों के आधार पर जारी होना था. लेकिन अब इसे पर्सेंटाइल स्कोर के आधार पर करने को कहा जा रहा है. ऐसा क्यों किया जा रहा है पता नहीं, आयोग को जो भी करना है वो अगले BPSC के एग्जाम में कर सकते हैं.”

BPSC 67वीं एग्जाम में किये गये बदलावों पर अपनी बात रखने के लिये कुछ उम्मीदवार 26 अगस्त को भी आयोग पहुंचे थे. जिसके बाद आयोग के अध्यक्ष ने उन्हें 31 अगस्त को बुलाया था. आयोग के बाहर एग्जाम से जुड़े उम्मीदवारों ने परीक्षा में किये गये इन्हीं बदलावों का विरोध किया. इसी दौरान उन पर लाठीचार्ज कर दिया गया. उम्मीदवारों का कहना है कि परीक्षा एक शिफ्ट में ही होनी चाहिये. इसके अलावा उम्मीदवार पर्सेंटाइल स्कोरिंग पैटर्न को भी वापस लेने की बात कह रहे हैं. 

रंगरूट. दी लल्लनटॉप की एक नई पहल. जहां आपको खबर मिलेगी पढ़ाई-लिखाई, कॉलेज-यूनिवर्सिटी, कैंपस से लेकर प्लेसमेंट और करियर तक की. सरकारी भर्तियों का हाल भी और स्टार्ट अप्स की कहानियां भी यहीं मिलेंगी. अपने सुझाव और सवाल हमें लिखिए rangroot@lallantop.com पर. रंगरूट से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें.फेसबुकयूट्यूब

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement

Advertisement