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देश ने खाया टाटा का नमक, अब पानी भी पियेगा, बिसलेरी से डील होने वाली है

अगले साल बिसलेरी को 2500 करोड़ के कारोबार की उम्मीद है. फिर कंपनी के मालिक रमेश चौहान इसे बेचना क्यों चाहते हैं?

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Bisleri
बिसलेरी (सांकेतिक तस्वीर)
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प्रदीप यादव
24 नवंबर 2022 (Updated: 24 नवंबर 2022, 03:33 PM IST) कॉमेंट्स
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टाटा समूह पैकेज्ड वाटर बेचने वाली कंपनी बिसलेरी को खरीदने (Tata Bisleri Deal) जा रहा है. बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) यह सौदा 6,000-7,000 करोड़ रुपये में पूरा कर सकती है. रमेश चौहान बिसलेरी के चेयरमैन हैं. अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स (ईटी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक बिसलेरी को आगे ले जाने के लिए उत्तराधिकारी नहीं है.

ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्योगपति रमेश चौहान अब 82 वर्ष के हो चुके हैं और हाल के दिनों में उनकी सेहत भी ठीक नहीं रहती है. अखबार के मुताबिक रमेश चौहान की बेटी जयंती का बिजनेस को लेकर ज्यादा इंटरेस्ट नहीं है. इस वजह से चौहान बिसलेरी को बेच रहे हैं. इससे पहले चौहान अपने मशहूर सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड थम्स अप, गोल्ड स्पॉट और लिम्का को भी बेच चुके हैं. उन्होंने तीन दशक पहले कोका-कोला के साथ इन कंपनियों का सौदा पूरा किया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा समूह के साथ इस तरह डील की शर्तें रखी जाएंगी कि बिसलेरी का सौदा होने के दो साल बाद तक कंपनी के मौजूदा मैनेजमेंट को दो साल तक कंपनी से न निकाला जा सके. बिसलेरी के मालिक रमेश चौहान ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान भी इस बात की पुष्टि की है कि वे बिसलेरी में हिस्सेदारी बेचने के लिए टाटा समूह के साथ बातचीत कर रहे हैं. हालांकि, इसे खरीदने की रेस में दूसरी कंपनियां भी शामिल हैं, लेकिन उनका खुलासा नहीं किया गया है. अगर टाटा ग्रुप बिसलेरी इंटरनेशनल में बड़ी हिस्सेदारी खरीद लेता है, तो इस सौदे के पूरा होने के बाद टाटा समूह बोतलबंद पीने का पानी बेचने वाला देश का सबसे बड़ा ग्रुप होगा. 

आपको बता दें देश में पैकेज्ड वाटर का मार्केट करीब 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. 1965 में बिसलेरी ने मुंबई के ठाणे में पहला 'वाटर प्लांट' स्थापित किया था. फिलहाल पैकेज्ड वाटर में बिसलेरी की हिस्सेदारी लगभग 32 फीसदी है. ये भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड वाटर बेचने वाली कंपनी है. वित्त वर्ष 2023 में कंपनी को 220 करोड़ रुपये का प्रॉफिट होने के साथ 2,500 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है.

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