OCCRP की रिपोर्ट का असर हवा हो गया, Adani ग्रुप के शेयर फिर चमकने लगे
खुलासे वाले दिन अडानी के शेयरों में गिरावट आई, लेकिन अगले दिन पासा पलट गया

खोजी पत्रकारों के एक समूह OCCRP ने 31 अगस्त को अडानी ग्रुप (Adani Group) पर आरोपों से भरी एक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में आरोप था कि अडानी ग्रुप से जुड़े लोगों ने ही ग्रुप के शेयर खरीदकर दाम बढ़वाए थे. रिपोर्ट आने के बाद 31 अगस्त को अडानी ग्रुप के शेयरों (Adani group shares) में 2.2 से 4.4 फीसदी तक की थी. अंदाजा लगाया जा रहा था कि शेयरों में और बिकवाली नजर आएगी. मगर ऐसा नहीं हुआ.गिरावट आई
अगले दिन यानी 1 सितंबर को अडानी ग्रुप के शेयरों में फिर खरीदारी दिखी. ग्रुप के 10 में से 7 शेयर 1 सितंबर को हरे निशान यानी फायदा कमाकर बंद हुए. अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 2.32 फीसदी, अडानी पावर 2.77 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज 1.29 फीसदी, अडानी एनर्जी 1.62 फीसदी, अडानी पोर्ट्स 1.03 फीसदी, NDTV 0.56 फीसदी और अंबुजा सीमेंट 1.21 फीसदी बढ़ा है. अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर, एसीसी घाटे में बंद हुए हैं.
1. Adani Green Energy (+2.32%) 949.55 रुपये.
2. Adani Power (+2.77%) 329.95 रुपये.
3. Adani Enterprises (+1.29%) 2450.10 रुपये.
4. Adani Energy Solutions (+1.62%) 825.30 रुपये.
5. Adani Ports (APSEZ) (+1.03%) 99.55 रुपये.
6. Adani Total Gas (-0.29%) 633.75 रुपये.
7. NDTV ( +0.56%) 215.55 रुपये.
8. Adani Wilmar (-1.83%) 362.2 रुपये.
9. ACC (-0.01%) 2009.25 रुपये.
10. Ambuja Cements (+1.21%) 433.70 रुपये.
रिपोर्ट में क्या थे आरोप?OCCRP की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मॉरीशस स्थित कुछ इन्वेस्टमेंट फर्म्स के जरिए बीते कई सालों में अडानी ग्रुप के शेयर्स में भारी निवेश हुआ. और अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स के भाव आसमान छूते गए. आरोप लगाया गया कि ये खेल करने वाली इन्वेस्टमेंट फर्म्स अडानी के परिवार से जुड़े लोग मैनेज करते थे.
अडानी ग्रुप ने क्या कहा?नए दस्तावेजों के आधार पर लग रहे आरोपों पर अडानी समूह ने कहा है कि नए सबूत और दावे कुछ भी नहीं हैं, ये हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए निराधार आरोपों का रिहैश (दोहराव) है. ये भी लिखा है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर हमारी प्रतिक्रिया हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध है. ग्रुप के मुताबिक बताने के लिए ये पर्याप्त है कि अडानी ग्रुप और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ इन आरोपों में न तो कोई सच्चाई है और न ही कोई आधार है और इन सभी आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं.
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