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ईरान-इजरायल के सीजफायर ने सुबह-सुबह 4.43 लाख करोड़ का फायदा करा दिया

ईरान इजरायल के बीच सीजफायर की खबर से शेयर बाजार खुश दिखे. 24 जून को शुरुआती तेजी में दोनों बेंचमार्क इंडेक्स ने अपने अहम लेवल को फिर से पार कर लिया है. सेंसेक्स 82,000 और निफ्टी 25,000 के पार जा चुका है. इससे निवेशकों को सुबह-सुबह ही 4.43 लाख करोड़ का फायदा हो गया.

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कच्चा तेल भी घटकर 70 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं, जो एक दिन पहले तक 80 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहे थे.
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उपासना
24 जून 2025 (Published: 11:17 AM IST) कॉमेंट्स
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ईरान और इजरायल के बीच सीज़फायर (Iran Israel Ceasefire) की खबर ने शेयर बाजारों में रौनक लौटा दी. आज 24 जून को घरेलू शेयर बाजार (Indian Share Market) हरे निशान में खुले. बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स (Nifty 50) 208 अंक या 0.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,179.90 पर खुला. सेंसेक्स (Sensex) भी 637.82 अंक या 0.78 प्रतिशत की उछाल के साथ 82,534.61 पर मजबूती के साथ खुला.

एक वक्त सेंसेक्स ने 900 से ज्यादा अंकों की छलांग लगाई, जबकि निफ्टी भी 250 अंकों से ज्यादा की बढ़त तक पहुंचा. इस तेजी से इससे बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4.43 लाख करोड़ बढ़कर 452.25 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया.

11 बजकर 15 मिनट पर सेंसेक्स 954 ऊपर ट्रेड कर रहा था, वहीं निफ्टी 295 अंकों के बढ़त के साथ 25267 पर बना हुआ था. 

एक दिन पहले ही 23 जून को युद्ध की खबरों के बीच बड़े लेवल्स के नीचे पहुंच गए थे. सेंसेक्स 82,000 और निफ्टी 25,000 के नीचे पहुंच गया था. हालांकि, सीजफायर की खबर के बाद मार्केट ने राहत की सांस ली. सुबह 10.30 बजे सेंसेक्स 883.51 अंक या 1.07% ऊपर 82,780.30 पर कारोबार कर रहा था. NSE का निफ्टी 265.55 अंक या 1.06% ऊपर 25,237.45 पर कारोबार करता दिखा.

शुरुआती कारोबार में सबसे ज्यादा फायदा तेल कंपनियों के शेयरों को हुआ. शुरुआती कारोबार में बीपीसीएल, एचपीसीएल और आईओसीएल जैसी तेल कंपनियों के शेयरों में उछाल दिखा. एचपीसीएल के शेयर बीएसई पर 5% बढ़कर 413.25 रुपये पर पहुंच गए. बीपीसीएल के शेयर 4.5% बढ़कर 327.70 रुपये पर और आईओसी के शेयर 3.5% बढ़कर 145.30 रुपये पर ट्रेड होते दिखे. इसका कारण है कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है. इसके दाम घटकर 70 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए. रुपया भी डॉलर के मुकाबले 68 पैसे मजबूत हुआ है.

क्या रही वजह?

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की ओर से सीजफायर के एलान के बाद निवेशकों को लग रहा है कि भू-राजनीतिक तनाव कम होंगे. अमेरिकी बाजार ने भी इस खबर को पॉजिटिव लिया. 23 जून को अमेरिकी शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए थे. डाउ जोन्स (Dow Jones) 374.96 अंक की तेजी के साथ, S&P 0.51 फीसदी की उछाल लेकर और नैसडैक(Nasdaq) 183.56 अंक चढ़कर बंद हुआ था.

मार्केट के जानकारों का कहना है कि इजरायल और ईरान के बीच तनाव कम होने के बाद निवेशक अब दूसरी वैश्विक घटनाओं पर फोकस कर रहे हैं. बाजार का मूवमेंट उन्हीं खबरों पर निर्भर करेगा. अगली अहम तारीख 9 जुलाई है. इस दिन अमेरिकी टैरिफ के जुड़ी समय सीमा है. उस दिन पता चलेगा कि टैरिफ को लेकर ट्रंप क्या फैसला लेते हैं. क्या टैरिफ पूरी तरह टाल दिए जाएंगे या लागू कर दिये जाएंगे. उस हिसाब से बाजार रिएक्ट करेगा.

वीडियो: खर्चा-पानी: ईरान-इजरायल संकट से गैस और तेल कितने महंगे होंगे?

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