The Lallantop
Advertisement

बड़े म्यूचुअल फंड का फ्रॉड पकड़ा गया, पैसे लगाने वालों का क्या होगा?

ED ने फ्रैंकलिन टेम्पलेटन म्यूचुअल फंड के मौजूदा और पूर्व अधिकारियों के घरों में छापेमारी की है.

Advertisement
Investor
निवेशक (सांकेतिक तस्वीर)
pic
प्रदीप यादव
16 मार्च 2023 (Updated: 16 मार्च 2023, 08:57 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने 16 मार्च को फ्रैंकलिन टेम्पलेटन म्यूचुअल फंड के मौजूदा और पूर्व अधिकारियों के घरों में छापेमारी की. यह छापेमारी कंपनी के अधिकारियों के मुंबई और चेन्नई स्थित घरों में की गई है. समाचार एजेंसी PTI ने ईडी के अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी है कि जांच एजेंसी कंपनी और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत अपनी जांच कर रही है और उसी के सिलसिले में और सबूत इकट्ठा करना चाह रही है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच एजेंसी विवेक कुडवा और उनकी पत्नी रूपा कुडवा के घरों की तलाशी ले रही है. विवेक कुडवा फ्रैंकलिन टेम्पलेटन में एशिया पैसिफिक हेड के पद पर काम कर चुके हैं. वे फ्रैंकलिन टेम्पलेटन में 16 साल काम करने के बाद 28 जुलाई 2022 को रिटायर हुए हैं. फिलहाल विवेक कुडवा की पत्नी रूपा कुडवा भारत में ओमिडयार नेटवर्क इंडिया की हेड हैं. इसके अलावा जांच एजेंसी फ्रैंकलिन टेम्पलेटन म्यूचुअल फंड में चीफ इन्वेस्टिंग ऑफिसर संतोष कामत के घर पर भी तलाशी ले रही है.

मामला क्या है?

अब जानते हैं कि पूरा मामला क्या है. दरअसल अप्रैल 2020 में फ्रैंकलिन टेम्पलेटन ने कोरोना महामारी के चलते अपनी 6 डेट स्कीम्स को बंद करने का ऐलान किया था और निवेशकों को पैसा निकालने से मना कर दिया गया था. इसके पीछे कंपनी ने कैश की समस्या का हवाला दिया था. इन स्कीम्स में करीब 3 लाख निवेशकों का पैसा लगा था. हालांकि, उस समय कंपनी ने कहा था कि वो सिक्योरिटीज को बेचकर लोगों का पैसा लौटा देगी. 

जिन स्कीमों को कंपनी ने बंद करने का ऐलान किया था उनका नाम है फ्रैंकलिन इंडिया लो ड्यूरेशन फंड, फ्रैंकलिन इंडिया डायनमिक एक्रुअल फंड, फ्रैंकलिन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड, फ्रैंकलिन इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड और फ्रैंकलिन इंडिया इनकम ऑपर्चुनिटीज फंड . इन स्कीम में निवेशकों के करीब 25 हजार करोड़ रुपये लगे थे.  इस बीच सेबी ने एक जांच में पाया फ्रैंकलिन टेम्पलेटन में एशिया पैसिफिक डिस्ट्रीब्यूशन विभाग के पूर्व हेड विवेक कुडवा और उनकी पत्नी ने अप्रैल 2020 में बंद होने से कुछ दिन पहले 6 डेट फंडों से करीब 30 करोड़ रुपये निकाले थे.

जुर्माना लगा था

सेबी ने अगस्त 2021 में फंड हाउस , उसकी ट्रस्टी कंपनी और फंड हाउस के 8 सीनियर अधिकारियों को डेट फंड के मिस मैनेजमेंट का दोषी पाया था. इसके बाद 2021 में सेबी ने एक साल के लिए एसेट मैनेजर विवेक कुडवा और रूपा कुडवा पर सिक्योरिटी मार्केट में काम करने से पूरी तरह बैन कर दिया था और कई दूसरे प्रतिबंध भी लगाए थे. इसके अलावा नियामक ने डेट स्कीम को चलाने में "कई अनियमितताओं" के लिए फ्रैंकलिन टेम्पलेटन पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था. 

फंड हाउस को जून 2018 और अप्रैल 2020 के बीच निवेश प्रबंधन और सलाहकार शुल्क के रूप में एकत्र किए गए 451 करोड़ रुपये (ब्याज के बाद 512 करोड़ रुपये) वापस लेने के लिए कहा गया था. इस बीच फ्रेंकलिन टेम्पलेटन इंडिया ने कहा है कि कंपनी ने अपनी बंद स्कीम के एवज में अपने वादे के मुताबिक 16 मार्च, 2023 तक निवेशकों को 26,931 करोड़ 27 लाख रुपये लौटा दिए हैं.

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एम्फी)  के आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड उद्योग का एसेट अंडर मैनेजमेंट 2022 में 2.2 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 39.88 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. 2021 में AUM में हुई 22 फीसदी की वृद्धि की तुलना में यह काफी कम है. 2021 में म्यूचुअल फंड उद्योग का AUM करीब सात लाख करोड़ रुपये बढ़कर 37.72 लाख करोड़ पर पहुंच गया था.

वीडियो: खर्चा पानी: दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में शुमार क्रेडिट सुइस बैंक डूबा तो क्या होगा?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement