SUV से लग्ज़री कार तक… GST 40 फीसदी होने के बाद भी होंगे सस्ते, ये है गणित
बड़ी कारों पर टैक्स बढ़कर 40 फीसदी जरूर हो गया मगर उनकी कीमत भी कम (Big cars will also become cheaper) होने वाली है. कई बड़ी गाड़ियों में 10 फीसदी कीमत कम होगी तो कई में 8 और 5 फीसदी. इसके पीछे की वजह है Cess नाम का चार्ज जिसकी बात हुई नहीं.

नया जीएसटी स्लैब आ गया है. आने वाली 22 सितंबर 2025 से बहुत सारी चीजें सस्ती होने वाली हैं. मसलन छोटी कारों से लेकर टीवी और एयर कंडीशनर तक. 33 जीवन रक्षक दवाएं, दुर्लभ बीमारियों और गंभीर बीमारियों के लिए दवाएं भी टैक्स फ्री होंगी. इंडिविजुअल हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर भी टैक्स नहीं लगेगा. कुछ चीजें महंगी भी होने वाली हैं, जैसे पान मसाला, तंबाकू उत्पाद और कोल्ड ड्रिंक. इसके साथ बड़ी कारें भी महंगी हो जाएंगी क्योंकि उनके ऊपर तो 40 फीसदी टैक्स लगने वाला है. अगर आप भी ऐसा ही सोच रहे तो जरा दिमाग पर ब्रेक लगा लीजिए.
बड़ी कारों पर टैक्स बढ़कर 40 फीसदी जरूर हो गया मगर उनकी कीमत भी कम (Big cars will also become cheaper) होने वाली है. कई बड़ी गाड़ियों में 10 फीसदी कीमत कम होगी तो कई में 8 और 5 फीसदी. इसके पीछे की वजह है Cess नाम का चार्ज जिसकी बात हुई नहीं.
Cess का केस समझ लीजिएआप जब भी कोई कार खरीदते हैं तो आमतौर आपको ऑन रोड कीमत से मतलब होता है. माने भईया हमें गाड़ी कितने की पड़ेगी. ज्यादा हुआ तो एक्स शोरूम कीमत पर थोड़ा फोकस हो जाता है. माने बेस प्राइज़ पर रजिस्ट्रेशन और बीमा सब मिलाकर गाड़ी की रोड की कीमत देख ली जाती है. क्योंकि कारों पर जीएसटी अभी तक 28 फीसदी रहा है तो उसके ऊपर ध्यान जाता नहीं.
मगर बात सिर्फ जीएसटी की नहीं है क्योंकि कारों पर Cess नाम का एक और टैक्स लगता है. कारों पर Central Excise and Service Tax के अलग-अलग स्लैब हैं. कार के इंजन, बॉडी, फ्यूल के हिसाब से ये 1 से 22 फीसदी तक लगता है.
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आसान भाषा में कहें तो जितनी बड़ी और महंगी गाड़ी उतना ज्यादा Cess. 4 मीटर लंबी, 1500 CC इंजन और 170 mm ग्राउंड क्लीयरेंस वाली गाड़ी पर Cess पूरे 22 फीसदी लगता है. जीएसटी मिलाकर टैक्स हुआ 50 फीसदी. ये सब तो पुराना हिसाब था. नए हिसाब में देखे तो ये वाला सेगमेंट 40 फीसदी टैक्स में चला गया तो इन कारों को तो भयंकर महंगा हो जाना चाहिए.
मगर यहीं आता है जीएसटी का एक और नियम. इस नियम के मुताबिक जो भी प्रोडक्ट 40 फीसदी वाले टैक्स के दायरे में आता है उसके ऊपर Cess अपने आप ही खत्म हो जाता है.

माने कि जिस कार पर 50 फीसदी टैक्स था, उसके ऊपर अब 40 लगेगा और जिस पर 45 था उसके ऊपर भी 40.
माने SUV से लेकर Multi-Utility Vehicle, Multi-Purpose Vehicle और Crossover Utility Vehicle (XUV) के दाम में 5 से 10 फीसदी की कमी होने वाली है.
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