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Portronics के QR कोड ने खोला स्कैम का दरवाज़ा, वारंटी नहीं, ठगी का रास्ता!

Portronics कंपनी का एक वीडियो वायरल है जिसे Nishant Sharma नाम के इंस्टाग्राम यूजर (nishant_ig) ने शेयर किया है. यूजर ने कंपनी का Tyre Inflator मंगाया था. मगर ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon से आए इस प्रोडक्ट की वारंटी क्लेम करते ही कांड हो गया.

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QR Code में गजब हेराफेरी

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मसलन चार्जर से लेकर केबल और की-बोर्ड से लेकर कार एक्सेसरीज में एक देसी कंपनी है Portronics. किफायती और टिकाऊ प्रोडक्ट बनाने में कंपनी की कोई सानी नहीं. आगे बढ़ने से पहले ही कह देते हैं कि अपन खुद इस कंपनी के प्रोडक्ट्स के जबरा फैन हैं. मगर आज बात कंपनी के किसी प्रोडक्ट की नहीं बल्कि प्रोडक्ट के साथ आने वाले एक लेबल की करेंगे. बात करेंगे प्रोडक्ट के बॉक्स पर लगे क्यूआर कोड की जो एक स्कैम का इशारा दे रहा है. बात करेंगे इस वीडियो की जिसे अभी तक 14 लाख से ज्यादा लोगों ने देख लिया है.

बात Portronics के उस वीडियो की जिसे Nishant Sharma नाम के इंस्टाग्राम यूजर (nishant_ig)ने शेयर किया था. यूजर ने कंपनी का Tyre Inflator मंगाया था. मगर ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon से आए इस प्रोडक्ट की वारंटी क्लेम करते ही कांड हो गया. वीडियो देखिए. 

वीडियो देखकर साफ-समझ में आ रहा, ऐसा नहीं लिख सकते क्योंकि क्या हो रहा वो समझ में नहीं आ रहा है. यूजर ने वारंटी क्लेम करने के लिए बॉक्स के ऊपर दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन किया. आमतौर पर यही प्रोसेस होती है और स्कैन करते ही यूजर कंपनी की वेबसाइट पर पहुंच जाता है. लेकिन यहां तो कुछ और ही हो रहा है.

स्कैन करते ही एक पेमेंट ऐप का स्क्रैच कार्ड खुलता है और 790 रुपये मिलने का बधाई संदेश नमूदार होता है. यहां तक तो ठीक लेकिन खेला इसके बाद शुरू होता है. पैसे मिलने की जगह इतने ही पैसे किसी के अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए ऐप का पेज ओपन हो जाता है.

मतलब स्कैम वो भी अलग स्टाइल का.  वीडियो के मुताबिक Clicktech Retail Pvt Ltd से आए इस प्रोडक्ट के क्यूआर कोड में कुछ झोल है. किसी ने बड़ी सफाई से बॉक्स पर लगे क्यूआर कोड में हेराफेरी की. यहां तक बात समझ में भी आती है कि चलो बॉक्स तो बाहर रहता है लेकिन असली खेल तो बॉक्स के लेबल के अंदर मिला.

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ये भी वारंटी क्लेम करने का एक तरीका है. इसमें भी वही झोल. ऐसे में सवाल उठता है कि किसने बॉक्स ओपन किया और फिर पूरा लेबल बदलकर बॉक्स फिर से पैक कर दिया. अगर ऐसा हो सकता है तो फिर क्या गारंटी कि प्रोडक्ट में कोई खेल नहीं होगा. कितने ही ग्राहकों ने पेमेंट कर भी दिया होगा. प्रोडक्ट भले Amazon से आया है वो भी उसके एक डीलर नेटवर्क, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि portronics की जवाबदेही नहीं.

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कंपनी की प्रेस रिलीज 

हमने भी उनसे पूछा और पता चला कि कुल तीन लोगों ने अभी तलक उस लिंक पर पेमेंट भी कर दिया है. कंपनी ने अपने साथ हुई साइबर ठगी को माना है और इसकी रिपोर्ट भी की है. साथ ही उन तीनों ग्राहकों को उनका पैसा भी वापस किया है. निशांत ने भी वीडियो पोस्ट करके बताया कि कंपनी ने सब सुलझा दिया है. साइबर पुलिस की जांच जारी है. आगे जो भी अपडेट होगा वो हम आपसे साझा करेंगे. 

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