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"पापा के दोस्त बोल रहे हैं, पैसे लौटाने हैं...", ऑनलाइन फ्रॉड को 3 तरीके, मार्केट में एकदम नए आए हैं

साइबर क्राइम और ऑनलाइन ठगी के वो तीन तरीके तो हाल-फिलहाल में ज्यादा देखे जा रहे हैं. कोई फोन कॉल नहीं, कोई मेल नहीं, कोई एसएमएस भी नहीं. ऑर्डर कैंसिल होने वाला ओटीपी भी नहीं. पुलिस और सीबीआई के नाम पर दी जाने वाली धमकी भी नहीं. एकदम जहीन तरीके से कांड हो रहा है.

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साइबर स्कैम के जहीन तरीके

कोई भूमिका नहीं बनाते, कोई ओपनिंग नहीं. पहली लाइन में बता देते हैं कि हम आपको तीन ऐसे साइबर अपराधों के बारे में बताने वाले हैं जो बेहद ज़हीन किस्म के हैं. अंग्रेजी में कहें तो sophisticated टाइप के. जितने भी ठगी के तरीके आप जानते होंगे या जितने भी हमने अभी तक कवर किये होंगे, उनसे एकदम अलग. ऐसे तरीके, जो पिछले कुछ महीनों में सामने आए हैं. हमें लगा इनके बारे में आपको पता होना चाहिए ताकि आप सावधान रहें और ठगी से बच सकें.

मरी इंश्योरेंस पॉलिसी जिंदा करने का स्कैम

अचानक से आपके पास एक फोन आएगा. सामने से एलआईसी या किसी दूसरे इंश्योरेंस पॉलिसी एजेंट के तौर पर बात होगी. बात आपके काम की मसलन कोई ऐसी पॉलिसी जिसका आपने सिर्फ एक बार प्रीमियम भरा या फिर जिसका कई महीनों ने कोई प्रीमियम भरा ही नहीं. मतलब आपके लिए पॉलिसी खत्म के बराबर. अब दिया जाएगा लालच उस पॉलिसी को एक बार फिर से जिंदा करने का. कुछ रकम जमा करने की बात होगी और साथ में एक वादा भी. वादा ये कि जमा रकम को एक साल बाद निकाल सकते हैं. सब फ्रॉड है क्योंकि ऐसा कुछ होने वाला नहीं है. पॉलिसी से जुड़े किसी भी काम के लिए कोई भी  इंश्योरेंस कंपनी पैसा नहीं मांगती. सारे काम ऑफिस से होते हैं वो भी आधिकारिक चैनल के जरिए. ऐसे केस में अधिकतर उन लोगों को टारगेट किया जाता है जिन्होंने पहला प्रीमियम तगड़ा भरा था. बच कर रहिए.

हम पापा के दोस्त बोल रहे हैं

कॉल आएगा और कहा जाएगा कि हम आपके पापा के दोस्त या मम्मी की सहेली बोल रहे हैं. उनका फोन नहीं लग रहा और हमें उनको पैसे ट्रांसफर करना है. यहां आपको कुछ करने का मौका नहीं दिया जाएगा मतलब जैसे मैं पता करता टाइप. आपसे कहा जाएगा कि आपके नंबर पर पैसा ट्रांसफर कर देते हैं. आप हामी भर दोगे. यहां एक बात ध्यान दीजिए. ये सब कॉल के दौरान होगा. आपके अकाउंट में पैसे भी आएंगे और उसका मैसेज भी. इस दरमियान सामने वाला आपके साथ लगातार बातचीत करेगा.

पैसा का मैसेज और उधर से सॉरी. सॉरी इस बात का कि हमने गलती से 2000 की जगह 10 हजार ट्रांसफर कर दिए. मैसेज में भी यही लिखा होगा. अब आपसे मनुहार करके या किसी और बहाने से ज्यादा पैसे वापस करने को कहा जाएगा. कई लोग इस फर्जीवाड़े में फंस चुके हैं और पैसा गवां चुके हैं. आपको जो मैसेज आया वो एडिट किया होता है. अब सब कुछ फोन कॉल के दौरान होता है तो ज्यादा मौका मिलता नहीं. बातों का झुनझुना बजाए जाओ और लूटे जाओ.

वैसे इस तरीके के स्कैम से बचने के लिए कुछ ऐप्स ने कॉल के दौरान ओटीपी आने पर चेतावनी देना स्टार्ट किया है. उदाहरण के लिए Truecaller और Paytm.

लिफाफा स्कैम वाला

कोई फोन कॉल नहीं, कोई मेल नहीं, कोई एसएमएस भी नहीं. ऑर्डर कैंसिल होने वाला ओटीपी भी नहीं. पुलिस और सीबीआई के नाम पर दी जाने वाली धमकी भी नहीं. इस बार आपके घर या ऑफिस में आएगा एक लिफाफा. कोई दरवाजे के पास फेंक कर नहीं जाएगा, बल्कि बाकायदा किसी बड़ी कूरियर कंपनी की सर्विस इस्तेमाल होगी.

ये सब इसलिए कि सारा प्रोसेस एकदम असली लगे. अब आप लिफाफा खोलेंगे तो मीशो ऑनलाइन प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक अचीवमेंट सर्टिफिकेट निकलेगा. कलरफुल फॉर्म, जिसमें आपको अपने डिटेल भरने के लिए कहा जाएगा. वजह, क्योंकि आपने जीती है एक मारुति कार या कोई बहुत बड़ा इनाम. यहां तक आपको लगेगा इसमें क्या है, भरकर भेज देते हैं.

नहीं, क्योंकि असल खेला अभी बाकी है. सारी जानकारी भरने के बाद एक फॉर्म में दिए गए कोड को स्क्रैच करने के लिए कहा जाएगा.

स्क्रैच करते ही सामने नजर आएगा एक क्यूआर कोड जिसे स्कैन करना है. मतलब ये प्रोसेस है, लेकिन आपने ऐसा बिल्कुल नहीं करना है. क्यूआर कोड स्कैन और खेल खत्म.

ये वो तीन नए स्कैम हैं जो आजकल खूब देखे जा रहे. बचने के सिर्फ एक तरीका है. सावधानी रखें.  कहीं भी क्लिक करने से पहले संबंधित कंपनी के ऑफिस में बात कर लीजिए. सोशल मीडिया से लेकर साइबर पुलिस के हैन्डल पर नजर रखिए. यहां तकरीबन हर किस्म के फ्रॉड के बारे में चेताया जाता है. रही बात कुछ पुराने तरीकों की तो हमने इनके बारे में डिटेल में बताया है. आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं. 

वीडियो: दिल्ली पुलिस की नई साइबर हेल्पलाइन ऑनलाइन फ्रॉड होने पर पैसा वापस दिलवाएगी?