हाइफा का युद्ध: जब जोधपुर के जाबांजों ने तुर्कों को अपने भाले पर पिरो लिया था
इतिहास में फिर कभी वैसी जंग हुई ही नहीं, जैसी हाइफा में भारतीय सैनिकों ने लड़ी.
पहला और दूसरा विश्वयुद्ध. भारत उस समय ब्रिटिश शासन का गुलाम था. इसमें भारत के लगभग डेढ़ लाख सैनिक शहीद हुए. ईस्ट अफ्रीका से लेकर जर्मनी तक भारतीय सैनिकों की वीर गाथा इतिहास में दर्ज है. लेकिन हमें इस इतिहास के बारे में नहीं बताया जाता है. आज हमारे साथ एम. एस. जोधा साहब हैं. जिन्होंने हाइफा के युद्ध पर एक किताब लिखी है.