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विम्बलडन में बड़ा उलटफेर, 24 साल के खिलाड़ी ने रोजर फेडरर को किया बाहर

जीवन में पहली बार 6-0 से सेट हारे फेडरर.

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Wimbledon 2021 से बाहर होने के बाद मैदान से बाहर जाते हुए Roger Federer (कर्टसी: ट्विटर)
गुरूवार सुबह उठकर ना जाने कितने ही टेनिस फैंस को इस खबर से गहरा झटका लगे. लेकिन ये सच है. आठ बार के बिम्बलडन चैम्पियन रॉजर फेडरर टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. पोलैंड के 24 साल के हुबर्ट हुरकाज़ ने तीन सीधे सेट्स में फेडरर को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया. दो घंटे से भी कम चले इस मैच को पोलैंड के 14वी रैंक के खिलाड़ी ने 6-3, 7-6(7/4 ), 6-0 से जीतकर टूर्नामेंट के सेमी फाइनल में अपनी जगह पक्की की. अपने जीवन का पहला ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल खेलने उतरे 24 वर्षीय हुरकाज़, रॉजर फेडरर को ही अपना आइडल मानते हैं. आपको बता दें कि फेडरर के करियर का यह 58वां ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल मुक़ाबला था. खेल देख कर ऐसा लगा मानो 24 साल के फेडरर ने 40 वर्षीय फेडरर को हराया हो. हुरकाज़ का खेल इतना प्रभावी था कि कई लोगों ने उनकी तुलना 15 साल पुराने फेडरर से कर दी. # फ्लॉप रहे Federer फेडरर के 22 साल के करियर में ये सिर्फ दूसरा ऐसा मौका था जब वह तीन सीधे सेट्स में किसी खिलाडी से हार गए. आखिरी बार ऐसा साल 2002 में हुआ था. लेकिन 20 ग्रैंडस्लैम और 103 सिंगल्स खिताब अपने नाम कर चुके फेडरर इतने फीके कभी नहीं दिखे जितने बीती रात के मैच में नज़र आए. मैच के दौरान फेडरर ने 31 ऐसी गलतियां की जो की नहीं होनी चाहिए थीं. टेनिस की भाषा में इन गलतियों को 'अनफोर्स्ड एरर्स' कहते हैं. मैच की बात करें तो पोलैंड के 14वीं रैंक के खिलाड़ी शुरू से ही विम्बलडन के लीजेंड पर भारी दिखे. लगभग आधे घंटे चले पहले सेट को हुरकाज़ ने बड़ी आसानी से अपने नाम कर लिया. दूसरे सेट की शुरुवात फेडरर के लिए बेहद अच्छी रही और वह 3-0 से लीड करने लगे. लेकिन तभी हुरकाज़ ने वापसी की और फेडरर ने गलतियों का ढेर लगा दिया. देखते ही देखते मैच टाई ब्रेकर में चला गया और सबकी उम्मीदों के विपरीत जाकर हुरकाज़ ने 7-4 से इसे अपने नाम कर लिया. अभी भी फैंस को उम्मीद थी कि फेडरर वापसी करेंगे जैसा वे अक्सर करते हैं पर तीसरे सेट में कुछ ऐसा हुआ जो आज से पहले फेडरर के जीवन में नहीं हुआ था. पोलैंड के हूबर्ट हुरकाज़ ने फेडरर को 6-0 से सेट हरा दिया. फेडरर के विम्बलडन करियर में पहली बार ऐसा हुआ की वे कोई सेट 6-0 से हारे हों. 40 साल के फेडरर का यह आखिरी विम्बलडन मैच भी हो सकता है. मैच के बाद हुई प्रेजेंटेशन में जब उनके फ्यूचर को लेकर सवाल पूछा गया तो फेडरर ने कहा,
''सच पूछें तो मुझे नहीं पता. आज मिली इस हार के बाद मैं और मेरी पूरी टीम साथ बैठ कर बात करेगी कि आगे क्या करना है और खेल में क्या-क्या सुधार किए जा सकते हैं. पिछले डेढ़ साल में घुटने की दो सर्जरी के बाद मैं जिस तरह इस टूर्नामेंट में खेला उससे मैं काफी खुश हूं. और रही बात भविष्य में खेलने की तो जिस उम्र में मैं हूं ऐसे में आप कुछ नहीं कह सकते कि आगे क्या होने वाला है.''
विम्बलडन के बाद अब फेडरर का ध्यान आने वाले ओलम्पिक्स और यूएस ओपन पर है. वहीं दूसरी तरफ हुरकाज़ अपने सेमी फ़ाइनल पर ध्यान देंगे. पिछले मैच में वर्ल्ड नंबर 2 को पांच सेट तक चले मैच में हराने और फिर रॉजर फेडरर को टूर्नामेंट से बाहर करने के बाद इस नौजवान खिलाड़ी का कॉन्फिडेंस सातवें आसमान पर है. ऐसे में देखना होगा कि यह खिलाड़ी अपने करियर के पहले ग्रैंडस्लैम सेमी फाइनल में कैसा खेल दिखाता है.
इस स्टोरी को लिखा है हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे प्रवीण नेहरा ने.

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