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‘पाकिस्तान के खिलाफ स्टैंड लेना बहुत जरूरी था...’ सूर्यकुमार यादव ने बताई बैकग्राउंड स्टोरी

Suryakumar Yadav on Pakistan: मैच के बाद भारतीय कप्तान ने पूरे प्रकरण पर खुलकर विस्तार से बात की है. उन्होंने पूरे प्रकरण की बैकग्राउंड स्टोरी बताई है. उन्होंने यह भी बताया कि हाथ न मिलाने का फैसला लिए जाने के बाद टीम में कैसा माहौल था.

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भारतीय t20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव. (फोटो- AP)

सूर्यकुमार यादव पूरे एशिया कप में एक बेहतर कप्तान के रूप में उभरे. पाकिस्तान के साथ तीनों मैचों में जो तमाशा हुआ उसने वह वर्षों तक याद रखा जाएगा. खासकर फाइनल में जिस तरह भारतीय टीम को चैंपियन बनने के बावजूद ट्रॉफी नहीं सौंपी गई. मैच के बाद सूर्यकुमार यादव ने पूरे प्रकरण पर खुलकर विस्तार से बात की है. उन्होंने पूरे प्रकरण की बैकग्राउंड स्टोरी बताई है.

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पाकिस्तान पर क्या बोले सूर्यकुमार यादव

इंडियन एक्सप्रेस में छपे सूर्यकुमार यादव के इंटरव्यू के मुताबिक, उन्होंने साफ किया कि पाकिस्तान के खिलाफ एक स्टैंड लेना बेहद जरूरी थी. जब उनसे पूछा गया कि वह खुद को हाथ मिलाने से कैसे रोक पाए तो सूर्या ने कहा कि यह खुद को कंट्रोल करने की बात नहीं है. देश के साथ चलना जरूरी है. जीवन में कुछ चीजें खेल भावना से ऊपर होती हैं. यह उससे थोड़ा आगे की बात थी. पाकिस्तान के खिलाफ एक स्टैंड लेना बहुत जरूरी था. 

टीम के बाकी खिलाड़ियों ने क्या कहा

जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान के साथ हाथ न मिलाने को लेकर ड्रेसिंग रूम में कैसा माहौल था तो उन्होंने बताया कि टीम में सभी ने यही सोचा था कि वे हाथ नहीं मिलाएंगे. पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ ने भी यही सोचा था. उन्होंने साफ किया कि सभी ने यह सोचा था कि अगर उन्होंने एक बार कोई स्टैंड ले लिया है तो वे उसे नहीं बदलेंगे.

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ट्रेंड तो नहीं बना हाथ न मिलाना?

उनसे यह भी पूछा गया कि क्या उन्होंने हाथ न मिलाने का ट्रेंड शुरू कर दिया है. इस पर सूर्या ने कहा कि वह नहीं जानते कि आगे क्या होगा. दिल्ली अभी बहुत दूर है. मुझे नहीं पता कि आगे के पाकिस्तान के मैचों में क्या होगा. भारत वैसे भी सिर्फ ICC टूर्नामेंट्स में पाकिस्तान के साथ खेलता है. तब जो भी होगा, देखा जाएगा. फिलहाल यह वो पल है जिसका पूरी टीम मजा लेना चाहती है.

टीम पर नहीं था कोई दबाव

उन्होंने यह भी कहा कि हाथ न मिलाने के बाद उन पर या टीम पर किसी तरह का कोई दबाव या तनाव नहीं था. वे वहां क्रिकेट खेलने गए थे और पूरी टीम ने अच्छा क्रिकेट खेला. इसका परिणाम पूरी दुनिया के सामने है. अगर हम इन बातों के तनाव लेते तो इसका असर उनके खेल पर पड़ता और फोकस हट जाता. सूर्या ने कहा कि दबाव की स्थिति जो भी रही हो लेकिन टीम के खिलाड़ियों ने जीतने के टारगेट पर पूरा फोकस किया.

बिना ट्रॉफी ऐसे किया सेलिब्रेट

सूर्या ने यह भी बताया कि उन्होंने बिना ट्रॉफी के कैसे सेलिब्रेट किया. उन्होंने कहा कि पूरी टीम एक घंटे तक ड्रेसिंग रूम में रही. सब एक-दूसरे से बातें करते रहे. एक-दूसरे का मजाक उड़ाते रहे. कुछ लोगों की सुबह की फ्लाइट भी जल्दी थी. फिर सबने अपनी-अपनी आर्टिफिशियल ट्रॉफी बनाई. टीम को ट्रॉफी नहीं मिली तो इससे यह तय नहीं होता कि उन्होंने कैसी क्रिकेट खेली. 

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Indian Team
बिना ट्रॉफी जश्न मनाती टीम इंडिया. (फोटो- AP)

उन्होंने कहा कि पूरी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया. शिवम दुबे ने हार्दिक की गैरमौजूदगी में बेहतर तरीके से जिम्मेदारी संभाली. खिलाड़ी ऐसे ही बड़े बनते हैं. जब तक आप उन्हें पानी में नहीं फेंका जाएगा तो कैसे पता चलेगा वे 10 फीट की गहराई तक तैर सकते हैं या नहीं.

वीडियो: फाइनल मैच के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में ट्रॉफी न लेने के सवाल पर सूर्यकुमार यादव ने क्या जवाब दिया?

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