जम्मू शहर के शहीदी चौक पर एक सब्ज़ी और फल बेचने वाले का 21 साल का लड़का. रातों-रात ऐसी गेंद फेंकी कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी उनका नाम लिए बिना नहीं रह पाए. नाम है उमरान मलिक. IPL का नया सेंसेशन. IPL सीज़न 2021 में सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए 'वाइल्ड कार्ड एंट्री' हुई और दो मैचों में ही ऐसी स्पीड दिखाई कि सोशल मीडिया उनके टीम इंडिया में पहुंचने की बातें करने लगा है. तारीख 06 अक्टूबर 2021. तारों की रौशनी वाला समय. RCB-SRH मैच में बैंगलोर की पारी का नौवां ओवर. स्ट्राइक पर देवदत्त पडिक्कल. उमरान मलिक की ऑफ-स्टम्प से थोड़ी सी बाहर एक फुलटॉस गेंद. लेकिन जब नज़र घुमाकर देखी गई तो पता चला स्पीड गन का कांटा 153 kph पर पहुंच गया. ऐसा नहीं था उस ओवर में ये पहली बार था. उससे पहले उमरान 150 और 151.9 kph की गेंदें भी फेंक चुके थे. 153kph आईपीएल 2021 की अब तक की सबसे तेज़ गेंद थी. तमाम लोग इस गेंदबाज़ की तारीफ कर रहे हैं. क्योंकि सिर्फ दो मैचों में ही ऐसी एक्सप्रेस पेस के बाद उमरान को जमकर प्यार मिल रहा है. उमरान इस सीज़न के सेकेंड लेग तक सनराइज़र्स हैदराबाद के नेट बॉलर थे. लेकिन जैसे ही टी. नटराजन कोविड पॉज़ीटिव हुए. उमरान को स्क्वॉड का हिस्सा बना लिया गया. उमरान के ऐसे प्रदर्शन के बाद उनके पिता अब्दुल मलिक के पास भी बधाई संदेश आने लगे हैं. लोग उनके घर आ-आकर बधाई दे रहे हैं. उनके पिता ने इंडिया टुडे को बताया कि
'उमरान जब तीन साल के थे तब से क्रिकेट खेल रहे हैं. वो हमेशा से प्रोफेशनल क्रिकेट खेलना चाहते थे. और जब उन्हें सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए चुना गया तो हम सब बहुत खुश हुए. उसे खेलता देख मेरी पत्नी की आंखों में आंसू आ गए. मेरे बेटे ने बहुत मेहनत की है, हमने हमेशा उसे सपोर्ट किया है. हम उम्मीद करते हैं कि एक दिन वो भारत के लिए खेलेगा.'
पहले मैच में उमरान की कामयाबी का जश्न शहीदी चौक पर भी मनाया गया. लोगों ने मिठाइयां बाटी. उनके पिता ने बताया कि
'ये हमारे लिए कोई आम बात नहीं है. हम बहुत गरीब परिवार से हैं. मैं घर चलाने के लिए सब्ज़ियां और फल बेचता हूं. मेरे बेटे ने मेरा सिर ऊंचा किया है. यहां तक कि लेफ्टिनेंट गर्वनर साहब ने भी हमें बधाई दी है.'
आईपीएल में खेलने से पहले मलिक ने भारतीय डॉमेस्टिक सर्किट में सिर्फ एक T20 और एक List A गेम खेला था. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में रेलवे के खिलाफ उन्होंने एक T20 मैच खेला. जहां पर उन्होंने चार ओवर के स्पेल में 24 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे. जबकि विजय हज़ारे ट्रॉफी में उमरान ने अपना लिस्ट ए डेब्यू बंगाल के खिलाफ किया. उस मुकाबले में उमरान ने 10 ओवर के स्पेल में 98 रन लुटा दिए थे. उमरान मलिक के करियर की अभी शुरुआत है. हर क्रिकेट फैन चाहता है कि इतनी तेज़ रफ्तार से गेंदे फेंकने वाला ये बोलर भारतीय क्रिकेट के काम आ सके.