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WTC के बारे में सोचना... 12 साल बाद घर में टेस्ट सीरीज़ हार क्या कुछ बोले रोहित?

रोहित-गंभीर की टीम इंडिया घर में टेस्ट सीरीज हार गई. और इसके साथ ही टूट गया 12 साल का सिलसिला. इस हार के बाद अब भारत के WTC Final में पहुंचने के मौके भी कम हो गए हैं. दूसरे टेस्ट के बाद रोहित ने मीडिया से कई चीजों पर बात की.

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रोहित की कप्तानी में फिर हारा भारत (AP)

भले ही भारतीय क्रिकेट टीम 2012 के बाद पहली टेस्ट सीरीज़ हार गई है. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा इस पर ओवररिएक्ट नहीं करेंगे. ना ही वह पैनिक बटन दबाएंगे. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ पुणे टेस्ट हारने के बाद, रोहित ने इन बातों का भरोसा दिलाया है.

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मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रोहित बोले,

'मैं इस हार के बाद ओवररिएक्ट नहीं करूंगा. आपको कुछ प्लेयर्स से बात करनी होगी. कोने में बैठकर एक-एक पारी डिस्कस करने का कोई अर्थ नहीं है. युवाओं को स्पष्ट संदेश देना और शांत रखना हमारी जिम्मेदारी है.'

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भारतीय टीम पुणे में 113 रन से हारी. ये बीते 12 साल में भारत की अपने घर में पहली हार है. मिचल सैंटनर ने अकेले ही 13 विकेट लेते हुए भारत की हार पक्की की. अब तीन टेस्ट की सीरीज़ में न्यूज़ीलैंड 2-0 से आगे है. लेकिन रोहित किसी पैनिक में नहीं हैं. वह बोले,

'हमारा 12 साल का बढ़िया रन था. इस दौर में हमने कमाल का काम किया. मुझे नहीं लगता कि हमें किसी चीज़ पर अलग से बात करनी चाहिए, या कोई काम अलग से करना चाहिए. हम इस बारे में सोचेंगे कि हमने क्या ग़लत किया. और हम क्या बेहतर कर सकते हैं. लेकिन मुझे कोई मेडिकल किट खोलकर अलग तरीके से काम करने की जरूरत नहीं है. हमें ये सोचना होगा कि इस टीम ने पहले बहुत सारा अच्छा काम किया है.'

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भारतीय टीम के लिए अब WTC Finals तक पहुंचना भी मुश्किल लग रहा है. लेकिन रोहित को इसकी चिंता नहीं है. वह बोले,

'अभी WTC के बारे में सोचना जल्दबाजी होगी. मैं दुखी हूं क्योंकि हम गेम हार गए. मैं इस बारे में नहीं सोच पा रहा कि आगे क्या होने वाला है और क्या इससे हमारे मौकों पर असर पड़ा है. मैं दुखी हूं क्योंकि हम सीरीज़ हार गए. कुछ काम हैं, जो हमें करने होंगे. अगर आप एक टेस्ट हारते हैं, तो इसलिए हारते हैं क्योंकि आप एक टीम के रूप में फ़ेल होते हैं. अगर आप जीतते हैं तो सभी को क्रेडिट मिलना चाहिए. अगर आप हारते हैं, सभी को दोष लेना होगा.

हम अपने घर में लगातार 18 सीरीज़ जीते हैं. हमने अच्छा काम किया है. इस सीरीज़ में हमने अच्छी बैटिंग नहीं की. ये होता रहता है. हमने चैलेंजिंग विकेट्स पर स्कोर किया है. मैं इन दो खराब टेस्ट मैचेज़ में नहीं अटकना चाहता. दो या तीन बुरी पारियां हो सकती हैं. हम इस सीरीज़ में बल्ले से जो करना चाहते थे वो हुआ नहीं. पोस्टमार्टम नहीं करना चाहता. लेकिन हां, हम अपने प्लान, प्रोसेस और मेथड पर यक़ीन करना चाहते हैं.'

इस टेस्ट में भारतीय टीम ने टॉस गंवाया था. पहले बैटिंग करते हुए न्यूज़ीलैंड ने 259 रन बनाए. जवाब में भारतीय टीम 156 रन ही जोड़ पाई. न्यूज़ीलैंड ने अपनी दूसरी पारी में 255 रन बनाए. जवाब में भारत 245 पर ही सिमट गया. न्यूज़ीलैंड के लिए मिचल सैंटनर ने पहली पारी में सात और दूसरी पारी में छह विकेट लिए. उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया. सीरीज़ का तीसरा और आखिरी टेस्ट 1 नवंबर से मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में खेला जाएगा.

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