नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra). भारत के गोल्डन बॉय. टोक्यो ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज की नजर विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletic Championship) में इतिहास रचने पर है. नीरज ने शुक्रवार, 22 जुलाई को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना जलवा बिखेरा है. नीरज ने अपने पहले ही अटेम्प्ट में मेंस जैवलिन इवेंट के फाइनल के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है. नीरज ने 88.39 मीटर की दूरी तक भाला फेंकते हुए फाइनल में जगह बनाई.
फाइनल के लिए ऑटोमेटिक क्वॉलिफिकेशन के लिए खिलाड़ी को कम से कम 83.50 मीटर की दूरी तय करनी थी. और नीरज ने अपना पहला थ्रो ही इससे काफी दूर फेंक दिया. नीरज अब रविवार को भारतीय समय के मुताबिक सुबह 7 बजकर 05 मिनट पर मेडल के लिए मैदान पर उतरेंगे.
नीरज चोपड़ा के पहले ही थ्रो ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मौज कर दी!
इतिहास रचने से बस एक कदम दूर हैं नीरज.

अमेरिका के ओरेगॉन में आयोजित इस इवेंट में कुल 34 एथलीट्स ने हिस्सा लिया. जिनको दो क्वॉलिफाइंग ग्रुप में बांटा गया था. इन दो ग्रुप के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों को फाइनल इवेंट में भाग लेने का मौका मिलेगा. नीरज चोपड़ा क्वॉलिफिकेशन के दौरान ग्रुप A में शामिल थे. इस ग्रुप में उनका प्रदर्शन अन्य एथलीट्स से कहीं ज्यादा बेहतर था. नीरज के अलावा चेक गणराज्य के ओलंपिक सिल्वर मेडल विजेता जैकब वाडलेज ने भी फाइनल के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है. जैकब ने 85.23 मीटर के अपने पहले प्रयास के साथ फाइनल का टिकट पाया.
नीरज की नज़रें अब यहां मेडल हासिल कर इतिहास रचने पर है. नीरज चोपड़ा अगर इस इवेंट में जीत हासिल करते हैं, तो वो नॉर्वे के एंड्रियास थोर किल्डसन के बाद ओलंपिक्स और विश्व चैंपियनशिप जीतने वाले पहले पुरुष भाला फेंकने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे. एंड्रियास ने ये कारनामा साल 2008-09 में किया था.
इसके साथ ही नीरज इस चैंपियनशिप में भारत के 19 साल का मेडल का सूखा भी खत्म कर देंगे. वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत को आखिरी बार साल 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लॉन्ग जंप में मेडल जिताया था. अंजू बॉबी जॉर्ज ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था.
नीरज इस सीजन की शुरूआत से अब तक दो बार अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं. उन्होंने इस सीजन फिनलैंड के पावो नुर्मी खेलों में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया था. वहीं इसके बाद उन्होंने कुओरटाने खेलों में गोल्ड मेडल, जबकि स्टॉकहोम डायमंड लीग में 89.94 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया था.
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