The Lallantop

मेरे को ये बैट देगा क्या? सचिन का ये क़िस्सा सुनकर दंग रह जाएंगे आप!

जब भगवान ने किया एक बल्ले के बदले पांच बल्लों का सौदा.

Advertisement
post-main-image
सचिन को बल्ले पहचानना आता है (गेटी फाइल)

सचिन तेंडुलकर पचास साल के हो गए हैं. और इस मौके पर तमाम सारी बधाइयां और क़िस्से चल रहे हैं. लेकिन इस क़िस्सों में हमें सबसे सही लगा प्रवीण आमरे का क़िस्सा. दिल्ली कैपिटल्स को कोचिंग दे रहे आमरे ने जो क़िस्सा सुनाया है, उससे आप समझ जाएंगे कि सचिन इतने महान क्यों हैं.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

DC के असिस्टेंट कोच आमरने ने भारत के लिए 11 टेस्ट और 37 वनडे मैच खेले हैं. उन्होंने लगभग तीन दशक पुराना क़िस्सा सुनाते हुए कहा,

'93 में प्रसाद प्रधान नाम के एक प्लेयर थे. हम पुणे में उनके लिए एक बेनिफिट मैच खेलने गए. वहां लोकल क्रिकेटर्स भी थे और इसके चलते काफी सारे बल्ले मैदान में पड़े थे. सचिन ने वहीं से एक बल्ला उठाया और जमीन पर टैप करना शुरू कर दिया. बैट पर कोई स्टीकर नहीं था, वह एक प्लेन बल्ला था. सचिन ने टैप करने के बाद उस बल्ले से मालिक से कहा- मेरे को ये बैट देगा क्या? जाहिर है, सचिन की ऐसी मांग को कौन नकारेगा?

बंदे ने खुशी-खुशी उनकी बात मान ली. सचिन ने बदले में उसे अपनी किट से निकालकर पांच बैट दिए. चूंकि मैं उनका रूम-पार्टनर था, तो बाद में मैंने देखा कि सचिन ने उस लोकल बैट पर अपने कॉन्ट्रैक्ट वाला स्टीकर लगाया. और मुझे अच्छे से याद है कि बाद में उन्होंने उसी बल्ले से पांच इंटरनेशनल शतक मारे. मैं बस इतना बताना चाह रहा हूं कि सचिन शुरुआत से ही अच्छे बैट पहचानना जानते थे.'

Advertisement

सचिन के बल्लों से जुड़ा एक क़िस्सा युवराज सिंह ने भी सुनाया है. 2011 वर्ल्ड कप के हीरो युवी ने बताया,

'2011 वर्ल्ड कप के दौरान मेरा बल्ला पूरी तरह से टूट गया था. हम नागपुर में साउथ अफ्रीका के साथ खेल रहे थे और नीचे से मेरा बल्ला एकदम टूट चुका था. उन्होंने कुछ कीलें लगाईं और मुझे पता भी नहीं कि उन्होंने बल्ला कैसे सही कर दिया.'

24 अप्रैल 1973 को पैदा हुए सचिन आज 50 साल के हो गए. लल्लनटॉप स्पोर्ट्स की ओर से भगवान को बधाई.

Advertisement

वीडियो: धोनी रिव्यू सिस्टम KKR के खिलाफ भी कमाल कर दिया

Advertisement