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1996 इंग्लैंड सीरीज़ का 2021 की टीम इंडिया से क्या कनेक्शन है?

25 साल बाद शिखर पर भारत के लिजेंड्स.

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पूर्व भारतीय खिलाड़ी राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली (पीटीआई)
साल 1996 का इंग्लैंड दौरा. इस दौरे पर भारतीय टीम को भले ही जीत ना मिली हो लेकिन कुछ ऐसे खिलाड़ी ज़रूर मिले जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा दी. इस दौरे पर डेब्यू करने वाले लगभग हर खिलाड़ी ने भारतीय टीम में एक अच्छा मुकाम हासिल किया. लेकिन आज एक अजीब इत्तेफाक हुआ है. 1996 में इंग्लैंड सीरीज़ में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों में से ढेर सारे स्टार्स अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी BCCI में अहम पद पर मौजूद हैं. इनके अलावा एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसने इस सीरीज में तो नहीं लेकिन इसके दो महीने बाद भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया और उसके 25 साल बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड से जुड़ गया. आज की इस स्टोरी में हम 1996 बैच के उन्ही कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों का ज़िक्र करेंगे जो आज BCCI में अच्छे पद पर हैं. # सौरव गांगुली सौरव गांगुली का टेस्ट डेब्यू 20 जून 1996 को इंग्लैंड सीरीज़ के दूसरे टेस्ट मैच में हुआ था. गांगुली ने पहले ही मैच में शतक जड़ डाला. 131 रनों की शानदार पारी खेली. इतना ही नहीं, सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में एक और शतक जड़ दिया. गांगुली ने इस मैच में 136 और 48 रनों की पारियां खेलीं. अब सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सर्वोच्च पद यानि BCCI प्रेसिडेंट हैं. # राहुल द्रविड़ राहुल द्रविड़ का टेस्ट डेब्यू भी उसी मैच में हुआ था जिस मैच में गांगुली ने अपना डेब्यू किया था. हालांकि द्रविड़ इस मैच में शतक नहीं बना पाए थे. वे शतक बनाने से महज़ पांच रन से चूक गए थे. उस मैच में भले ही शतक ना आया हो लेकिन उसके बाद राहुल द्रविड़ ने इतने शतक बनाए कि वो मौजूदा समय तक भारत के दूसरे सबसे अधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं. राहुल द्रविड़ को 2021 के T20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय नेशनल टीम का हेड कोच बनाया गया है. # वीवीएस लक्ष्मण वीवीएस लक्ष्मण मौजूदा समय में नेशनल क्रिकेट अकेडमी के चीफ हैं. लक्ष्मण का टेस्ट डेब्यू 20 नवंबर 1996 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुआ था. यह मैच ड्रॉ रहा था. लक्ष्मण ने अपने पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ा था. यह सीरीज़ भारत में हुई थी और इसे टीम इंडिया ने 2-1 से जीता था. अब लक्ष्मण को द्रविड़ की जगह भारतीय टीम के भविष्य के खिलाड़ियों की ज़िम्मेदारी दी गई है. # विक्रम राठौड़ भारतीय नेशनल टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ का टेस्ट डेब्यू भी 1996 की इंग्लैंड सीरीज के दौरान हुआ था. सीरीज़ के पहले ही मैच में. यानी द्रविड़ और गांगुली के डेब्यू टेस्ट से एक मैच पहले. राठौड़ इस मैच में सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर खेले थे और दो पारियों में 20 और 11 रनों का योगदान दिया था. विक्रम राठौड़ लंबे समय से भारत के बैटिंग कोच हैं. # पारस म्हाम्ब्रे भारतीय टीम के बोलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे का टेस्ट डेब्यू भी विक्रम राठौड़ के साथ ही हुआ था. वे दाहिने हाथ के मध्यम तेज़ गेंदबाज़ के रूप में टीम में खेले थे. म्हाम्ब्रे के लिए यह सीरीज़ कुछ ख़ास नहीं रही. उन्हें सीरीज में दो मैच खेलने का मौका मिला जिसमें वे इंग्लैंड के दो ही विकेट चटका पाए. लेकिन इस समय पारस पर भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाज़ी की अहम जिम्मेदारी है. # सुनील जोशी भारत के लिए 15 टेस्ट और 69 वनडे मैच खेलने वाले ऑल राउंडर सुनील जोशी इस समय BCCI के नेशनल सिलेक्टर्स में से एक हैं. सुनील का डेब्यू भी इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच में हुआ था. सुनील को इस मैच में गेंदबाज़ी करने का मौका नहीं मिला. वहीं बल्लेबाज़ी में वे मैच में कुल 12 रन बना पाए थे. साल 1996 ने भारत को कई बड़े-बड़े खिलाड़ी दिए. BCCI के अहम पद संभाल रहे इन पांच खिलाड़ियों के अलावा भारत के तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद ने भी इसी सीरीज़ में अपना टेस्ट डेब्यू किया था. सीरीज की बात करें तो इंग्लैंड ने इसे 1-0 से अपने नाम किया था. इंग्लैंड ने पहला टेस्ट आठ विकेट से जीता था. वहीं सीरीज के बाकी दो टेस्ट ड्रा रहे थे.