भारतीय क्रिकेट के सबसे बुरे दिनों में से एक का अंत भारत की करारी हार के साथ हुआ. पहली पारी में 53 रन की लीड लेने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में 36 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए जरूरी 90 रन सिर्फ दो विकेट खोकर बना लिए. जीत के बाद कंगारू कैप्टन टिम पेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया. पेन ने पहली पारी में नॉटआउट 73 रन बनाए थे. पेन ने मैच में कुल सात कैच भी लिए. अब तक 32 टेस्ट मैच खेल चुके पेन का यह पहला मैच ऑफ द मैच अवॉर्ड है. मैच के बाद पेन ने स्वीकार किया कि उनके लिए यह अविश्वसनीय है. उन्होंने कहा,
'यह सच में अविश्वसनीय है. मैंने सुबह मीडिया से कहा था कि दोनों टीमों में ऐसे गेंदबाज़ हैं, जो तेज़ी से विकेट निकाल सकते हैं. इतनी तेज़ी से निकालेंगे ये नहीं सोचा था. जब हमारे लड़के योजना के मुताबिक चलते हैं, और विकेट से थोड़ी भी मदद मिल जाए तो ऐसा ही होता है.'
पेन ने पहली पारी की अपनी हाफ सेंचुरी पर भी बात की. पेन ने साफ कहा कि उनके बोलर्स ने कमाल की बोलिंग करी लेकिन उनके बल्लेबाज अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे. उन्होंने कहा,
'टीम के लिए भारत के टोटल के क़रीब पहुंचना बेहद जरूरी था. जाहिर है कि 79 पर पांच विकेट खोने के बाद आप कुछ और विकेट खोते तो भारत इस टेस्ट में आगे निकल जाता. जब आप हमारे लड़कों जितने लंबे और तेज हों, तो चीजें मुश्किल हो जाती हैं इसलिए हमारे बोलर्स को क्रेडिट मिलना चाहिए. उन्होंने कमाल की बोलिंग करी. हालांकि हमें अपने बल्लेबाजों से और बेहतर की उम्मीद थी.'
ऑस्ट्रेलियन ओपनर जो बर्न्स ने दूसरी पारी में 51 रन की नाबाद पारी खेली. पेन ने बर्न्स के बारे में कहा,
'बर्न्स हमारी टीम का बेहद महत्वपूर्ण अंग हैं और सभी क्रिकेटर्स को पता है कि खराब फॉर्म का दौर कैसा होता है, इस टेस्ट में अच्छे प्रदर्शन का बर्न्स को अच्छा फायदा मिलेगा.'
सीरीज का अगला टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा. टीम इंडिया इस मैच में कैप्टन विराट कोहली के बिना उतरेगी. कोहली इसी टेस्ट के बाद घर वापस आ जाएंगे. दूसरे टेस्ट से टीम की कप्तानी अजिंक्य रहाणे करेंगे.