Roston Chase से पहले Old Trafford टेस्ट में पहला विकेट लेने वाले आखिरी स्पिनर थे John Emburey
इंग्लैंड-वेस्ट इंडीज़ के दूसरे टेस्ट में कमाल हो गया है. साल 1985 के बाद पहली बार कोई स्पिनर मालामाल हो गया है. मैच देख रहे होंगे तो शायद आपको कुछ समझ आ रहा हो. नहीं देख रहे तो थोड़ा इंतजार करिए सर, हम बता देंगे. तो चलिए, शुरू करते हैं. मैनचेस्टर के मशहूर ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में शुरू हुआ यह टेस्ट भी बारिश से प्रभावित है. बारिश के चलते मैच डेढ़ घंटे की देरी से शुरू हुआ. विंडीज़ के कप्तान जेसन होल्डर ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला किया. करना ही था, सुबह की बारिश, पेसर्स की मदद करता मौसम और फिर पिछले मैच के आंकड़े, सब कुछ तो उनके पक्ष में ही था. इधर अंग्रेज इस मैच में काफी बदलावों के साथ उतरे हैं. टीम में वापस आए कप्तान जो रूट ने अपनी टीम में 10वें नंबर तक बल्लेबाज रखे हैं. पहिले मैच की पहली पारी से रूट भैया ने करारा सबक लिया है. हालांकि उनकी इस लंबी बैटिंग लाइनअप का विंडीज़ के कैप्टन जेसन होल्डर पर असर नहीं पड़ा. उन्होंने टॉस जीतते ही कहा- हम फिर चेज करेंगे.
# कमाल के चेज
इंग्लैंड के लिए रोरी बर्न्स और डॉम सिबली ने ओपनिंग का जिम्मा संभाला. सिबली और बर्न्स की जोड़ी ने शुरुआती ओवर आराम से निकाल दिए. दोनों ने ही क्रीज पर ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताने को प्राथमिकता दी. उन्हें ग़लतियों से बचता देख विंडीज़ कैप्टन जेसन होल्डर थोड़ा अकबकाए. पहले आठ ओवर्स में ही उनने चार बोलर्स यूज कर लिए. लेकिन विकेट तो भैया मिल ही नहीं रहे थे. पहले 13 ओवर निकल गए. अब आ गया था लंच टाइम.
टेस्ट में एक परंपरा सी है, लंच से पहले एक ओवर स्पिनर से कराने की. परंपरा के मुताबिक विंडीज़ ने बॉल रोस्टन चेज को थमा दी. चेज ने एक लेग स्लिप और शॉर्ट लेग के साथ बोलिंग शुरू की. पहली बॉल पर सिबली ने सिंगल लिया और स्ट्राइक पर आ गए बर्न्स. चेज ने सीधी गेंद फेंकी, LBW की अपील की और गिर गया इंग्लैंड का पहला विकेट. बर्न्स ने रिव्यू भी लिया लेकिन रिव्यू लेते वक्त ही उनके चेहरे के भाव बता रहे थे कि उन्हें वापस जाना ही है.
बर्न्स के साथ बाकी प्लेयर्स भी वापस लौट आए और अंपायर्स ने वहीं लंच घोषित कर दिया. ये विकेट बेहद खास था. विंडीज़ की टीम बेहतर हालात में लंच करने जा रही थी. लेकिन ये विकेट एक और लहजे में खास था. साल 1985 के बाद पहली बार किसी स्पिनर ने ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में पहला विकेट लिया था. पिछली बार यह कारनामा जॉन एम्बुरे ने किया था. एम्बुरे ने 1985 की एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के केपलर वेसेल्स को आउट किया था.
इस अचीवमेंट के बाद भी चेज नहीं रुके और लंच से वापस आते ही ज़ैक क्रॉली को लेग स्लिप में कैच करा दिया. जेसन होल्डर को कैच थमाने वाले क्रॉली अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे.
दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज़-इंग्लैंड की जीत से टीम इंडिया को नुकसान होगा?