लीड्स में मिली शर्मनाक हार के बाद खुद कप्तान कोहली ने बदलाव के संकेत दिए हैं. मैच के बाद विराट कोहली अपने बल्लेबाजों से ख़ासा नाराज दिखे थे. साथ ही उन्होंने कहा था कि टीम इंडिया की बल्लेबाजी में गहराई कम है. टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों ने रन नहीं बनाए और हमेशा पुछल्ले बल्लेबाजों से रनों की उम्मीद नहीं की जा सकती है. शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया के सलेक्शन पर सवाल उठे. कई दिग्गजों की राय थी कि अश्विन को लीड्स टेस्ट खेलना चाहिए था.अब अगला मुकाबला ओवल में खेला जाएगा. ऐसे में कोहली अपनी प्लेइंग इलेवन में फेरबदल कर सकते हैं. अश्विन का खेलना या न खेलना, ये काफी हद तक पिच पर निर्भर करेगा कि टीम इंडिया किस कॉम्बिनेशन के साथ जाना चाहती है.
#वेंगसरकर ने सूर्यकुमार की वकालत की
बहरहाल, टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने बैटिंग ऑर्डर में बदलाव की बात कही है. दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि अगले टेस्ट मैच में सूर्यकुमार यादव को मौका मिलना चाहिए. सूर्यकुमार यादव का फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड अच्छा रहा है. और वो काफी समय से टीम इंडिया के साथ भी हैं. इंग्लैंड की परिस्थितियों को भांप चुके हैं. ऐसे में दिलीप वेंगसरकर के मुताबिक़, ओवल टेस्ट में सूर्यकुमार यादव को शामिल कर छह बल्लेबाजों के साथ कोहली को जाना चाहिए. PTI को दिए बयान में दिलीप वेंगसरकर ने कहा,
" मुझे लगता है कि अपनी बैटिंग लाइनअप को मजबूत करने के लिए हमें सूर्यकुमार यादव को हनुमा विहारी से पहले खिलाना होगा. हमें एक गेंदबाज को ड्रॉप करना चाहिए और छह बल्लेबाज के साथ उतरना चाहिए."
आपको बता दें, दिलीप वेंगसरकर के अलावा सुनील गावस्कर ने भी छह बल्लेबाजों को खिलाने वाली बात कही है. सूर्यकुमार यादव का बैटिंग एवरेज फर्स्ट क्लास में 44 का है. मुंबई के लिए 14 शतकों के साथ पांच हजार से ज्यादा रन भी उन्होंने कूटे हैं. और अच्छी बात ये है कि सूर्या इस समय अपने करियर के बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं. ऐसे में वेंगसरकर ने कहा,
" स्किल्स के मामले में सूर्यकुमार यादव की तुलना टीम इंडिया के बेस्ट बल्लेबाजों से की जा सकती है. कुछ समय से वो ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे हैं. इसलिए उन्हें अगले टेस्ट में मौका मिलना चाहिए. इससे पहले कि देर हो जाए."
आपको बता दें, टीम इंडिया के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बीते तीन टेस्ट मैचों में बुरा रहा है. केएल राहुल और रोहित शर्मा ही ऐसे बल्लेबाज रहे हैं. जिन्होंने इंग्लिश गेंदबाजों का डटकर सामना किया है. मिडिल ऑर्डर का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. टीम इंडिया की खराब बल्लेबाजी का आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि अब तो फैंस शमी और बुमराह से रन की उम्मीद करने लगे हैं. हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोहली ने बल्लेबाजी क्रम में छेड़खानी की बात को नकारा है. लेकिन कोहली के कथनी और करनी में बड़ा फर्क रहा है. बदलाव के संकेत तो उन्होंने दिए हैं. लेकिन वो बदलाव गेंदबाजी में होगी या फिर बल्लेबाजी में. उसके लिए ओवल टेस्ट तक का इंतजार करना होगा.