कनुप्रिया 31 साल की हैं. कानपुर की रहने वाली हैं. उन्होंने हमें मेल किया. बताया कि सर्दियां आते ही उनके पेट की बैंड बज जाती है. इस मौसम में उनका पेट ज़्यादातर खराब रहता है. वो बाहर का कुछ भी खाने से डरती हैं, क्योंकि उन्हें अक्सर पानी जैसे दस्त होने लगते हैं. वो जानना चाहती हैं कि ऐसा क्यों होता है. साथ ही ऐसा सिर्फ़ उनके साथ होता है या ये आम है? कनुप्रिया चाहती हैं कि हम डॉक्टर्स से बात करके उनको इसका इलाज बताएं.
वैसे कनुप्रिया की बात सही है. सर्दियों के मौसम में पेट का इन्फेक्शन होना कॉमन है. कई लोगों को ये दिक्कत होती है. ठंड में पतले-पतले दस्त आते हैं. ऐसा होने के पीछे एक वजह है. क्या है वो वजह, जानिए हमारे एक्सपर्ट्स से. ठंड में पेट ज़्यादा ख़राब क्यों रहता है? ये हमें बताया डॉक्टर शुभम वत्स ने.

-पेट खराब होने का कारण कुछ कीटाणु हैं.
-ये कीटाणु बैक्टीरिया और वायरस कहलाते हैं.
-बैक्टीरिया के इन्फेक्शन ज़्यादातर गर्मियों में होते हैं.
-इसी तरह कुछ ऐसे वायरस हैं जिनके कारण सर्दियों में पेट का इन्फेक्शन होता है.
-जो सबसे आम वायरस ज़िम्मेदार है वो मेडिकल भाषा में नोरोवायरस के नाम से जाना जाता है.
-ये इसलिए सर्दियों में ज़्यादा होता है क्योंकि इस वायरस के लिए कम तापमान में पनपना आसान है, सर्दियों में ये वायरस ज़्यादा शक्तिशाली होता है.
-इसलिए सर्दियों में वायरल डायरिया ज़्यादा होता है.

-वायरल इन्फेक्शन की वजह से पेट खराब होने की संभावना ज़्यादा बढ़ जाती है. बचाव -बचाव के लिए सबसे ज़रूरी है कि खाना हमेशा गर्म कर के खाएं.
-अच्छे से पका हो, कच्चा न हो.
-ठंडा खाने, पीने की चीज़ों का सर्दियों में सेवन न करें.
-क्योंकि ये ऐसे ही वायरस हैं जो ठंड के मौसम में, ठंडे खाने में ज़्यादा पनपते हैं.
-उबला या आरो का पानी ही पिएं. इलाज -सर्दियों में पतले दस्त वायरल डायरिया या वायरल गैस्ट्रोएन्टराइटिस के कारण होते हैं.
-90-95 प्रतिशत ये इन्फेक्शन खुद ठीक हो जाते हैं.
-इनमें बहुत ज़्यादा दवाई की ज़रूरत नहीं होती.
-कोई एंटीबायोटिक नहीं भी ली जाए तो भी 90-95 प्रतिशत ये खुद ठीक हो जाते हैं.
-इसमें आप ओफ्लोक्स, ओरनिडाज़ोल, ओ-2 जैसी ओवर द काउंटर दवाइयां लेना अवॉयड करें.
-ये आपकी आंतों और पाचनक्रिया के लिए बेहतर है.

-क्योंकि ये दवाइयां बैक्टीरिया को मारती हैं, वायरस को नहीं मारतीं, इसलिए इनका फ़ायदा नहीं होता.
-इनके साइड इफ़ेक्ट भी होते हैं.
-शरीर में पानी की कमी न होने दें.
-पतले दस्त होने के कारण शरीर से पानी का लॉस होता है, इसलिए डीहाइड्रेशन होता है.
-पानी की कमी के कारण काफ़ी नुकसान होता है.
-अस्पताल में भर्ती होने की नौबत तक आ सकती है.
-ऐसे में नींबू पानी, इलेक्ट्रोलाइट वॉटर, नमक चीनी वाला पानी लगातार लेते रहें.
ठंड के मौसम में आपका पेट क्यों खराब रहता है, डॉक्टर साहब की बात सुनकर आपको ये तो समझ में आ ही गया होगा. अब पेट के इन्फेक्शन से बचने की जो टिप्स बताई गई हैं, उनको ज़रूर फॉलो करिए. फ़ायदे में रहेंगे.