हमें सेहत पर मेल आया Lallantop के एक व्यूअर का जो अपना नाम नहीं शेयर करना चाहती थीं. उनकी उम्र 32 साल हैं. कानपुर की रहने वाली हैं. पिछले कुछ महीने से उन्हें वजाइना और उसके आसपास के एरिया में चुभने वाले दर्द और जलन की समस्या है. कभी-कभी दर्द इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि वो बैठ नहीं पातीं. उनके मन में पहला ख्याल ये आया कि कहीं उन्हें सर्विकल कैंसर तो नहीं हो गया. उन्होंने बड़ी हिम्मत कर के डॉक्टर को दिखाया. जांच में पता चला उन्हें वुलवोडीनिया की शिकायत है, जो महिलाओं में एक बहुत ही आम प्रॉब्लम है. इससे पहले उन्होंने कभी वुलवोडीनिया का नाम भी नहीं सुना था. इसलिए वो चाहती हैं कि हम अपने शो पर वुलवोडीनिया के बारे में बात करें, ताकि और महिलाओं को भी इसके बारे में सही जानकारी मिल सके.
हर वक़्त वजाइना में दर्द, खुजली रहती है? असली वजह ये है
ये महिलाओं की एक बहुत ही आम प्रॉब्लम है.

ये हमें बताया डॉक्टर रितु सेठी ने.

वुलवोडीनिया एक ऐसी कंडीशन है जिसमें पेशेंट को वजाइना के एरिया में हर वक़्त दर्द महसूस होता है. जलन की शिकायत होती है. सुइयां चुभने का एहसास होता है. घाव का एहसास होता है. कई पेशेंट्स ख़ासकर बैठते समय बहुत असहज महसूस करते हैं. सेक्स के दौरान असहज महसूस होता है. पीरियड्स के दौरान टैम्पॉन, मेंस्ट्रुअल कप या सैनिटरी कप इस्तेमाल करते हुए दर्द होता है. ये दर्द खुजली और चुभन के साथ महसूस होता है. स्ट्रेस की वजह से मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है. डॉक्टर को दिखाने पर भी किसी एरिया में सूजन, रेडनेस नज़र नहीं आती. क्योंकि कोई फिजिकल लक्षण नहीं दिखते हैं, इसलिए पेशेंट को लगता है उसे वहम हो रहा है.
वुलवोडीनिया असल में एक दिक्कत है. जिसमें नर्व डैमेज के कारण ऐसा होता है. बार-बार इन्फेक्शन के कारण ऐसा हो सकता है. अगर कोई वजाइना के एरिया को बहुत ज़्यादा धोता है तो भी ऐसा होता है. सेक्स के डर से भी ये दिक्कत होती है. वुलवोडीनिया एक फिजिकल कंडीशन है. लक्षण दिखने पर डॉक्टर को ज़रूर बताएं.

मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोन्स में बदलाव आता है. हार्मोन्स की मात्रा में कमी आती है. वजाइना के एरिया में खुजली होती है, असहजता होती है. इसलिए मेनोपॉज़ के बाद बहुत सारी महिलाओं को वुलवोडीनिया की शिकायत होती है. ये बीमारी किसी भी उम्र की महिला को हो सकती है.
- नॉर्मल डिलीवरी के दौरान अगर उस एरिया की नर्व डैमेज या कटी हुई हैं तो भी वुलवोडीनिया की शिकायत आ सकती है.
- मानसिक तनाव के कारण भी वुलवोडीनिया की प्रॉब्लम हो सकती है.
- अगर फंगल इन्फेक्शन का काफ़ी इलाज करवा चुके हैं या हर्पीस की समस्या है.
- ओवर द काउंटर दवाइयां या डिओडोरेंट उस एरिया में इस्तेमाल करते हैं. इस कारण क्रोनिक इरिटेशन की शिकायत होती है. ऐसे में वुलवोडीनिया की शिकायत बहुत सारी महिलाओं को हो सकती है.

उस एरिया को छूने से दर्द, चुभन, जलन होती है. आप जेल पैक इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि ये एरिया कूल रहे. एक टब में ख़ुदको डिप करें दिन में दो बार. इससे नमी बनी रहेगी. फंगल इन्फेक्शन के लिए ओरल क्रीम का ज़्यादा इस्तेमाल नहीं करना है. क्योंकि इससे प्रॉब्लम ज़्यादा बढ़ सकती है. अगर डॉक्टर स्टेरॉइड का इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं तो कर सकते हैं.
कुछ पेशेंट्स जिन्हें सेक्स के दौरान बहुत ज़्यादा दर्द होता है उन्हें लोकल एनेस्थीसिया लेने की सलाह दी जाती है. इसके लिए सेक्स से कुछ देर पहले बाहर के एरिया में लिग्नोकैन जेल इस्तेमाल कर सकते हैं. बार-बार उस एरिया को धोना नहीं है. ऐसा करने से स्किन के हेल्दी बैक्टीरिया निकल जाते हैं.
ओवर द काउंटर दवाइयों का इस्तेमाल न करें. परफ्यूम, डिओडोरेंट का बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं करना.
कई लोगों को ऐसा स्ट्रेस के कारण होता है, इसलिए ख़ुदको ट्रिगर से बचाकर रखें. अगर कोई इन्फेक्शन है जैसे हर्पीस, ये नर्व को डैमेज कर सकता है. इसलिए डॉक्टर से ज़रूर मिलें.
जैसा डॉक्टर ने बताया वुलवोडीनिया कभी भी, किसी भी उम्र में हो सकता है. इसलिए अगर आपको इसके लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डरें नहीं. डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं, इसका आसानी से इलाज किया जा सकता है.
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