प्रियंका चतुर्वेदी. राज्यसभा सांसद हैं. 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव में शामिल हुई थीं. जैसा कि प्रोसीजर है. शामिल हुई तो फोटो खिंचा ली. ये कोई प्रोसीजर नहीं है, लेकिन स्वांतः सुखाय. ग्रुप फोटो है. तस्वीर में प्रियंका चतुर्वेदी के साथ जया बच्चन, सुप्रीया सुले, वंदना चौहान, कनिमोई, प्रनीत कौर, जोथिमनी सेनिमल्लई, थमिज़ाची थंगापांडियन, फौजिया ख़ान, रंजीत रंजन समेत कुल 13 महिला सांसद हैं.
महिला सांसदों की फ़ोटो पर लोगों ने ट्रोल किया, प्रियंका चतुर्वेदी ने बुरा धोया
लोग इस बात के लिए ट्रोल कर रहे थे कि विपक्ष की महिला सांसदों ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु के लिए वोट नहीं किया.

तस्वीर के साथ प्रियंका ने कैप्शन में लिखा है,
"हम, महिलाएं. संसद में आज राष्ट्रपति चुनाव के दौरान."
अपेक्षा थी कि इस फोटो की तारीफ़ होगी क्योंकि अलग-अलग पार्टियों की सांसदों ने एक साथ फोटो खिंचाई. अलग-अलग विचारधाराओं, पक्षों की महिलाओं ने सब तज कर एक आइडेंटिटी को चुना - महिला होना. ऐसा फोटो से लग रहा है. लेकिन लोगों ने कुछ और ही ढूंढ लिया.
एक यूज़र ने तंज़ में लिखा,
"हम महिलाओं ने एक महिला के ख़िलाफ़ मतदान किया, जो इस देश के सबसे पिछड़े वर्ग से हैं. लेकिन हम महिलाएं महिला सशक्तिकरण की बात करती हैं."
दूसरे ने लिखा,
"यह तस्वीर एक पुरानी कहावत को पुष्ट करती है कि औरत ही औरत की शत्रु है."
किसी ने बैकग्राउंड में वीर सावरकर की फोटो को स्पॉट कर लिया. किसी ने पूछ लिया कि शशि थरूर कहां हैं? हालांकि, दोनों ही टिप्पणियां ग़ैर-ज़रूरी हैं.
बेसिकली, चूंकि ये महिला सांसद विपक्ष से हैं, तो अनुमान था कि ये NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के ख़िलाफ़ वोट देंगी. लेकिन ऐसा होता नहीं है. चुनाव से पहले कुछ पार्टियां घोषणा कर देती हैं कि वो किसका समर्थन करेंगी. जैसे शिवसेना के पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पहले ही अनाउंस कर दिया था कि वो राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा के बजाय द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे.
औरतों को औरत की दुश्मन बताने वाले ट्रोल्स को प्रियंका ने जवाब दिया.
"मुझे ये ट्रोल्स बहुत पसंद हैं क्योंकि शिवसेना पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की थी और मैंने उसका पालन किया.
और, पनौती/हिपॉक्रिसी वाले ट्वीट को किसी और दिन के लिए बचा कर रखिए. याद रखें, हिपॉक्रिसी असंसदीय शब्द है."
राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे 21 जुलाई को घोषित होंगे. तब तक ट्रोल्स को वणक्कम!
शशि थरूर महिला सांसदों के साथ सेल्फ़ी ट्वीट की, ट्रोलर्स के पेट में दर्द क्यों हुआ?