The Lallantop

देवास में आदिवासी महिला के कंधे पर पति को बैठाकर जुलूस निकाला, पुरुषों ने घेरा बनाकर पीटा

महिला अपना घर छोड़कर चली गई थी, दूसरे शख्स के साथ रह रही थी.

Advertisement
post-main-image
वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट

मध्यप्रदेश के देवास ज़िले से एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में भीड़ एक महिला का जुलूस निकाल रही है. एक आदमी महिला के कंधे पर बैठा हुआ है. बग़ल में चल रहे लोग नारे लगा रहे हैं. कभी महिला को गाली दे रहे हैं, कभी उसे मार रहे हैं. वीडियो में दिख रहा है कि जुलूस के बाद महिला को एक चौराहे पर ले जाकर, कई सारे पुरुष उसे पीट रहे हैं. घूसों से, लात से, बेल्ट और डंडे से. उसका बाल खींचकर. एक के बाद एक. अचानक चेहरे के एक तरफ़ महिला को एक घूंसा पड़ता है और महिला औंधे मुंह गिर जाती है. उसे कोई उठाता नहीं है. कुछ लोग उस पर हो रहे हमलों को रोकने की कोशिश करते हैं. इसके बाद जूते की माला उसके गले में डालकर उसे फिर से पूरे गांव में घुमाया जाता है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

और, ये सब क्यों? क्योंकि कथित तौर पर महिला के अपनी शादी के इतर भी संबंध थे.

घटना मध्यप्रदेश के देवास ज़िले के बोरपड़ाव गांव की है, जो एक आदिवासी बहुल इलाक़ा है. देवास ज़िले में इंडिया टुडे से जुड़े संवाददाता शकील ख़ान की रिपोर्ट के मुताबिक़, महिला 24 जून की रात को घर छोड़कर चली गई थी. पति ने ढूंढा, लेकिन वो मिली नहीं. उदयनगर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई. बाद में पता चला कि महिला गांव में ही अपने कथित प्रेमी हरिसिंह के घर रह रही है. जब तलाशी हुई तो महिला घर में ही मिली. इसके बाद गांव वालों ने महिला का जुलूस निकाला.

Advertisement

बताया जा रहा है कि भीड़ ने महिला के साथ उसके प्रेमी हरिसिंह को भी पीटा. जूते-चप्पल की माला पहनाकर उसका भी जुलूस निकाला गया.

एडिशनल SP ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि उदयनगर पुलिस ने महिला के पति मांगीलाल सहित 11 आरोपियों के ख़िलाफ़ केस किया है और अब तक नौ लोगों को गिरफ़्तार भी कर लिया है. ये भी कहा कि जो भी दोषी होंगे, उनके ख़िलाफ़ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सरकार को घेरा है. ट्वीट किया,

Advertisement

"शिवराज जी मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि प्रदेश में आदिवासी महिलाओं पर इस कदर के बर्बर जुल्म क्यों हो रहे हैं? आखिर क्या वजह है कि आप घोषणाएं करते जाते हैं और आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जाते हैं?

यह पहला मामला नहीं है, कभी नेमावर में आदिवासी परिवार को जमीन में जिंदा गाड़ दिया जाता है, कभी नीमच में एक आदिवासी को जीप से बांधकर घसीटकर कर मार डाला जाता है. बहुत से मामलों में इस तरह के जुल्म करने में भाजपा कार्यकर्ताओं का हाथ भी सामने आ चुका है.

शिवराज जी मैं अपने आदिवासी भाई बहनों की स्थिति पर शर्मसार हूं, क्या आपको भी शर्म आती है?"

ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. घटना के दो-तीन वीडियोज़ हैं. एक महिला को पीटा जा रहा है, उसके प्रेमी को पीटा जा रहा है. एक शादीशुदा महिला किसी और पुरुष के साथ रहने लगी, ये पूरी तरह से उस महिला, उसके पति और उसके प्रेमी के बीच का मामला था. इस केस में पति पुलिस की मदद ले सकता था या किसी फैमिली कोर्ट की मदद ली जा सकती थी. लेकिन इंसाफ के नाम पर गांव के पुरुषों ने महिला को पीटा, उसके साथ बदसलूकी की. शर्मनाक.

Advertisement