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तेज़ दिमाग चाहिए तो ये सब खाना है जरूरी!

माइंड डाइट दिमाग को मज़बूत बनाती है.

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जैसे समय के साथ शरीर कमज़ोर पड़ता है, वैसे ही समय के साथ ब्रेन की क्षमता भी कम होती जाती है

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

आजकल हर दिन कोई न कोई डाइट सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है. जैसे पिछले कुछ समय में इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग, कीटो डाइट वगैरह. ज़्यादातर लोग इन डाइट्स से इम्प्रेस होकर इन्हें ट्राई भी करना शुरू कर देते हैं. बिना किसी एक्सपर्ट से पहले सलाह लिए. जो एक बहुत बड़ी गलती है. हर डाइट आपके लिए नहीं बनी है. हर इंसान का शरीर अलग होता है, इसलिए हर डाइट का असर भी अलग होता है. आज हम जिस डाइट की बात कर रहे हैं वो है माइंड डाइट. ये आजकल सोशल मीडिया पर बहुत पॉपुलर हो रही है.

हमें सेहत पर मेल आया अदिति का. 25 साल की हैं. नोएडा की रहने वाली हैं. उन्होंने इस डाइट के बारे में सोशल मीडिया पर पढ़ा. इसके फ़ायदे सुनकर वो काफ़ी इम्प्रेस हो गई हैं क्योंकि ये डाइट सारे डाइट्स से एकदम अलग है. इसलिए वो चाहती हैं हम अपने शो पर इस डाइट के बारे में बात करें. अब ऐसा क्या है इस डाइट में बताते हैं. पर उससे पहले ये जान लीजिए कि माइंड डाइट होती क्या है?

माइंड डाइट क्या होती है?

ये हमें बताया सुरभि अगरवाल ने.

Best Dietitian In West Delhi For Weight Loss Surbhi Aggarwal
सुरभि अगरवाल, लाइफस्टाइल मैनेजमेंट कोच एंड डायटीशियन

-जैसा नाम से पता चलता है, माइंड डाइट दिमाग को मज़बूत बनाती है.

-जैसे समय के साथ शरीर कमज़ोर पड़ता है, वैसे ही समय के साथ ब्रेन की क्षमता भी कम होती जाती है.

-इसी क्षमता को फिर से बढ़ाने के लिए माइंड डाइट बनी है.

-ये दो बहुत ही मशहूर डाइट्स का मेल-जोल है.

-मेडिटेरेनियन डाइट और डैश डाइट.

-मेडिटेरेनियन डाइट एक प्लांट-बेस्ड डाइट है जो हार्ट पेशेंट्स के लिए बनाई गई थी.

-डैश डाइट हाई ब्लड प्रेशर वाले पेशेंट्स के लिए बनाई गई थी.

-इन दोनों डाइट्स में देखा गया है कि कुछ खाने की चीज़ों का ब्रेन पर काफ़ी प्रभावशाली असर पड़ता है.

-उन्हीं खाने की चीज़ों को मिलाकर माइंड डाइट बनाई गई.

माइंड डाइट कैसे की जाती है?

-पूरे दिन में तीन तरीके के अनाज अपनी डाइट में ज़रूर लेने हैं.

-जिसमें क्विनोआ, ओटमील और ब्राउन राइस बहुत प्रभावशाली पाए गए हैं.

-इनमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत ज़्यादा है.

-जो ब्रेन में ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाता है.

-ब्रेन ज़्यादा अच्छे तरीके से काम कर पाता है.

-साथ ही इस डाइट में नट्स रोज़ खाने होते हैं.

-बादाम और अखरोट हमारे लिए बहुत फ़ायदेमंद होते हैं.

-ब्रेन हेल्थ के लिए फ़ायदेमंद होते हैं.

-5-6 बादाम और 2 अखरोट रात में पानी में भिगोकर रखना है.

-सुबह पानी से निकालकर ये नट्स खाने हैं.

-जिससे इनकी क्षमता और बढ़ती है.

-इस डाइट में बेरीज़ खाने की सलाह दी जाती है.

Is the MIND Diet Helpful After a Stroke? – Cleveland Clinic
जो लोग नॉन-वेज खाते हैं उनको चिकन, पोल्ट्री आइटम्स हफ़्ते में दो बार खाना चाहिए

-जिसमें स्ट्रॉबेरीज़ सबसे ऊपर होती हैं.

-पर ब्लूबेरीज़, ब्लैकबेरीज़, रसभरी भी बहुत ज़रूरी हैं.

-इन बेरीज़ के रंग की वजह से इनमें एंटीऑक्सीडेंट ज़्यादा होते हैं, ब्रेन की क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं.

-जो लोग नॉन-वेज खाते हैं उनको चिकन, पोल्ट्री आइटम्स हफ़्ते में दो बार खाना चाहिए.

-ब्रेन हेल्थ के लिए मछली बेहद ज़रूरी है.

-क्योंकि इसमें ओमेगा-3 अच्छी मात्रा में पाया जाता है.

-हफ़्ते में एक बार मछली खाना ज़रूरी है इस डाइट में.

-जो लोग केवल वेज हैं वो फ़िश ऑइल के कैप्सूल खा सकते हैं.

-रेड वाइन में रेस्वेराट्रॉल नाम का कंपाउंड होता है, जो इस डाइट में ज़रूरी भूमिका निभाता है.

-पर इसका सेवन केवल 150 ml तक ही करना चाहिए.

-जो लोग शराब नहीं पीते, वो इसे छोड़ सकते हैं.

किन चीज़ों से परहेज़ करना चाहिए?

-हर प्रोसेस्ड फ़ूड से परहेज़ करना है.

-हर बाहर के खाने से जिसमें शुगर हो या वो फ्राइड हो.

-जैसे ब्रेड, केक, आइसक्रीम.

क्या ये डाइट वेट लॉस में मदद करती है?

-इस बात का जवाब थोड़ा ट्रिकी है.

-अगर इस डाइट को एक अच्छे लाइफस्टाइल के साथ किया जाए तो जवाब है हां.

-लाइफस्टाइल अच्छा रखें, आदतें अच्छी रखें.

-जो भी खाने की चीज़ें बताई गई हैं, उन्हें लिमिटेड मात्रा में खाएं.

-पर इस डाइट का फोकस वेट लॉस नहीं है.

-इस डाइट का मकसद ब्रेन पॉवर को बढ़ाना है.

-उन बीमारियों से बचाना जो बढ़ती उम्र के साथ होती हैं.

Foods That Boost Brain Health: The MIND Diet - Diabetes Self-Management
ब्रेन हेल्थ के लिए मछली बेहद ज़रूरी है

-जैसे याददाश्त कमज़ोर होना.

-मेमोरी लॉस.

-डिमेंशिया.

-इन चीज़ों से बचने के लिए इस डाइट की शुरुआत की गई है.

क्या ये डाइट सबके लिए है?

-कोई भी डाइट किसी एक्सपर्ट की सलाह के बिना हरगिज़ न शुरू करें.

-इस डाइट को भी एक्सपर्ट की सलाह से ही शुरू करें.

-क्योंकि सबका शरीर अलग होता है.

-आपके शरीर के हिसाब से ही एक्सपर्ट गाइड करते हैं कि इस डाइट में आप क्या खा सकते हैं जो आपकी ज़्यादा मदद करेगा.

-अगर आपको कोई और बीमारी या कंडीशन है तो कुछ खाने की चीज़ें हो सकता है आपके लिए उपयुक्त न हों.

-इसलिए किसी एक्सपर्ट की सलाह से ही इस डाइट को शुरू करें.

माइंड डाइट क्या होती है, ये आपने समझ लिया. इसका फोकस वेट लॉस नहीं, आपके ब्रेन की हेल्थ को सुधारना है जो बहुत ज़रूरी है. पर हां, कोई भी डाइट शुरू करने से पहले, किसी एक्सपर्ट की सलाह ज़रूर लें. 
 

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