विमेन्स डे जैसे मनाओ, न मनाना हो न मनाओ. लेकिन ये जो शब्द है 'वुमन', क्या आप उसका मतलब जानते हैं? आप कहेंगे, ये क्या बात कर रहे हो? वुमन मल्लब महिला, औरत, नारी. और क्या! हम आपके भाषाई ज्ञान पर कोई डाउट नहीं कर रहे हैं. हम आपको बताना चाह रहे हैं वुमन शब्द का ओरिजिन. हिंदी में हम करते हैं संधि-विच्छेद. यानी शब्द को तोड़कर उसका ओरिजिन देखना. तो वैसे ही, अगर हम आपको बताएं कि वुमन को तोड़ने पर क्या बनता है तो आप भौंचक हो जाएंगे. बाय गॉड. Woman शब्द कहां से आया? देखिए, भाषा की जर्नी क्या रही है उसके कोई पुख़्ता रिकॉर्ड्स नहीं हैं, लेकिन थ्योरीज़ हैं. हिस्टोरियन्स और भाषा वैज्ञानिक मौजूदा सबूतों के बिनाह पर तथ्य छांटते हैं और एक लॉजिकल एक्सप्लेनेशन तक पहुंचते हैं. तो वैसे ही भाषाविदों ने ये पाया कि वुमन का मतलब होता है- 'वाइफ़ ऑफ़' मैन (WOMAN = Wife Of MAN).
अब यह सुनने में थोड़ा भेदभावपूर्ण लगता है, नहीं? दरअसल जब 5वीं सदी में ओल्ड इंग्लिश बोली जाती थी, तो पुरुषों और महिलाओं के लिए दो अलग-अलग शब्द थे: 'वेर' (wer) मतलब 'वयस्क पुरुष' और 'विफ़' (wif) मतलब 'वयस्क महिला'. एक तीसरा शब्द भी था - 'मैन', जो 'व्यक्ति, इंसान या मनुष्य के लिए इस्तेमाल होता था.
इन शब्दों को जोड़ कर भी इस्तेमान किया जाता था. जैसे 'वेर' और 'मैन' जोड़ कर बना 'वेरमैन' माने 'वयस्क पुरुष व्यक्ति' है. या जैसे 'विफ़' और 'मैन' जोड़ कर 'विफ़मैन', जो वयस्क महिला व्यक्ति' के लिए इस्तेमाल होता था. जी, इतिहास में एक समय ऐसा था जब एक वयस्क औरत के लिए विफ़मैन शब्द का इस्तेमाल होता था.

वुमन शब्द का अर्थ (गूगल सर्च का स्क्रीनशॉट)
उस समय तक वर्तनी उतनी डेवेलप्ड नहीं थी, इसलिए हमें कुछ भिन्नताएं दिखाई देती हैं. मसलन, wifmon, wifmanna, और wifmone. या पुरुषों के लिए weapman भी कॉमन इस्तेमाल में था. लेकिन मेडिवल इंग्लिश तक आते-आते, उपयोग को "wimman" और "wommon" को स्टैंडरडाइज़ किया गया. और 1600 के दशक तक, हम आज जिन शब्दों को जानते हैं वे स्थापित हो गए थे. यानी, एक महिला के लिए 'वुमन' (woman) और एक से ज़्यादा महिलाओं के लिए 'विमेन' (women).
सोचने वाली बात है कि जब महिलाओं के लिए wifman और पुरुषों के लिए weapman का इस्तेमाल होता था, तो महिलाओं के लिए वुमन और पुरुषों के लिए मैन क्यों हो गया?
इसका एक कारण 'मेल इज़ अल्फ़ा थ्योरी' हो सकती है. मेल इज़ अल्फ़ा थ्योरी को शॉर्ट में समझ लीजिए. मेल इज़ अल्फ़ा मतलब इस ब्रह्माण्ड के केंद्र में पुरुष हैं और दुनिया उन्हीं के इर्द गिर्द घूम रही है. चूंकि, जिस समय की बात हम कर रहे हैं, उस समय में पुरुष ही बाहर जा कर काम करते थे. पुरुष की कमाई से ही घर चलता था. परिवार की संकल्पना भी पुरुषों पर ही केंद्रित बनी और पुरुषों के ये मुगालता हो गया कि वही हैं, जो हैं. तो मैन हो गया अल्फा और 'वाइफ़ ऑफ़ मैन' हो गई अल्फ़ा के कामकाज को स्मूद करने वाली औरत. हालांकि, ये सिर्फ एक संभावित वजह है.
वुमन शब्द के साथ एक थ्योरी और है. या कहें भ्रांति है. ये कि Woman 'वूम्ब' और 'मैन' से मिलकर बना है. वूम्ब मतलब कोख. लेकिन इस थ्योरी को पुख्ता करने के लिए भाषाविदों के पास पर्याप्त लॉजिकल एविडेंस नहीं हैं. सर-मैडम, मेल-फीमेल का भी यही मामला है? मैडम शब्द का इतिहास भी कुछ ऐसी ही. ये शब्द फ्रेंच शब्द 'डेम' से बना है. हालांकि, वहां अब इस शब्द को आपत्तिजनक स्लैंग माना जाता है. लेकिन एक वक़्त पर इसका इस्तेमाल विवाहित महिला या अधिकार की स्थिति में एक महिला को संबोधित करने के लिए इस्तोमाल होता था, क्योंकि डेम की उत्पत्ति लैटिन के शब्द डोमिना से हुई है, जो 'डोमिनस' का स्त्री रूप है. डोमिनस का अर्थ है लॉर्ड या मास्टर.

इस थ्योरी के आस-पास कई भ्रांतियां भी हैं (तस्वीर - सोशल मीडिया से साभार)
अब इसमें दो शब्द और हैं. मेल और फीमेल. लोगों को लगता है Female शब्द भी male से निकला है, लेकिन ऐसा नहीं है. फीमेल का मूल लैटिन भाषा से आता है. Femilla, जिसका मतलब 'महिला' है. दूसरी तरफ़ मेल पुराने फ्रांसेसी "masle" से आता है, जो लैटिन शब्द "मैस्क्यूलस" से निकलता है. समय के साथ "masle" मेल बन गया और 14वीं शताब्दी के आसपास, मेल के साथ लंबे समय तक उपयोग के बाद, "Femilla" को फीमेल में बदल गया. फीमेल शब्द में Fe कोई उपसर्ग नहीं है.
ख़ैर, आज के लिए बहुत ज्ञान हो गया. हम ये सब क्यों बता रहे हैं? आप ऐसे कई मीम्स देखते होंगे कि 'बेचारे नारीवादी! woman शब्द में man देख कर किलस जाते होंगे.' नहीं भईया, हममें इतनी कुंठा नहीं है. लेकिन आपको मैन इज़ ऐल्फ़ा थ्योरी तो हमने बता ही दी. भाषा पर भी इसका असर आया है. इसीलिए आज के समय दुनियाभर के नारीवादी संगठन womxn, womyn, womon जैसे शब्दों के इस्तेमाल को बढ़ावा देते हैं. हालांकि, इससे कितना फर्क पड़ेगा, लोग किस हद तक जेंडर सेंसिटिव होंगे ये कहना मुश्किल है, लेकिन हमारे हाथ में तो बस कोशिश ही है.