खबरों का बाज़ार गर्म है. सियासत की ख़बरों से ज़्यादा, कोविड से जुड़ी ख़बरों से. अभी तक हर तरफ़ एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन, जिसे भारत में कोविशील्ड नाम से बेचा गया उसके चर्चे थे. अब खबरें आ रही हैं कि कोविड का एक नया वेरिएंट मार्किट में आ गया है. इसका नाम है FLiRT.
कोविड का नया वेरिएंट FLiRT भारत पहुंचा, क्या हमें इससे डरने की जरूरत है?
कोविड का नया वेरिएंट FLiRT पुराने वेरिएंट से कैसे अलग? Covid के इस नए वेरिएंट के बारे में सबकुछ जान लीजिए, सीधे एक्सपर्ट से.

हाल-फिलहाल में अमेरिका, कनाडा, यूके और साउथ कोरिया में कोविड के मामले बढ़े हैं. जिसके पीछे FLiRT वेरिएंट का हाथ है. पर अब कोविड के इस नए वेरिएंट FLiRT के मामले हिंदुस्तान में भी रिपोर्ट किए गए हैं. इस वीडियो को बनाते वक़्त तक इसके 91 केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं. ये सारे महाराष्ट्र में मिले हैं.
डॉक्टर से जानेंगे कि कोविड का नया वेरिएंट FLiRT पुराने से कैसे अलग है? क्या ये पुराने वेरिएंट से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है? इसके क्या लक्षण हैं? क्या कोविड वैक्सीन इससे बचाव करेगी? और इसका इलाज क्या है?
ये हमें बताया डॉ. नेहा रस्तोगी ने.
-हाल ही में कोविड के मामले दोबारा बढ़ने लगे हैं
-नए मामले सामने आ रहे हैं
-अमेरिका, कनाडा, लंदन में कोविड का नया स्ट्रेन देखा गया है
-पिछले 3 महीनों में कोविड के मामले बढ़े हैं
-ऐसा FLiRT वेरिएंट के कारण हुआ है. FLiRT वेरिएंट ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही एक रूप है
-वायरस हर साल अपने अंदर कुछ बदलाव लाते हैं
-ताकि ये खुद को मज़बूत बना सकें
-एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलें
-ओमिक्रॉन वेरिएंट कई सालों से टिका है
-ओमिक्रॉन के ही और वेरिएंट जिन्हें KP.1 और KP.2 कहते हैं
-FLiRT वेरिएंट उनका ही एक सब-टाइप है
क्या FLiRT पुराने वेरिएंट से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है?-क्या हमें इससे डरने की ज़रुरत है? नहीं
-हमें केवल अलर्ट रहना है
-लक्षण, बचाव और इलाज पर ध्यान देने की ज़रुरत है
लक्षण-इसके लक्षण कुछ कॉमन कोल्ड जैसे हैं
-जितने भी मामले सामने आए हैं, वो सारे माइल्ड केसेस हैं
-इनका OPD या घर पर ही इलाज हो सकता है
-इसमें बुखार आता है
-हल्का या तेज़

-ज़ुकाम होता है
-सूखी या बलगम वाली खांसी हो सकती है
-कुछ ही लोगों को सांस की तकलीफ़ या ऑक्सीजन ऊपर या नीचे होने की समस्या होती है
-ऐसे में एक्सपर्ट की मदद ज़रूर लें
-अगर ऐसे लक्षण आ रहे हैं और आप कहीं से सफ़र कर के आए हैं तो अपना कोविड टेस्ट ज़रूर करवाएं
-कोविड के PCR टेस्ट, जिसमें नाक से सैंपल लिया जाता है
-उसके और टेस्ट से इस वेरिएंट का पता चल जाता है
क्या कोविड वैक्सीन इससे बचाव करेगी?-अभी तक देखा गया है कि जितनी भी कोविड वैक्सीन बनी हैं
-ख़ासतौर पर जो इंडिया में मिलती हैं
-वो ओमिक्रॉन के सारे वेरिएंट से बचाव करती हैं
इलाज-अगर ऐसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आप खुद को दूसरों से अलग रखें
-टेस्ट करवाइए
-अगर ये टेस्ट पॉजिटिव है तो खुद को अगले पांच दिनों के लिए सबसे अलग रखिए
-कोविड का इलाज लक्षणों के आधार पर होता है
-यानी बुखार, ज़ुकाम और खांसी का इलाज
-रेस्ट और ज़्यादा मात्रा में पानी पीना
-ज़्यादातर केसेस में अलग से दवा देने की ज़रुरत नहीं है
-लेकिन अगर आप हाई रिस्क हैं यानी किसी कारण से आपकी इम्युनिटी कमज़ोर है
-कैंसर, किडनी या लिवर के मरीज़ हैं
-डायलिसिस पर हैं
-किसी कारण स्टेरॉइड लेने पड़ रहे हैं
-या डायबिटीज कंट्रोल में नहीं है
-तो उन लोगों के लिए पैक्सलोविड नाम की दवा है
-ये टैबलेट के रूप में मिलती है
-इसका पांच दिन का कोर्स होता है
-लेकिन इसको बिना डॉक्टर की सलाह के हरगिज़ न लें
कोविड के इस नए वेरिएंट से डरने की बिलकुल ज़रुरत नहीं है. बस सतर्क रहने की ज़रुरत है. इसलिए अगर बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं तो टेस्ट ज़रूर करवाएं.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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