can taking excessive calcium supplements increases the risk of heart attack
कैल्शियम की गोलियां खा रहे हैं? कहीं दिल की बीमारी न हो जाए! ये सलाह जान बचा सकती है
कैल्शियम सप्लीमेंट (Calcium pills) लोग अलग-अलग वजहों से लेते हैं. लेकिन, इन्हें ज़रूरत से अधिक लेना हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. एक ताज़ा रिसर्च में ये बात सामने आई है. इसमें Heart Attack की बात भी कही गई है. आइए जानते हैं कि इस पर एक्सपर्ट्स क्या सलाह देते हैं
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कैल्शियम के कारण हार्ट अटैक आने की बात अभी पूरी तरह पक्की नहीं है
हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए कैल्शियम की गोलियां खाने की सलाह दी जाती है. लेकिन अब नई रिसर्च में सामने आया है कि लंबे समय तक कैल्शियम सप्लीमेंट खाने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है. खासकर उनमें जिन्हें डायबिटीज़ है. इससे मौत भी हो सकती है. यूके बायोबैंक ने इसके लिए करीब 4 लाख लोगों पर स्टडी की है. रिसर्च बताती है कि जो लोग रोज़ कैल्शियम के सप्लीमेंट्स लेते हैं और जिन्हें डायबिटीज़ भी है. उनमें दिल की बीमारियों के चलते मौत का खतरा 60 फीसदी तक बढ़ सकता है (Could too much calcium cause heart disease).
हालांकि अभी इसपर रिसर्च चल रही है. कारण बताया जा रहा है कि अगर हम बिना ज़रूरत लंबे समय तक कैल्शियम सप्लीमेंट लेते हैं तो यह हमारे हार्ट वेसेल्स यानी वो सारे पाइप जिनसे दिल, खून को, शरीर के अलग-अलग हिस्सों में भेजता है, उनमें जमा होता रहता है. इनमें जमाव यानी दिल को ख़तरा. डॉक्टर से जानिए कि क्या वाकई कैल्शियम सप्लीमेंट ज़्यादा लेने से हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ता है? अगर हां तो कितनी मात्रा में कैल्शियम सप्लीमेंट लेना सेफ़ है? और कैल्शियम सप्लीमेंट किन लोगों को लेने चाहिए?
Calcium pills ज़्यादा लेने से हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ता है?डॉ. महेश वाधवानी, कार्डियक सर्जन, पारस हॉस्पिटल
आमतौर पर कैल्शियम सप्लीमेंट की 250 या 500 मिलीग्राम डोज़ ली जाती है. लेकिन, अगर इसे बढ़ाकर 1200 से 1500 मिलीग्राम कर दिया जाए तो इससे पुरुषों में हार्ट अटैक का चांस 23 फीसदी तक बढ़ जाता है. ऐसा 7 से 10 साल तक इस्तेमाल के बाद होता है. कैल्शियम की हैवी डोज़ लेने के तुरंत बाद हार्ट अटैक नहीं आता पर अगर इसे सालों से लिया जा रहा है तो यह खतरा हो सकता है. शुरुआती स्टडी में यह सामने आया है, पर अभी बड़े स्तर पर स्टडी नहीं हुई है. ऐसे में आपको पूरा कैल्शियम सप्लीमेंट बंद करने की ज़रूरत नहीं है. साथ ही, जिन महिलाओं को मेनोपॉज हो चुका है, उनके लिए कैल्शियम सप्लीमेंट बहुत ज़रूरी है.
कैल्शियम के कारण हार्ट अटैक आने की बात अभी पूरी तरह पक्की नहीं है. अभी दो अलग-अलग ट्रायल्स आए हैं. इन्हें मेटा एनालिसिस कहा गया है. इनसे पता चला है कि 1200 से 1500 मिलीग्राम वाले डोज़ से ये दिक्कत होती है. वहीं 500 मिलीग्राम से हार्ट अटैक का खतरा नहीं है. हालांकि अभी स्टडी का पूरा नतीजा आना बाकी है.
बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट न लें
Calcium pills किनके लिए ज़रूरी?
कैल्शियम सप्लीमेंट लेना गर्भवती महिलाओं के लिए ज़रूरी है. उन बच्चों के लिए भी जिन्हें दूध नहीं मिल रहा है. ऐसे व्यक्ति जो लैक्टोस इंटॉलरेंट हैं यानी जिन्हें दूध से एलर्जी है और ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोगों को भी कैल्शियम सप्लीमेंट लेना चाहिए. ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं. जिन महिलाओं को मेनोपॉज हो चुका है, उन्हें हद से ज़्यादा कैल्शियम नहीं दिया जाना चाहिए.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)