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किन लोगों को प्रोटीन पाउडर हरगिज़ नहीं लेना चाहिए?

प्रोटीन सप्लीमेंट्स और प्रोटीन डाइट वाला खाना, दोनों ही प्रोटीन के सोर्स हैं. लेकिन दोनों में प्रोटीन की मात्रा और उसके प्रकार में फर्क है. क्या है यह फ़र्क?

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अगर आप प्रोटीन की जरूरत पूरी कर लेते हैं तो आपको प्रोटीन सप्लीमेंट की ज़रूरत नहीं है

प्रोटीन आपके शरीर के लिए बेहद ज़रूरी होता है. पर कई बार कम या ख़राब डाइट के चलते, आपको दिनभर में पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता. नतीजा शरीर में प्रोटीन की कमी. तब इस कमी को पूरी करने के लिए आप प्रोटीन सप्लीमेंट लेते हैं. कई लोग जो जिम जाते हैं. बॉडी बना रहे हैं. वो मसल्स बनाने के लिए खूब प्रोटीन पाउडर लेते हैं. जैसे हमारे व्यूअर दीपक.

पिछले कुछ महीनों से उन्होंने प्रोटीन सप्लीमेंट लेना शुरू किया है. पर हाल-फ़िलहाल में उनके पेट में अल्सर हो गया. वो जानना चाहते हैं कि क्या ऐसा प्रोटीन सप्लीमेंट लेने की वजह से हुआ है? जो भी लोग प्रोटीन सप्लीमेंट या प्रोटीन पाउडर लेते हैं, क्या उन्हें सतर्क हो जाना चाहिए? क्या इनसे अल्सर होने का रिस्क है? डॉक्टर से पूछकर सब बताते हैं. पर सबसे पहले ये समझ लीजिए कि प्रोटीन सप्लीमेंट और जो प्रोटीन खाने से मिलता है, उसमें क्या फर्क होता है?

प्रोटीन सप्लीमेंट और प्रोटीन में क्या फर्क होता है?

ये हमें बताया डॉ. राजेश्वरी पांडा ने.

डॉ. राजेश्वरी पांडा, हेड, न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स, मेडीकवर हॉस्पिटल्स, मुंबई

प्रोटीन सप्लीमेंट्स और प्रोटीन डाइट वाला खाना, दोनों ही प्रोटीन के सोर्स हैं. लेकिन दोनों में प्रोटीन की मात्रा और उसके प्रकार में फर्क है. प्रोटीन सप्लीमेंट्स नेचुरल फ़ूड से ही बनाया जाता है. जैसे मार्केट में ज्यादातर व्हे प्रोटीन मिलता है, जो दूध से बनता है. इसके अलावा सोया, अंडा और हरी मटर से भी प्रोटीन सप्लीमेंट्स बनाए जाते हैं. प्रोटीन सप्लीमेंट को फोर्टिफाइ किया जाता है, जिससे आपको सारे न्यूट्रिएंट्स मिल जाएं. इसलिए ये उन लोगों के लिए फायदेमंद हो जाता है, जिन लोगों को रोजाना सारे न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पाते हैं.

प्रोटीन एक मैक्रोन्यूट्रिएंट है. दिनभर में जितनी ज़रूरत होती है, उतना प्रोटीन हमें खान-पान से नहीं मिल पाता. इसकी वजह है हमारी कम और ख़राब डाइट. इस कमी को पूरा करने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट लेना पड़ता है. लेकिन अगर आप प्रोटीन की जरूरत पूरी कर लेते हैं तो आपको प्रोटीन सप्लीमेंट की जरूरत नहीं है. 

अधिक मात्रा में प्रोटीन सप्लीमेंट लेने से पेट में अल्सर हो सकता है?

प्रोटीन पाउडर की वजह से अल्सर नहीं होता है. हालांकि, ऐसा हो सकता है कि व्यक्ति को पहले से कोई समस्या/बीमारी थी और उसने ज्यादा मात्रा में प्रोटीन पाउडर ले लिया. ऐसी सिचुएशन में पेट में ज्यादा एसिड रिलीज़ हो सकता है. इससे आंत की परत में दिक्कत हो सकती है. साथ ही अल्सर की समस्या भी हो सकती है. पर ये समस्या सिर्फ प्रोटीन से नहीं होती है. ये व्यक्ति की किसी पुरानी समस्या/बीमारी पर निर्भर करती है.

प्रोटीन हो या कोई भी दूसरा न्यूट्रिएंट, अगर ज्यादा मात्रा में लिया जाएगा तो नुकसान हो सकता है. प्रोटीन का नेचर एसिडिक होता है. इसे ज्यादा मात्रा में लेने से एसिडिटी बढ़ सकती है. एसिडिटी बढ़ने की वजह से आंतों की परत में दिक्कत हो सकती है. अल्सर की समस्या हो सकती है. लेकिन प्रोटीन लेने से ये समस्या नहीं होती है. 'बहुत ज्यादा' प्रोटीन लेने से ये समस्या हो सकती है.

प्रोटीन सप्लीमेंट लेते हैं और पेट से जुड़ी कोई समस्या है तो डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं

किन लक्षणों को इग्नोर न करें?

-अगर आप प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेते हैं और आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या होती है.

-जैसे एसिडिटी, अल्सर या कोई और दिक्कत हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं.

-जरूरी नहीं है कि ये प्रोटीन की वजह से हो रहा हो.

-ऐसा हो सकता है कि ये समस्याएं किसी और वजह से हो रही हों.

- इसलिए अपने पेट का ख्याल रखें. 

-इसके लिए अच्छी मात्रा में प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक लें.

-इससे प्रोटीन को पचाने में आसानी होगी.

एक बात का ध्यान ज़रूर रखें. कोई भी सप्लीमेंट या पाउडर, खुद से लेना शुरू हरगिज़ न करें. डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट की राय लेकर ही कोई भी सप्लीमेंट लें. अब बढ़ते हैं सेहत के अगले सेगमेंट की तरफ़. तन की बात. जिसे आप एसिडिटी समझ रहे हैं, हो सकता है वो पेट में एसिड की कमी हो!

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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