उत्तर प्रदेश के IAS अधिकारियों में VRS के लिए आवेदन करने की भगदड़ सी मची हुई है. लगातार एक के बाद एक IAS ऑफिसर VRS के लिए आवेदन कर रहे हैं. एक ही हफ्ते में तीन अधिकारी VRS के लिए अप्लाई कर चुके हैं. इन तीन नामों में से एक नाम बहुत चर्चित है. वो है उत्तर प्रदेश कैडर की सीनियर IAS अधिकारी रेणुका कुमार (Renuka Kumar). उन्होंने भी VRS के लिए आवेदन दिया है. आजतक से जुड़े आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक UPSC ने इसकी जानकारी यूपी सरकार को दी है.
यूपी के IAS अधिकारियों में VRS के लिए भगदड़, अब रेणुका कुमार ने अप्लाई कर दिया
रेणुका चौधरी बीते एक हफ्ते में VRS के लिए आवेदन करने वाली तीसरी IAS हैं. 1987 बैच की अफसर रेणुका कुमार की गिनती योगी सरकार के पसंदीदा अफसरों में होती है.

1987 बैच की आईएएस अधिकारी रेणुका कुमार की गिनती यूपी कैडर के ईमानदार अफसरों में होती है. जुलाई 2011 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने उन्हें महिला कल्याण के साथ-साथ खनन और राजस्व विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी. इससे पहले उनके पास महिला, बाल कल्याण, वन एवं पर्यावरण विभागों की जिम्मेदारी थी.
रेणुका कुमार से पहले खनन विभाग आरपी सिंह के पास था. लेकिन उनके रिटायरमेंट के बाद यह विभाग रेणुका कुमार को सौंपा गया था. 2021 में रेणुका यूपी से केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गई थीं. लेकिन बाद में अचानक उन्हें होम कैडर यानी यूपी के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया. और अब रेणुका ने VRS के लिए आवेदन दे दिया है. खबरों के मुताबिक रेणुका कुमार को 2023 में रिटायर होना है.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक रेणुका के VRS के आवेदन के पीछे की वजह साफ नहीं है. इसे लेकर अलग-अलग चर्चाएं हैं. एक ये कि रेणुका कुमार सरकार से नाराज हैं. दूसरी चर्चा उनके पॉलिटिक्स में आने की है. कहा जा रहा है कि रेणुका राजनीति में उतर सकती हैं. एक चर्चा ये भी है कि यूपी में रेणुका को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलने की संभावना है, इसलिए उन्होंने VRS के लिए आवेदन दिया है.
रेणुका कुमार के अलावा बीते एक हफ्ते में यूपी के दो अन्य आईएएस अधिकारी जूथिका पाटनकार और विकास कोठवाल भी वीआरएस के लिए आवेदन दे चुके हैं. वहीं इनसे पहले आईएएस राजीव अग्रवार ने 2019 में वीआरएस ले ली थी. राजीव 1993 बैच के आईएएस अफसर थे.
वीडियो दी लल्लनटॉप शो: योगी के मंत्री ने अमित शाह को इस्तीफा क्यों भेजा?