ये तो हुई खबर. अब इस खबर में ख़ास बात क्या है?
वो ये कि जब आदित्य शपथ ले रहे थे, तो उन्होंने अपनी मां का नाम अपने पिता से पहले रखा. शपथ लेते हुए उन्होंने कहा,
‘मैं, आदित्य रश्मि उद्धव ठाकरे’

शपथ लेते आदित्य ठाकरे. (तस्वीर: PTI)
खबर ख़ास इसीलिए है क्योंकि मराठी संस्कृति में बच्चे अपने पिता का नाम अपने नाम के साथ ज़रूर लगाते हैं. लड़कियां शादी से पहले पिता का,और शादी के बाद पति का नाम लगाती हैं. जैसे आदित्य के पिता उद्धव हैं, तो उनका नाम आदित्य उद्धव ठाकरे होगा. इसमें मां का नाम लगाने का चलन नहीं है. लेकिन आदित्य ने अपनी मां का नाम अपने नाम के साथ लेकर, वो भी पिता से पहले, एक बहुत ही प्यारा उदाहरण पेश किया है.

लोग कहेंगे प्रतीकात्मकता है. हम कहेंगे, सही दिशा में एक छोटा ही सही, पर कदम तो है. इससे पहले 2014 में देवेन्द्र फडनवीस की सरकार में शपथ लेते समय विनोद तावडे ने अपना नाम विनोद श्रीधर विजया तावडे लिया था. विजया तावडे उनकी मां का नाम है.
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