सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकॉम कंपनियों से AGR का बकाया चुकाने के लिए कहा, वोडाफोन ने हाथ खड़ा कर दिया
2500 करोड़ जमा कराने पहुंची थी वोडाफोन लेकिन कोर्ट ने कहा सारा बकाया जमा कराओ.
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वोडाफोन के बंद होने से बाज़ार का गणित गड़बड़ा जाएगा. और इतनी भयानक गड़बड़ होगी कि आपकी जेब में रखे मोबाइल से लेकर पूरे डिजिटल इंडिया की ऐसी-तैसी हो जाएगी. वजह? AGR माने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू. भारत की तक़रीबन सभी सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां इस AGR के मसले पर महीनों से दौड़-धूप में लगी हैं. पईसा बकाया है, और वो भी हज़ारों करोड़. एयरटेल. वोडाफोन, रिलायंस जैसी दिग्गज कंपनियां इसके लपेटे में हैं. AGR की रक़म जमा कराने की आख़िरी तारीख़ थी 14 फरवरी. शुक्रवार. लेकिन कोर्ट के दर्जनों बार कहने के बावजूद कंपनियों को सरकार और मंत्रालय से राहत मिल रही थी. इसी पर सुप्रीम कोर्ट भन्ना गया कि भईया सुप्रीम कोर्ट को कुछ समझते मानते हो कि बंद कर दें? पूरा मामला समझने के लिए देखिए वीडियो में.
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