'मनी हाइस्ट मास्क' वाले सल्वादोर दाली की कहानी, 'एक जीनियस आर्टिस्ट' या 'बदबूदार फ्रॉड'
'मैं इंसानों के समंदर में गहरे डूब रहा हूं'.
लाल कपड़ों में कुछ लोग स्पेन की रॉयल मिंट लूटने के लिए घुस आए हैं. शहरों के नाम वाले लोग. बर्लिन, तोक्यो, डेनवेर, मॉस्को, हेलसिंकी, ओस्लो, रियो और नैरोबी. एक मास्टरप्लान के साथ, जिसके पीछे प्रफेसर का दिमाग है. ये वो लोग हैं, जिन्हें समाज में ‘लूज़र्स’ कहा जाता है, लेकिन उन्हें लगता है कि वो ‘रेजिस्ट’ कर रहे हैं. उस व्यवस्था के ख़िलाफ़, जहां ‘सांस्थानिक चोरी, चोरी ना भवति.’ वे अपनी नज़र में रॉबिनहुड हैं, बहुतों की नज़र में हीरो, मगर स्टेट की नज़र में अपराधी. उनके नाम अलग-अलग हैं मगर वे एक हैं. क्योंकि उन सबने एक जैसा मास्क पहन रखा है. किसका मास्क है ये. जिसमें भौंहें तरेरती एक शक्ल पर बड़ी-सी मूंछे हैं, जो आंखों की तरफ जाती दिखती हैं. ये सवाल उन्होंने भी पूछा. आगे का किस्सा वीडियो में देखें.