जिस रोज से दुनिया ने इन्फ्लुएंसरों को जाना है, उस रोज से उनकी देखा-देखी सबने की है. जैसे फीड पर लैक्टोज फ्री दूध देख कर लोगों ने भी घर का गाय का शुद्ध दूध पीना छोड़ दिया. उन्होंने हमें अवगत करवाया ओट मिल्क, आलमंड मिल्क और सोय मिल्क जैसे प्लांट बेस्ड मिल्क से. इसी कड़ी में अब हमने जानी है एक नई चाय, नहीं शायद कॉफ़ी. यहां बड़े-बड़े विद्वानों का मतभेद है कि इसको चाय का नाम दें या कॉफ़ी. ये एक पाउडर से बनती है. पाउडर का नाम माचा है. इससे बनने वाली कॉफ़ी का नाम ‘माचा लाते’ और चाय का नाम ‘माचा टी’ है. माचा पौष्टिक है. ऐसा सोशल मीडिया वाले इन्फ्लुएंसरों का कहना है. ये सोशल मीडिया पर वायरल भी है. चर्चा भी इसकी खूब है. आइए विस्तार से समझते हैं.
दुनिया भर के इन्फ़्लुएंसर हरे रंग की कॉफ़ी पी रहे हैं. वो क्या है, बनती कैसे है, कितनी हेल्दी है?
मार्केट में एक नई कॉफ़ी आई है. इसे Influencer रोज सुबह पी रहे हैं. जानिए ये हरी कॉफ़ी भला क्या बला है?

माचा पाउडर सूखी ग्रीन टी की पत्तियों के पाउडर से बनता है. रेगुलर ग्रीन टी की तुलना में अधिक सैचुरेटेड भी है. अपनी डाइट में ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट शामिल करने के लिए माचा पाउडर का उपयोग करना एक अच्छा तरीका माना जा सकता है. माचा एनर्जी और इम्यूनिटी को बढ़ावा देना के अलावा शरीर को डिटॉक्सिफाई भी करता है. यह कैलोरी जलाने, वजन घटाने, फोकस बढ़ाने और शरीर को रिलैक्स करने में भी मदद करता है.

माचा जापान की पारंपरिक चाय है. जिसे बाद में कॉफ़ी का तरह भी उपयोग किया जाने लगा. अंतर बस इतना है कि कॉफ़ी बनाते वक़्त इसमें अपनी पसंद का दूध डाल सकते है. और चाय ग्रीन टी की तरह सिर्फ पानी में बनेगी.
माचा के फायदे:
वजन कम करने में मददगार
माचा को वजन कम करने में काफी कारगर माना जाता है. कुछ शोध बताते हैं कि अगर इस चाय को लगातार 12 हफ्ते यानी तीन महीने तक पिया जाए तो ये बॉडी फैट को काफी कम कर देती है. ये ओबेसिटी जैसी समस्या से लड़ने का प्रभावी हथियार है.
हेल्दी इम्यून सिस्टमफाइबर, क्लोरोफिल, सैलेनियम, जिंक, मैग्नीशियम, क्रोमियम और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर माचा टी इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बनाती है.
माचा टी पीने से शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रित होता है. ये हार्ट डिजीज का रिस्क घटाती है. इसके अलावा माचा टी में मौजूद पॉलिफिनॉल नामक एंटी-ऑक्सीडेंट बॉडी को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है, ऐसे भी दावे किए जाते हैं.
इस सब के अलावा माचा हेयर केयर और स्किन केयर के लिए भी काफी फायदेमंद बताई जाती है. जैसे माचा पाउडर को आप अपने होममेड हेयर मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. और माचा में ECGC जैसे पॉलीफेनोल्स और कैटेचिन होते हैं, जो हार्मोनल इमबैलेंस को कम करने में मदद कर सकते हैं जिससे इन्फ्लेशन और बाकी स्किन प्रॉब्लम दूर होती हैं.
इसे बनाना कैसे है?इस कॉफ़ी को आप घर पर बना सकते हैं. इसके लिए आपको दो-तीन चीज़ों की जरूरत पड़ेगी. पहला माचा पाउडर. दूसरा दूध. ये कुछ भी हो सकता है. जरूरी नहीं प्लांट बेस्ड मिल्क ही हो. तीसरा शहद. और गरम पानी. ध्यान रहे पानी उबलता हुआ नहीं चलेगा.
- सबसे पहले आप गर्म पानी में माचा मिलाएं.
- अब इसे तब तक मिक्स करें, जब तक कॉफ़ी फ्रोथी न हो जाए.
- अब एक ग्लास में कुछ बर्फ के टुकड़े डाले. ये आपकी मर्जी है. इसके बाद दूध मिलाएं. ऊपर से शहद भी डाल दें.
- इसके बाद ऊपर से पानी में मिला हुआ माचा डालें. सब को अच्छे से मिला लें.
- अब आप ये कॉफ़ी पी सकते हैं.
एक्सपर्ट्स की मानें तो माचा कॉफ़ी को पीने का सबसे अच्छा समय सुबह होता है, क्योंकि सुबह के वक़्त आपकी बॉडी में पर्याप्त शक्ति होगी इसे डाइजेस्ट करने की. और इसे पीने से आपकी बॉडी को जिंक, मैग्नीशियम जैसे तत्व भी मिलेंगे.
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