विवेक रामास्वामी. हार्वर्ड ग्रेजुएट, बायोटेक उद्यमी, राष्ट्रपति पद के पूर्व उम्मीदवार और अब राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के वफादार. कितने ही परिचय हैं इनके. लेकिन इन दिनों वो अमेरिकियों के एक तबके के निशाने पर हैं. वजह, इंटरव्यू में जूते-मोजे ना पहनना. भले ही उनका ये इंटरव्यू उनके ही घर पर ही क्यों ना रिकॉर्ड हुआ हो. भले ही वो इंटरव्यू लगभग एक साल पुराना क्यों ना हो (Vivek Ramaswamy Barefoot Interview Controversy).
तीसरी दुनिया के चचा, असभ्य... विवेक रामास्वामी ने नंगे पैर दिया इंटरव्यू तो अमेरिका में होने लगीं घटिया बातें
Vivek Ramaswamy barefoot interview: विवेक रामास्वामी, फिलहाल ओहायो के गवर्नर पद के लिए अपने प्रचार अभियान में बिज़ी हैं. लेकिन उनके नंगे पैर दिये इंटरव्यू की तस्वीरों को ख़ूब शेयर किया जा रहा है.
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कुछ अमेरिकियों ने उन्हें ‘असभ्य’, ‘तीसरी दुनिया के चचा’ और ‘अमेरिका विरोधी’ करार दिया है. हालांकि, कुछ लोगों ने इन आलोचनाओं को बेतुका बताया है. दरअसल, विवेक रामास्वामी के एक इंटरव्यू की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वो नंगे पैर दिखाई दे रहे हैं. बताया गया कि इंटरव्यू उनके घर पर ही लगभग एक साल पहले ही रिकॉर्ड हुआ था.
वो फिलहाल ओहायो के गवर्नर पद के लिए अपने प्रचार अभियान में बिज़ी हैं. लेकिन उनके नंगे पैर दिए इंटरव्यू की तस्वीरों को ख़ूब शेयर किया जा रहा है.
एक यूज़र ने लिखा,
विवेक ओहायो के गवर्नर कभी नहीं बनेंगे.
एक अन्य यूज़र ने लिखा,
ये विवेक रामास्वामी की भारत और अमेरिका में रहने वाले भारतीयों तक सीधी पहुंच है. ये अमेरिकियों के प्रति अवमानना का सीधा बयान है.

एक ने लिखा,
जब आप पृथ्वी पर सबसे ताकतवर साम्राज्य में किसी पद के लिए इंटरव्यू दे रहे हों, तो कम से कम मोज़े तो पहन ही सकते हैं. है न?'
एक और ने लिखा,
जब आप घर में कोई और काम करते हैं, तो कुछ भी करिए. लेकिन आप देश के सामने कैमरे पर हैं. ये बेतुका है.
जेम्स नाम के एक X हैंडल से लिखा गया,
विवेक नंगे पांव हमें शिक्षा के बारे में लेक्चर देते हैं. ये असभ्य है.

शीरा डिनाल नाम की यूज़र ने लिखा,
घर में जूते नहीं पहनने चाहिए. बिल्कुल. मुझे परवाह नहीं कि आप कौन हैं. अगर आप अपने जूते उतारकर उन्हें बाहर छोड़ने को तैयार नहीं हैं, तो आपका मेरे घर में स्वागत नहीं है. मैं इस मामले में विवेक रामास्वामी का पूरा समर्थन करती हूं.

एक यूज़र लिखती हैं,
विवेक के ख़िलाफ़ मैंने जो सबसे बेवकूफ़ाना तर्क सुना ह, वो ये है कि अपने घर में नंगे पैर घूमना अमेरिका विरोधी है. मुझे लगता है कि बहुत से लोग सिटकॉम देखते हुए बड़े हुए हैं, जहां वे बिस्तर पर अपने जूते पहनते हैं.

पिछले चुनाव में विवेक रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की रेस में थे. बाद में वो पीछे हट गए और ट्रंप को अपना समर्थन दे दिया. चुनाव जीतने के बाद डॉनल्ड ट्रंप ने उन्हें एलन मस्क के साथ मिलकर सरकारी सक्षमता विभाग (DOGE) के नेतृत्व की ज़िम्मेदारी दी थी. हालांकि, बाद में उन्होंने पद छोड़ दिया.
अमेरिका में किसी भारतीय की, उसके ‘भारतीय होने’ पर आलोचना हो रही है. वहीं, विवेक रामास्वामी के DOGE छोड़ने के कारणों में भी एक कारण उनका भारतीय होना बताया गया. एक धारणा है कि अमेरिका में भारतीय या कहें ‘किसी बाहरी’ के लिए स्वीकार्यता कम है. इसे लेकर यूनिवर्सिटी ऑफ़ डेलावेयर में प्रोफ़ेसर डॉ. मुक़्तेदर ख़ान ने लल्लनटॉप के वीकली पॉलिटिकल शो नेतानगरी में बात की थी. उन्होंने बताया था,
निक्की हेली और विवेक रामास्वामी जैसे नेता ये भूल जाते हैं कि वो ब्राउन हैं. उन्हें ये चीज़ कहीं लिखकर रख लेनी चाहिए, जिससे उन्हें ये बात बार-बार याद आए. अमेरिका महान देश है. बाक़ी किसी देश की तुलना में यहां सबसे कम नस्लवाद होता है, मैं ये भी मानता हूं. लेकिन ये मानना ही पड़ेगा कि अमेरिका नस्लवाद करने वाला देश है. बाहरियों की स्वीकार्यता कम है.
ऐसी ही बातें अमेरिका में मौजूद भारतीय पत्रकार रोहित शर्मा ने भी नेतानगरी में बताई थीं. बताते चलें, अब विवेक रामास्वामी ओहायो से गवर्नर पद के उम्मीदवार हैं. ट्रंप से समर्थन मिलने के बाद उनकी उम्मीदवारी को गति मिली है. चुनाव अगले साल होने वाला है.
वीडियो: एलन मस्क ने क्यों कर दी US प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी की तारीफ़?