सेंचुरियन टेस्ट के तीसरे दिन बारिश के चलते खेल करीब एक घंटा रुका रहा था. बारिश रुकने पर जब अंपायर्स ने खेल शुरू कराया तो टीम इंडिया को फील्डिंग करने में दिक्कत हो रही थी क्योंकि आउटफील्ड गीला था. इंडियन बॉलर्स खासकर अश्विन को गेंद ग्रिप बनाने में दिक्कत हो रही थी. वहीं दूसरी तरफ इसका फायदा साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज रन बनाकर उठा रहे थे.

विराट कोहली गीली आउटफील्ड के चक्कर में फंस गए.
इस बात को लेकर कोहली बार-बार फील्ड अंपायर माइकल गफ से बात कर रहे थे. कोहली ने कई बार अपनी निराशा जताई. कोहली लगातार अपनी निराशा जाहिर कर रहे थे. इसी बीच कोहली ने गुस्से में आकर गेंद भी फील्ड पर पटकी थी जिसे आईसीसी ने गलत व्यवहार माना है.
कोहली को मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड के केबिन में जाकर भी अपनी बात करते देखा गया था. कोहली के साथ टीम मैनेजर और टीम कोच रवि शास्त्री भी दिखे थे. कोहली को आईसीसी कोड के लेवल 1 का दोषी माना गया था. आईसीसी की प्लेयर्स के लिए चार लेवल की आचार संहिता है. लेवल 1 में अंपायर्स के निर्णय पर कुछ बोलकर या किसी आवभाव से नाराजगी जताना शामिल है. इसके लिए प्लेयर्स को 50 फीसदी तक मैच फीस जुर्माने के तौर पर देनी पड़ सकती है.

कोहली ने एक और गलती की तो बैन भी झेलना पड़ सकता है.
अब कोहली के लिए दिक्कत ये है कि अगले एक साल तक किसी भी मैच के दौरान ये गलती दोहराते हैं तो फिर मैच फीस का 50-100 फीसदी जुर्माना और/या एक टेस्ट या दो वनडे इंटरनेशनल्स का बैन झेलना पड़ सकता है. साउथ अफ्रीका के इस टूर में इंडिया 3 टेस्ट, 6 वनडे और 3 टी-20 मैच खेलेगी और कोहली को अपने ऑन फील्ड गुस्से पर थोड़ा कंट्रोल करना होगा. नहीं तो किसी भी मैच बैन की स्थिति में सबसे ज्यादा फायदा अफ्रीकी टीम को ही होगा. अग्रेसिव क्रिकेट के इस दौर में अफ्रीकी टीम के खिलाड़ियों की सबसे ज्यादा नजर भी कोहली पर ही है. इसके चलते वे भारतीय कप्तान को उकसाने की भी कोशिश करेंगे.
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