सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाते हुए 2.77 एकड़ विवादित ज़मीन राम मंदिर ट्रस्ट को देने और अयोध्या में ही 5 एकड़ ज़मीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को देने का आदेश दिया था. 2020 में यूपी सरकार ने अयोध्या नगर सीमा से बाहर धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ ज़मीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दे दी. लेकिन अब बीजेपी नेता विनय कटियार का कहना है कि अयोध्या में कोई मस्जिद नहीं बनने देंगे. इतना ही नहीं, उनका ये भी कहना है कि मुसलमानों को अयोध्या छोड़कर चले जाना चाहिए.
'मुसलमान अयोध्या छोड़ दें, हम यहां कोई मस्जिद नहीं बनने देंगे', विनय कटियार ने ऐसा क्यों कहा?
विनय कटियार का ये बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) ने मस्जिद के लेआउट प्लान को खारिज कर दिया.


बीती 24 सितंबर को अयोध्या में पत्रकारों ने जब विनय कटियार से धन्नीपुर मस्जिद की योजना को अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) द्वारा मंज़ूरी न मिलने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा,
“अयोध्या नगरी के अंदर धन्नीपुर का कोई मतलब नहीं. इस ज़िले में क्यों रहना. वो लोग नदी के उस पार चले जाएं, गोंडा, बस्ती चले जाएं. यहां उनका क्या काम है? यहां राम का मंदिर है, वही काम करेगा.”
कटियार ने यह भी कहा कि वे अयोध्या में कोई मस्जिद बनने नहीं देंगे.
इसके बाद फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कटियार के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आलोचना करते हुए कहा,
“देश सब धर्मों के लोगों का है. विनय कटियार भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन मोदी सरकार में उन्हें दरकिनार कर दिया गया है. इसलिए वे निराशा और हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं.”
विनय कटियार का ये बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) ने मस्जिद के लेआउट प्लान को खारिज कर दिया. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्थानीय पत्रकार ओमप्रकाश सिंह ने 16 सितंबर को इस मामले में RTI दायर की थी. इसके जवाब में, ADA ने बताया कि मस्जिद ट्रस्ट ने आवेदन और जांच शुल्क के तौर पर 4 लाख रुपये का भुगतान किया था. लेकिन योजना की मंजूरी के लिए, लोक निर्माण विभाग (यानी PWD), प्रदूषण नियंत्रण, नागरिक उड्डयन, सिंचाई और राजस्व विभागों के अलावा नगर निगम, जिला मजिस्ट्रेट और फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट से जरूरी NOC भी मांगे गए थे, जो विभाग को उपलब्ध नहीं कराए गए. इसलिए ADA ने मस्जिद के लेआउट प्लान को खारिज कर दिया.
इसी को लेकर विनय कटियार से सवाल पूछा गया था. उन्होंने एक हाथ आगे बढ़ कर यह कह दिया कि मस्जिद बनने ही नहीं देंगे और मुसलमानों को अयोध्या छोड़ देना चाहिए.
विनय कटियार के बयान पर इंडियन एक्सप्रेस ने बीजेपी के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि वह “फिर से सुर्खियों में आने” के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. बजरंग दल के पूर्व अध्यक्ष विनय कटियार राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में गिने जाते हैं. अंग्रेजी अखबार ने लिखा कि पार्टी सूत्रों का कहना है कि फैजाबाद से तीन बार सांसद रहे कटियार कई सालों से हाशिये पर हैं और ऐसे बयानों से वे यूपी भाजपा की राजनीति में वापसी की कोशिश कर रहे हैं.
विनय कटियार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंदिर-मस्जिद विवाद मामले के प्रमुख पक्षकार रहे इक़बाल अंसारी ने धन्नीपुर मस्जिद ट्रस्ट को सलाह दी है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दी गई ज़मीन पर मस्जिद बनाने के बजाय फसल उगाई जाए और अनाज हिंदू और मुसलमान दोनों में बराबर बांट दिया जाए. उन्होंने कहा,
“भारत अलग-अलग धर्मों का देश है. अयोध्या में सदियों से हर धर्म और संप्रदाय के देवताओं की पूजा होती रही है और सभी उनका सम्मान करते हैं, कुछ लोगों को छोड़कर. जो सच्चा धार्मिक व्यक्ति है, वह कभी दूसरे धर्म को नुकसान नहीं पहुंचाता.”
अंसारी ने मुस्लिम समाज से अपील की कि वो कटियार की बातों पर प्रतिक्रिया न दे. यह केवल राजनीति है और इससे किसी का भला नहीं होगा.
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