रवि पटवर्धन. मराठी और हिंदी फिल्मों के दिग्गज एक्टर थे. 6 दिसंबर को 83 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनके बड़े बेटे निरंजन पटवर्धन ने एक्टर की मौत की खबर दी. बताया कि 5 दिसंबर की शाम से ही रवि पटवर्धन को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. जिसके तुंरत बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. पर उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया.
मराठी और हिंदी फिल्मों के दिग्गज एक्टर रवि पटवर्धन का निधन
200 से अधिक हिंदी और मराठी फिल्मों के साथ 150 से अधिक नाटकों में अभिनय किया था.

निरंजन पटवर्धन ने PTI को दिए अपने इंटरव्यू में बताया,
शनिवार की रात 9-9.30 के बीच पिता की तबीयत अचानक से खराब होने लगी, जिसके बाद हम उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए और आधे घंटे के बाद उनका निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार ठाणे में किया गया.

मैंने उनसे 15 दिन पहले ही बात की थी, क्योंकि हमें अपने शो की शूटिंग शुरू करनी थी. कोरोना महामारी के रिस्ट्रिक्शन के कारण हमने कहानी में कुछ बदलाव किए थे जिससे वो घर से शूट कर पाते. उन्होंने बहुत अंत तक शूटिंग की भी. पर स्वास्थ्य कारणों के चलते उनका निधन हो गया.
प्रड्यूसर ने बताया कि रवि पटवर्धन को फरवरी में दो बार हार्ट अटैक आए थे, लेकिन बाद में वो ठीक भी हो गए थे.
वहीं, एक्टर और राइटर अशोक सामेल ने HT को बताया,
मैं एक हफ्ते पहले उनसे मिला था. वो नए प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए इच्छुक थे. हालांकि पिछले कुछ दिनों में उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था. मैंने उनके साथ काम किया है और केवल एक चीज जो दिमाग में आती है, वो ये है कि बतौर कलाकार वो काम के प्रति काफी समर्पित थे.
रवि पटवर्धन, जिन्हें आखिरी बार मराठी टीवी शो 'अगाबाई सासुबाई' में देखा गया था, उन्होंने 200 से अधिक हिंदी और मराठी फिल्मों और 150 से अधिक नाटकों में अभिनय किया है. एक्टर ने मराठी फिल्म 'आरण्यक' में धृतराष्ट्र का किरदार निभाया था. इसके अलावा 'अंकुश', 'तेजाब', 'आश्या सुनवा', 'उम्बर्था' और 'ज्योतिबा फुले' जैसी हिंदी और मराठी फिल्मों में निभाए किरदार आज भी याद किए जाते हैं.