अमेरिकी जनरल माइकल कुरिल्ला ने कहा है कि आतंकवाद से निपटने के लिए, पाकिस्तान (Pakistan) अमेरिका का एक अहम साझेदार है. जनरल ने पाकिस्तान की तारीफ में और भी बहुत कुछ कहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वो भारत के साथ भी अपने रिश्ते मजबूत रखना चाहते हैं. कुरिल्ला ने इस तर्क को खारिज कर दिया कि अगर उनका देश भारत के साथ रिश्ते रखता है तो पाकिस्तान के साथ रिश्ते नहीं रख सकता. कांग्रेस ने इस बयान को भारत के लिए एक कूटनीतिक झटका बताया है.
आतंकवाद पर पाक के साथ अमेरिका! कांग्रेस बोली- मोदी बताएं भारत कहां खड़ा है?
अमेरिका का कहना है कि Pakistan उनके साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ रहा है. साथ ही उसका ये भी कहना है कि अमेरिका भारत के साथ भी मजबूत रिश्ते रखना चाहता है. कांग्रेस नेता Jairam Ramesh ने इस बयान को भारत के लिए कूटनीतिक झटका बताया है.

जनरल का ये बयान इसलिए भी असमंजस भरा है क्योंकि भारत ने ये स्पष्ट किया है कि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं हो सकता. जनरल का ये बयान पाकिस्तान के उसी नैरेटिव की तरह है जिसके जरिए वो बार-बार अपना बचाव करता है. पाकिस्तान समर्थित हर आतंकी हमले के बाद उसका यही कहना होता है कि वो खुद भी आतंकवाद का पीड़ित है. अब अमेरिका ने पाकिस्तान के इस नैरेटिव को और जोर दिया है.
जनरल कुरिल्ला ने कहा क्या है?द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 जून को कुरिल्ला अमेरिकी सदन की सशस्त्र सेवा समिति की सुनवाई में बोल रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा,
अमेरिका की ओर से दी गई खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान ने कम से कम पांच आतंकवादियों को पकड़ा है. 2024 की शुरुआत से पाकिस्तान के पश्चिमी क्षेत्र में 1,000 से अधिक आतंकी हमले हुए हैं. इनमें लगभग 700 सुरक्षाकर्मी और नागरिक मारे गए हैं और 2,500 घायल हुए हैं. पाकिस्तान पूरी सक्रियता से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है.
'भारत के साथ भी काम करें'
अमेरिकी जनरल ने आगे कहा,
हमें पाकिस्तान और भारत के साथ संबंध रखना होगा. मुझे नहीं लगता कि ऐसा जरूरी है अगर भारत के साथ हमारे संबंध हैं तो हम पाकिस्तान के साथ संबंध नहीं रख सकते. हमें इन रिश्तों को सकारात्मकता के लिए देखना चाहिए.
कुरिल्ला ने पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर की भी प्रशंसा की.
जयराम रमेश ने पीएम मोदी को घेर लियाकांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अमेरिका के इस बयान को भारत के लिए एक कूटनीतिक झटका बताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए लिखा है,
अभी अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख ने पाकिस्तान को 'आतंकवाद विरोधी अभियान में एक शानदार साझेदार' बताया है. हमारे प्रधानमंत्री और उनकी गुणगान मंडली इस पर क्या कहेगी? क्या ये भारत के लिए कूटनीतिक झटका नहीं है?

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अमेरिका ने 14 जून को अपने आर्मी डे पर असीम मुनीर को वाशिंगटन आने का न्योता दिया है. ऐसे में कांग्रेस की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं कि कूटनीतिक स्तर पर भारत कहां है. इससे पहले कांग्रेस ने ट्रंप के मध्यस्थता वाले दावे को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा था.
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