बचपन में ज्यादा चीज़े पता तो होती नहीं. तब ये कह कर डराते थे कि नकल करने से पाप लगेगा. और बच्चे मान भी जाते हैं. थोड़ा बड़े होने पर टीचर डराते थे कि नकल की तो स्कूल से निकाल देंगे. ये वाला ज्यादा मारक था. जो पाप से नहीं डरते थे, वो इस वाले से मान जाते थे. लेेकिन ये किसी ने नहीं बताया था कि नकल करना देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है. खैर, अब यूपी सरकार ने बता दिया है.
परीक्षा में नकल करना देश के लिए खतरा है!
नकल करने वाले की सम्पत्ति जब्त कर ली जाएगी.

अब इस साल से यूपी के स्कूलों में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में नकल करते हुए पकड़े जाने पर NSA लगेगा. NSA मतलब राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980. साथी ही नकल करने वाले, इसमें शामिल शिक्षक या अन्य किसी की संलिप्तता पाए जाने पर सम्पत्ति भी जब्त कर ली जाएगी.
यूपी उन राज्यों में गिना जाता रहा है जहां 10वीं और 12वीं में नकल को लेकर सरकारों की खूब फजीहत होती रही है. इसको लेकर चुनी हुई सरकारें दावें भी करती रही हैं. और इसी सिलसिले में योगी सरकार ने ये ऐलान कर दिया है.
सरकार ने बताया है कि जिन स्कूलों को लेकर नकल की शिकायत थी, उनके खिलाफ STF ने रिपोर्ट दी थी. अब ऐसे स्कूलों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है. परीक्षा पेपर भी डबल लॉक में रखे जाएंगे जिसका अलग स्ट्रांग रूम बनाया गया है. स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए CCTV लगाए गए हैं.
इसे लेकर महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरण ने अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. इसमें आनंद ने बताया,
"यूपी बोर्ड को नकलविहीन बनाने के लिए परीक्षा के बाद कॉपियों की रैंडम चेकिंग की जाएगी. नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं, नकल करने वाले छात्रों को अब बख्शा नहीं जाएगा. यूपी सरकार उन पर NSA लगाएगी. नकल में शामिल पाए जाने वाले परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक कक्ष निरक्षक के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी."
वैसे तो 2023 के लिए 10वीं-12वीं की परीक्षाओं के प्रैक्टिकल शुरू हो चुके हैं. पहली बार हर पेज पर बारकोड की व्यवस्था लागू की जा रही है. 3.30 करोड़ कॉपियों पर बार कोड का इस्तेमाल किया जाएगा. प्रैक्टिकल पहले चरण में आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडल में हो रही हैं, जो 28 जनवरी तक चलेंगी.
वहीं, यूपी बोर्ड 10वीं-12वीं परीक्षा 2023 की डेटशीट (UP Board Date Sheet 2023) जारी कर चुका है. यूपी बोर्ड परीक्षाएं 16 फरवरी 2023 से शुरू होंगी और 4 मार्च तक चलेंगी. हाई स्कूल की 13 दिनों में परीक्षा होगी जबकि इंटरमीडिएट की 14 दिनों में परीक्षा कराई जाएगी. वहीं हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए इस साल 58 लाख 67 हजार 329 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड हैं. इनमें हाई स्कूल के 31 लाख 16 हजार 458 परीक्षार्थी शामिल हैं जबकि इंटरमीडिएट के 27 लाख 50 हजार 871 परीक्षार्थी शामिल हैं. देश की यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं परीक्षा में 8752 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
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