"बाबा जी भारी हैं. हम उनके आभारी हैं."
राम रहीम की भौकाली महंगी गाड़ियों का सच जानिये
बहुत चीप आदमी है ये तो!

सीरियल आता था FIR. फिर नहीं, एफ़आईआर. उसमें इन्स्पेक्टर चौटाला थीं. उनके साथ किकू शारदा थे. फ़नी सीरियल था, ऐसा कुछ लोग कहते थे. उसी की ये एक लाइन है. एक महिला जो महापुजारिन थी और किसी बाबा की भक्त थी. बाद में बाबा का क्या हुआ, अपने को नहीं मालूम. शायद जेल चला गया होगा. क्यूंकि बाबाओं का आज कल यही हो रहा है. ताज़ा उदाहरण है पतली पिन के लव चार्जर यानी राम रहीम सिंह इंसान. असली नाम बताया जा रहा है गुरमीत सिंह.
बाबा जी भारी तो थे ही, उनके कई लोग आभारी भी थे. लेकिन बाबा भौकाली भी थे. भयानक भौकाली. बाबा कॉन्सर्ट करते थे. बाबा ने फ़िल्में बनाईं. बाबा ने गाने बनाये. बाबा 'जिए और मरे देश के लिए'. बाबा ने वो सब कुछ किया जिसे बैटमैन देख जलन से ही मर जाए. टोनी स्टार्क तो अपने सूट फूंक दे. बाबा ने खूब कमाल किये. असली जीवन में भी और फ़िल्मों में भी. असली जीवन में जो किया उसके लिए लगी बीस की. लेकिन फ़िल्मों में जो किया वो भयानक था. बाबा जी का जो एक जो बड़ा फ़ीचर था वो थी उनकी गाड़ियां! गजब गाड़ियां! कार, बाइक सब! उसकी गाड़ियां देखकर ऊपर पॉल वॉकर की आत्मा तड़पती होगी.

लेकिन एक-एक करके बाबा की जो असलियत सामने आ रही है वो मज़ेदार है. फ़िल्मों से भी ज़्यादा. डायलॉग से भी ज़्यादा. उनके गाने 'ड्रग्स न लेना' से भी ज़्यादा मज़ेदार.
बाबा की गाड़ियों के बारे में जो मालूम चला है वो कुछ ऐसा है:
#1 बाबा के पास बुगाटी वेरॉन हुआ करती थी. जब उसकी चेसिस देखी गई तो मालूम चला कि वो असल में हॉन्डा एकॉर्ड थी.
#2 बाबा की मर्सिडीज़ बेंज़ असल में अन्दर से हुंडई सैंट्रो थी.

सैंट्रो और बेंज़
#3 उनकी एक गाड़ी हमर जैसी थी. वो असल में क्या थी ये मालूम नहीं चल पाया. शायद असेम्बल हुई है.
#4 एक हरे और बैंगनी रंग की गाड़ी थी. भौकाली लगती थी. लगता था उसमें एक लीटर पेट्रोल भी सवा लाख का पड़ता होगा. लेकिन मालूम चला कि वो मारुती सुजुकी की जिप्सी थी.

#5 एक पियाजियो का स्कूटर और हॉन्डा करिज़्मा का मिक्सचर बनाकर एक दुपहिया गाड़ी बनाई जिसे उसने एग्रोजेटर नाम दिया.

#6 एक नैनो गाड़ी को उसने मोडिफ़ाय करवाके भौकाली बना दिया. उसपर लिख दिया 'साहिब-ए-दिल'.

ऐसा नहीं है कि बाबा भौकाली के पास खाली फर्जीफिकेशन वाला मामला था. बाबा भौकाली के पास हरे रंग की रेंज रोवर और हार्ले डेविडसन भी थी. लेकिन बाकी टाइम में बाबा भौकाली इन कंसेप्ट कार का इस्तेमाल करते थे. यही सस्ती कारें जिन्हें वो मोडिफ़ाय करवा के भौकाल टाइट करते थे.
बाबा जी भारी तो थे ही, उनके कई लोग आभारी भी थे. लेकिन बाबा भौकाली भी थे. भयानक भौकाली. बाबा कॉन्सर्ट करते थे. बाबा ने फ़िल्में बनाईं. बाबा ने गाने बनाये. बाबा 'जिए और मरे देश के लिए'. बाबा ने वो सब कुछ किया जिसे बैटमैन देख जलन से ही मर जाए. टोनी स्टार्क तो अपने सूट फूंक दे. बाबा ने खूब कमाल किये. असली जीवन में भी और फ़िल्मों में भी. असली जीवन में जो किया उसके लिए लगी बीस की. लेकिन फ़िल्मों में जो किया वो भयानक था. बाबा जी का जो एक जो बड़ा फ़ीचर था वो थी उनकी गाड़ियां! गजब गाड़ियां! कार, बाइक सब! उसकी गाड़ियां देखकर ऊपर पॉल वॉकर की आत्मा तड़पती होगी.

लेकिन एक-एक करके बाबा की जो असलियत सामने आ रही है वो मज़ेदार है. फ़िल्मों से भी ज़्यादा. डायलॉग से भी ज़्यादा. उनके गाने 'ड्रग्स न लेना' से भी ज़्यादा मज़ेदार.
बाबा की गाड़ियों के बारे में जो मालूम चला है वो कुछ ऐसा है:
#1 बाबा के पास बुगाटी वेरॉन हुआ करती थी. जब उसकी चेसिस देखी गई तो मालूम चला कि वो असल में हॉन्डा एकॉर्ड थी.
#2 बाबा की मर्सिडीज़ बेंज़ असल में अन्दर से हुंडई सैंट्रो थी.

सैंट्रो और बेंज़
#3 उनकी एक गाड़ी हमर जैसी थी. वो असल में क्या थी ये मालूम नहीं चल पाया. शायद असेम्बल हुई है.
#4 एक हरे और बैंगनी रंग की गाड़ी थी. भौकाली लगती थी. लगता था उसमें एक लीटर पेट्रोल भी सवा लाख का पड़ता होगा. लेकिन मालूम चला कि वो मारुती सुजुकी की जिप्सी थी.

#5 एक पियाजियो का स्कूटर और हॉन्डा करिज़्मा का मिक्सचर बनाकर एक दुपहिया गाड़ी बनाई जिसे उसने एग्रोजेटर नाम दिया.

#6 एक नैनो गाड़ी को उसने मोडिफ़ाय करवाके भौकाली बना दिया. उसपर लिख दिया 'साहिब-ए-दिल'.

ऐसा नहीं है कि बाबा भौकाली के पास खाली फर्जीफिकेशन वाला मामला था. बाबा भौकाली के पास हरे रंग की रेंज रोवर और हार्ले डेविडसन भी थी. लेकिन बाकी टाइम में बाबा भौकाली इन कंसेप्ट कार का इस्तेमाल करते थे. यही सस्ती कारें जिन्हें वो मोडिफ़ाय करवा के भौकाल टाइट करते थे.
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