रिंकू सिंह. हफ्ते भर पहले (9 अप्रैल को) गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेले गए कोलकाता नाइट राइडर्स (GT vs KKR) मैच के हीरो. यश दयाल के आखिरी ओवर की आखिरी पांच गेंदों पर 5 छक्के मारकर गुजरात के मुंह से जीत छीनने वाला नौजवान खिलाड़ी जिसकी बैटिंग पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर समेत कई दिग्गज खिलाड़ी फिदा हो गए. फिदा आम जनता भी हुई. इनमें से कुछ लोग रिंकू की जिंदगी से जुड़े किस्से (Rinku Singh Caste Controversy) खोजने लगे तो कुछ रिंकू सिंह की जाति. जाति है कि जाती नहीं.
आखिरकार रिंकू सिंह की जाति पता ही चल गई!
ना जाट, ना ठाकुर, ना...ये निकला रिंकू का सच.

लोगों ने गूगल पूरा छान मारा. विकीपिडिया का हर आर्टिकल पढ़ लिया लेकिन जाति पता नहीं कर पाए. ऐसे में उन्हें अपने रंग में रंगने लगे. किसी ने रिंकू को दलित बताया तो किसी ने ब्राह्मण, किसी ने राजपूत तो किसी ने भूमिहार. कुछ लोगों ने जाट समाज से जोड़ दिया तो किसी ने सैनी समाज का गौरव बता दिया. मैच जिताने के कुछ ही घंटों में रिंकू को 36 की 36 जातियों से जोड़ दिया गया. हर शख्स की नजर में रिंकू सिंह की अलग जाति थी. कुछ लोग इसका फैक्ट चेक करने में लग गए. पहले आप भी देखिए कुछ पोस्ट जिनमें रिंकू की जाति को लेकर बात की गई है...
आखिरकार हमने भी कोशिश की और खोज ली रिंकू सिंह की जाति. तो भइया, रिंकू सिंह की जाति है क्रिकेट. क्रिकेट के अलावा उनकी कोई जाति नहीं है. क्रिकेट इस देश में धर्म है और जाति धर्म का ही हिस्सा है. फालतू का टाइम मत खराब करिए. गूगल पर बहुत जानकारी मौजूद है, वो पढ़िए. ज्ञान बढ़ाइए. ध्यान और ज्ञान ही जीवन में काम आता है. ये आर्टिकल 14 अप्रैल को लिखा जा रहा है जिस दिन उस शख्स (डॉ. बाबा साहब आंबेडकर) का जन्म हुआ था जिन्होंने जातिवाद को खत्म करने के लिए पूरी जिंदगी खर्च कर दी.
वीडियो: रिंकू सिंह के छक्कों पर हुई भोजपुरी कमेंट्री वायरल है!