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गाजियाबाद में हिजाब पहन कर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को यूपी पुलिस ने क्यों पीटा?

घटना का वीडियो वायरल है, लोग गुस्से में हैं.

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वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट.
कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इसमें कुछ पुलिसकर्मी हिजाब पहनी महिलाओं पर लाठी बरसाते हुए दिख रहे हैं. ये वीडियो गाजियाबाद के खोड़ा पुलिस स्टेशन क्षेत्र का बताया जा रहा है. 30 सेकंड के वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मौके पर करीब 8-10 महिलाएं मौजूद हैं. तभी पुलिस वहां आती है और एकाएक उन पर डंडे बरसाना शुरू कर देती है. पुलिसवालों में शामिल महिला पुलिसकर्मी हिजाब पहने इन महिलाओं से धक्कामुक्की करतीं, उन्हें डंडे से पीटते हुए वहां से खदेड़ती दिख रही हैं.

लोगों का गुस्सा फूटा

पुलिस का ये व्यवहार कई लोगों को नागवार गुजरा है. कुछ ने सवाल किया तो कुछ ने सीधे पुलिस की कड़ी निंदा की है. एनएच सैफी नाम के ट्विटर यूजर ने कहा,
"यहां संघी दूषित मानसिकता हर विभाग में फैली हुई है. आतंकवादियों के शासन में हर घिनौनी हरकत संभव है. जब तक चुनाव चलेगा, तब ये सब भी जारी रहेगा."
शाह अहमद ने लिखा,
"सरकार महिलाओं की सुरक्षा की बात करती है. मेरे देश में अब हक की आवाज उठाने का भी अधिकार नहीं?"
वहीं खुद को वकील बताने वाले एक ट्विटर यूजर मुईन कुरैशी ने सवालिया लहजे में कहा,
"यूपी पुलिस गुंडों जैसा बरताव क्यों कर रही है? सड़क पर चलती महिलाओं को किस परेशानी के चलते लाठी मार रही है?" @Uppolice गुंडों जैसा बरताव क्यों कर रही है सड़क पर चलती महिलाओं को किस परेशानी के चलते लाठी मार रही है ये काम गुंडों पर जेब देता है https://t.co/EwdB9kvJhz — अधिवक्ता मुईन कुरैशी (@advocatemuin) February 16, 2022

पुलिस ने क्या कहा?

हालांकि गाजियाबाद पुलिस ने कहा है कि उसने प्रदर्शन की अनुमति नहीं होने की वजह से ये कार्रवाई की थी. उसके मुताबिक बीती 13 फरवरी को खोड़ा के शनि बाजार रोड पर कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस मामले का पता लगाने गई थी. उसने दावा किया है कि प्रदर्शन के लिए अनुमति आदेश की प्रति मांगी गई तो वहां इकट्ठा हुए लोगों ने महिला पुलिसकर्मियों और अन्य के साथ मारपीट शुरू कर दी. पुलिस ने कहा कि इसी वजह से ये कार्रवाई की गई. उसने बिना अनुमति प्रदर्शन करने, ड्यूटी पर मौजूद पुलिसवालों के साथ मारपीट करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौच करने इत्यादि आरोप में केस भी दर्ज किया है. इस मामले को लेकर इलाके के सीओ अभय कुमार ने बताया कि ये घटना रविवार को हुई थी. उन्होंने कहा,
'जब पुलिस की एक टीम गश्त कर रही थी, तभी उन्होंने 10-15 महिलाओं को विरोध प्रदर्शन करते देखा था. जब हमने धारा 144 लगाने का निर्णय लिया, तब जाकर वो समूह तितर बितर हुआ था. इस मामले को संबंधित अधिकारी देख रहे हैं.'
पुलिस ने ये स्पष्ट किया है कि मामले में एफआईआर दर्ज तो की गई है, लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.