कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (PM Justin Trudeau Resignation) अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. ये जानकारी कनाडाई मीडिया के हवाले से आई है. बताया जा रहा है कि निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि ट्रूडो कब पद छोड़ने की घोषणा करेंगे. लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि 8 जनवरी को होने वाली एक महत्वपूर्ण नेशनल कॉकस मीटिंग से पहले ऐसा हो जाएगा. फिलहाल, ये अनुमान लगाया जा रहा है कि जस्टिन ट्रूडो सोमवार, 6 जनवरी को लिबरल पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दे देंगे.
जस्टिन ट्रूडो देने वाले हैं इस्तीफा! अंदर ही अंदर पलट गई कहानी
PM Justin Trudeau Resignation: ये संभावना जताई जा रही है कि जस्टिन ट्रूडो सोमवार, 6 जनवरी को लिबरल पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दे देंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि श्री ट्रूडो तुरंत पद छोड़ देंगे या नए नेता के चयन तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे.
.webp?width=360)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडाई अखबार ‘द ग्लोब एंड मेल’ ने पार्टी से जुड़े तीन सूत्रों का हवाला देते हुए ये जानकारी दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ट्रूडो तुरंत पद छोड़ देंगे या नए नेता के चयन तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे. बता दें कि जस्टिन ट्रूडो ने 2013 में लिबरल पार्टी के नेता का पद संभाला था. जब पार्टी गहरे संकट में थी और पहली बार हाउस ऑफ कॉमन्स में तीसरे स्थान पर आ गई थी.
ये भी पढ़ें: डॉनल्ड ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो को बताया 'कनाडा का गवर्नर', क्या बात हो गई?
हालांकि, पार्टी के अंदर पहले से ही ट्रूडो के इस्तीफे की मांग की जा रही थी. अब ट्रूडो ने खुद ही इस्तीफे का इशारा दे दिया है. ताकि ये मैसेज ना जाए कि पार्टी के सांसदों ने उन्हें पार्टी से बाहर किया. अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद से ही ट्रूडो पर प्रेशर था. ट्रंप लगातार ट्रूडो पर निशाना साध रहे थे. इससे पहले कनाडा के उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने भी इस्तीफा दिया था.
बताते चलें कि कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में 338 सीटें हैं. जिनमें बहुमत का आंकड़ा 170 है. फिलहाल, लिबरल पार्टी के 153 सांसद, संसद में है. कुछ महीने पहले ट्रूडो सरकार की सहयोगी पार्टी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) ने अपना से समर्थन वापस ले लिया था. जिससे ट्रूडो की सरकार अल्पमत में आ गई थी. हालांकि, 1 अक्टूबर को हुए बहुमत परीक्षण में ट्रूडो की लिबरल पार्टी को एक दूसरी पार्टी का समर्थन मिल गया था. जिससे ट्रूडो सरकार गिरने से बच गई थी.
वीडियो: भारत ने क्या कदम उठाया, कनाडा PM जस्टिन ट्रूडो का दुख फूट पड़ा?