
लूट के बाद ANI का ट्वीट. उस वक़्त घटना की पूरी जानकारी नहीं थी.
एक आदमी हवा में पिस्टल लहरा रहा था. शायद वो टीम का सरदार था. उसके मुंह से दारू की बू आ रही थी. घुसते ही उसने कहा, आप लोग चुप रहिए. एकदम चुप्प. किसी कोई कोई नुकसान नहीं होगा. ये प्राइवेट चीज़ है. हम गरीबों के लिए काम कर रहे हैं. वो कुछ और भी कहना चाह रहा था, लेकिन अचानक कैमरा याद आ गया. गार्ड से पूछा, कैमरा किधर लगा हुआ है? ऑफिस में सभी चुप थे. गार्ड ने धीरे से कहा, कैमरा ऑनलाइन है. इत्ता सुनते ही उसने मैनेजर से लॉकर की चाबी मांगी. नहीं देने पर पीटा. चाबी छीनी और अपने साथी को चाबी फेंकते हुए कहा- जल्दी करो, जल्दी निपटाओ.
ऑफिस में घुसते ही सबसे मोबाइल छीन लिए थे. इसके बाद दोनों गार्ड और ऑफिसर्स को एक कमरे में बंद कर दिया. 15 मिनट तक लूटपाट किया. सोना लूटने पहुंचे अपराधी पांच बैग लेकर ही पहुंचे थे. इनके बैग भर गए. फिर ऑफिसर्स से बैग छीनकर सोना भरकर भागे. 11:55 बजे सभी ऑफिस से निकले. तीन बाइक से और तीन तो अलग ही जोश में थे. 10 करोड़ रुपये और दो लाख रुपए कैश लूटने के बाद ये तीन एकदम फिल्मी स्टाइल में पैदल ही निकल गए. आगे जाकर एक जगह जमा हुए और स्कॉर्पियो में बैठकर निकल लिए.

ऑफिस के कर्मचारी
इनके भागने के बाद सभी कमरे से बाहर निकले. अब इन्हें साइरन याद आया. बजाया. फिर पुलिस को कॉल किया. खिड़की से झांका तो दिखा कि अपराधी पीठ पर बैग टांगे सामान्य गति से पैदल जा रहे हैं. इत्ता होने के बाद भीड़ जुट चुकी थी. घटना के करीब घंटे भर बाद पुलिस आई. पटना से एफएसएल फिंगर प्रिंट टीम बुलाई गई. सबूत जमा किए गए. सोने का मिलान हुआ तो पता चला करीब 10 करोड़ रुपए का सोना और दो लाख रुपए लुट चुके हैं.
सभी लोगों ने डायरी पर नाम, पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर किया हुआ है. एक बंदे ने यहां भी कारनामा कर दिया. मोबाइल नंबर लिखा 9 डिजिट का. खैर, पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज है. मोबाइल नंबर, पते को लेकर खोजबीन जारी है. जिले के बॉर्डर को सील कर दिया था लेकिन अब तक कोई पकड़ में नहीं आया. कुछ जगह छापे भी मारे गए हैं. ब्रांच के मैनेजर विनय कुमार सिंह हॉस्पिटल में हैं. हालिया दिनों में उत्तर बिहार के दो बड़े शहर मुजफ्फरपुर और दरभंगा में अपराध में बढ़ोतरी देखी गई है.
वीडियो- होशंगाबाद: डॉक्टर तसल्ली से बाथरूम में एक बॉडी के टुकड़े कर रहा था, पुलिस पहुंच गई