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मुकेश खन्ना ने महाभारत सीरियल में भीष्म से जुड़ा सबसे बड़ा राज खोल दिया

'महाभारत' देखते वक्त सबसे ज़्यादा ध्यान यही चीज़ खींचती है.

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भीष्म की मृत्यु के तीन अलग-अलग स्टेज. बी.आर. चोपड़ा की 'महाभारत' में भीष्म पितामह का रोल मुकेश खन्ना ने किया था.
हर दूसरे दिन टीवी पर री-रन के दौरान रामायण-महाभारत के टीआरपी रिकॉर्ड तोड़ने की खबरें आ रही हैं. इसी सब के बीच बी.आर चोपड़ा की 'महाभारत' में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले मुकेश खन्ना ने एक ट्वीट किया. इसमें वो बता रहे हैं कि इन रिकॉर्ड तोड़ू शोज़ को बनाने में कितनी कमर तोड़ मेहनत करनी पड़ी थी. सबको पता है कि ओरिजिनल 'महाभारत' में भीष्म, अर्जुन के चलाए बाणों की शय्या पर लेटे हुए थे. युद्ध के 58 दिनों के बाद युधिष्ठिर को राज-पाट चलाने का सारा ज्ञान देने के बाद उन्होंने अपने शरीर का त्याग किया था. आज भी 'महाभारत' देखते वक्त सबसे ज़्यादा ध्यान ये चीज़ खींचती है. अब सोचिए इन सीन्स को 80 के दशक में फिल्माने के लिए कितनी मेहनत लगी होगी. क्योंकि तब कंप्यूटर ग्राफिक्स और वीएफएक्स जैसी टेक्निकल चीज़ें नहीं हुआ करती थीं. मुकेश खन्ना ने इन्हीं सीन्स को शूट करने के पीछे की कहानी अपने हालिया सोशल मीडिया पोस्ट में बताई है. मुकेश खन्ना लिखते हैं-
''सीन शूट करने में पूरा दिन निकल गया. तारीफ़ करनी होगी दिवंगत रवि चोपड़ा और उनकी टीम की. हर एक बाण मुझ पर तार द्वारा छोड़ा गया. हर एक (बाण) को मैंने पकड़ा, (और मेरे शरीर में) लगने का रिएक्शन दिया. आगे आधा, पीछे आधा बाण मेरे ड्रेस के नीचे पहने जिरह बख़्तर पर स्क्रू किया गया. फिर दिन भर बाण चलते रहे, चलते रहे.''
भीष्म दुनिया के सबसे बड़े योद्धा थे. उन्हें कोई पराजित नहीं कर सकता था. साथ ही पिता शांतनू ने उन्हें इच्छामृत्यु का भी वरदान दिया था. यानी वो जब तक चाहें ज़िंदा रह सकते हैं. वो अपनी मर्जी से मृत्यु को प्राप्त होंगे. अविवाहित जीवन जीने के अलावा भीष्म का एक प्रण ये भी था कि वो दूसरे जेंडर पर हाथ नहीं उठाएंगे. ऐसे में लंबी-चौड़ी बैकस्टोरी की वजह से कृष्ण की सलाह पर अर्जुन भीष्म के सामने शिखंडी को लेकर आए. भीष्म ने अपने हथियार उठाने से मना कर दिया. और अर्जुन ने अपने बाणों की बौछार से भीष्म का पूरा बदन छेद दिया. अर्जुन-भीष्म का पूरा युद्ध आप यहां देख सकते हैं: बहरहाल, मुकेश जिन रवि चोपड़ा का ज़िक्र कर रहे हैं, वो बी.आर. चोपड़ा के बेटे थे. 'महाभारत' को बनाने में उनका बहुत बड़ा हाथ था. ये वही रवि चोपड़ा हैं, जिन्होंने 'द बर्निंग ट्रेन', 'बागबान' और 'बाबुल' जैसी फिल्में डायरेक्ट कीं. वो अमिताभ बच्चन स्टारर 'भूतनाथ' सीरीज़ के प्रोड्यूसर भी थे. 2014 में 68 साल की उम्र में उनकी डेथ हो गई. अब उनके बेटे अभय और जूनो चोपड़ा भी फिल्ममेकिंग बिज़नेस में ही हैं. वो 'बरेली की बर्फी' और 'पति पत्नी और वो' जैसी फिल्में प्रोड्यूस कर चुके हैं.
वीडियो देखें: मुकेश खन्ना ने सोनाक्षी सिन्हा पर जब तंज़ कसा तो नीतिश भारद्वाज ने क्या कहा?

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