फिल्म के लीड एक्टर अक्षय कुमार ने शुक्रवार को ट्विटर पर ये लिखा कि वो किसी कथित आरोपी के साथ काम नहीं करेंगे. अक्षय लिखते हैं-
"इस तरह की खबरें पढ़ना बहुत परेशान करने वाला है. मैंने 'हाउसफुल 4' के निर्माताओं से रिक्वेस्ट की है कि जांच होने तक शूटिंग रोक दी जाए. इसपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. मैं दोषी साबित हो चुके किसी व्यक्ति के साथ काम नहीं करुंगा. जिस किसी ने उत्पीड़न झेला है उसकी बात सुनी जानी चाहिए और उसे न्याय मिलना चाहिए."इतना सब कुछ होने के बाद, अब खबर ये आ रही है कि साजिद खान की जगह फरहाद सामजी 'हाउसफुल 4' डायरेक्ट करेंगे. फरहाद ने अपने भाई साजिद सामजी के साथ मिलकर हाउसफुल फ्रेंचाइजी की पिछली फिल्म यानी 'हाउसफुल 3' डायरेक्ट की था. साथ ही फिल्म के डायलॉग्स भी इन्होंने ही लिखे थे.
कौन हैं फरहाद ?
फरहाद सामजी बेसिकली राइटर हैं. साजिद और फरहाद, 2002 में अपने गानों का पिटारा लिए बेंगलुरु से मुंबई आए थे. एक इंटरव्यू में साजिद ने बताया था कि वो दोनों अपने गाने बेचने के लिए एक फिल्म के सेट से दूसरे फिल्म के सेट पर फिरा करते थे. साथ ही एक बाल्टी भी होती थी, जो गाने सुनाने के दौरान म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट का काम करती थी.

मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस का टाइटल ट्रैक के लिए साजिद-फरहाद को पांच हज़ार रुपए मिले थे.
फिर उनकी मुलाकात हुई सलमान खान से. सलमान ने उनके गानों से इम्प्रेस होकर डेविड धवन से मिलवाया. इस तरह दोनों भाइयों को उनकी पहली फिल्म मिली 'हम किसी से कम नहीं (2002)', जिसमें सलमान खुद काम करने वाले थे. हालांकि सलमान ने वो फिल्म नहीं की लेकिन राइटर जोड़ी की गाड़ी रफ्तार पकड़ने लगी. इन दोनों को मुकम्मल पहचान मिली फिल्म 'मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस.' के टाइटल सॉन्ग 'एम बोले तो' थे. साल था 2003.
लिरिक्स राइटर से फिल्म राइटर कैसे बने?
फरहद के मुताबिक फिल्म 'मुन्ना भाई...' में उनका लिखा गाना सुनकर राम गोपाल वर्मा बेहद खुश हुए थे. इनके काम के बारे रामू ने कहा था कि अपनी लिरिक्स के ज़रिए ये लोग कहानी सुनाते हैं. इसके बाद वर्मा ने इन्हें अपनी फिल्म 'शिवा' (2006) में काम दिया. रामू के उत्साह बढ़ाने के बाद दोनों भाइयों ने कई बड़ी बजट की फिल्मों में डायलॉग लिखे. 'हम किसी से कम नहीं' में सलमान के साथ काम नहीं कर पाने के बाद इन्हें फिल्म 'रेडी' में सलमान के लिए डायलॉग लिखने का काम मिला. इसके बाद शाहरुख की 'चेन्नई एक्सप्रेस' और 'दिलवाले' के संवाद भी इनके ही जिम्मे थे. 'डोंट अंडरएस्टीमेट द पावर ऑफ कॉमन मैन' जैसी लाइनें इनकी ही लिखी थीं.

इन तीनो फिल्मों में आपको साजिद-फरहद के बेहतरीन वन-लाइनर्स सुनने को मिलेंगे जो उनकी खासियत है.
इनका प्रोसेस कुछ ऐसा है कि किसी खास बैकग्राउंड या शहर में स्थित फिल्म के लिए ये गाने और डायलॉग उसी हिसाब से लिख देते हैं. बैकग्राउंड को सूट करते हुए. जैसे अजय देवगन की फिल्म 'सिंघम' के लिए लिखी इनकी मराठी लाइन 'अाता माझी सटकली' बड़ी पॉपुलर हुई थी. बाद में हनी सिंह ने उसी लाइन पर गाना बनाया, जो तगड़ा वाला हिट हुआ.
'सिंघम' के बाद इस जोड़ी का ह्यूमर पसंद किया जाने लगा. 2014 में इन दोनों ने अपनी पहली फिल्म अक्षय कुमार स्टारर 'एंटरटेनमेंट' डायरेक्ट की. उसके बाद उनकी अगली फिल्म 2016 में आई 'हाउसफुल' सीरीज़ की तीसरी इंस्टॉलमेंट थी (हाउसफुल 3). इसमें इन्हें डबल जिम्मेदारी मिली थी. इन्होंने फिल्म डायरेक्ट तो की ही, फिल्म के डायलॉग भी लिखे.
सो भाइयों का टैलेंट तो दुनिया को दिख ही गया था. शायद यही वजह रही कि साजिद के बतौर डायरेक्टर 'हाउसफुल 4' से हटने के बाद फरहाद को अप्रोच किया गया. अब वो इस फिल्म को पूरा करेंगे. इसके अलावा आने वाले दिनों में रेमो डिसूज़ा डायरेक्टेड वरुण-कटरीना स्टारर 'एबीसीडी 3' में हमें इनके लिखे डायलॉग्स ही सुनने को मिलेंगे.
वीडियो देखें: एक से एक तगड़े कलाकार एक्टिंग कर रहे हैं इसमें