मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन नहीं रहे. वो 85 बरस के थे. उनके निधन की जानकारी उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर दी. लिखा,
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन नहीं रहे
वो 85 बरस के थे, कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे.

"बाबूजी नहीं रहे"
'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, वो 11 जून से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें सांस लेने में दिक्कत, यूरिन में कठिनाई और बुखार के चलते एडमिट कराया गया था.
आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर ही लालजी के अंतिम संस्कार की जानकारी भी दी. लिखा,
"मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन आज तारीख 21 जुलाई, 2020 की सुबह 5:35 पर हुआ. उनके अंतिम दर्शन सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक त्रिलोकनाथ रोड, कोठी नंबर 9 में होंगे. अंतिम यात्रा चार बजे गुलाला घाट, चौक के लिए निकलेगी. गुलाला घाट, चौक, लखनऊ में 4:30 बजे अंतिम संस्कार होगा. कोरोना आपदा के कारण आप सबसे प्रार्थना है कि शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों से ही श्रद्धा-सुमन अर्पित करें. जिससे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके."
बीजेपी के कई बड़े नेता और अन्य लोग ट्विटर पर लालजी टंडन को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आशुतोष टंडन से बात की और शोक व्यक्त किया.
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा,
"श्री लालजी टंडन को समाज सेवा के उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मजबूती देने में उन्होंने काफी अहम रोल निभाया था. उन्होंने एक प्रभावी प्रशासक के रूप में अपनी पहचान बनाई, हमेशा लोक कल्याण को महत्व दिया. उनके जाने से दुखी हूं. श्री लालजी टंडन संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे. प्रिय अटल जी के साथ उनका लंबा और करीबी संबंध रहा. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. ओम शांति."
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने ट्वीट कर कहा,
"श्री लालजी टंडन के निधन का सुनकर मैं दुखी हूं. एक दिग्गज, बाबूजी ने कई युवाओं को रास्ता दिखाया, हमारी वैचारिक यात्रा पर हमारा मार्गदर्शन करते रहे. गोपाल भैया और परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. ओम शांति."
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करके दुख जताया. कहा,
"मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्रद्धेय श्री लालजी टंडन के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं. टंडन जी का मार्गदर्शन हम सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को लंबे समय तक मिला. उन्होंने जनता और राष्ट्र की सेवा का एक अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए अपनी नीतियों से बीजेपी को भी सशक्त किया. मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहते हुए टंडनजी ने हमें सदैव सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. राष्ट्र के प्रति उनके प्रेम और प्रगति हेतु योगदान को चिरकाल तक याद रखा जाएगा. आत्मा अजर-अमर है. वे आज हमारे बीच नहीं हैं, परंतु अपने सुविचारों द्वारा वो हमारी स्मृतियों में सदैव जीवित रहेंगे. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोकाकुल परिजनों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति प्रदान करें. ओम शांति."
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